भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव (India Pakistan Tension) के बीच, संयुक्त राष्ट्र (UN) ने दोनों देशों से अलग-अलग बात की है. भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इस संबंध में जानकारी में दी. उन्होंने लिखा कि UN महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने उन्हें फोन किया था.
बढ़ते तनाव के बीच UN की एंट्री, जयशंकर और शहबाज शरीफ को फोन मिलाया
UN talks with India and Pakistan: भारतीय विदेश मंत्री S Jaishankar और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री Shahbaz Sharif को United Nations से कॉल आया था, अलग-अलग. इनके बीच क्या बातचीत हुई?

विदेश मंत्री ने लिखा,
उन्होंने (एंटोनियो) पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की स्पष्ट निंदा की. मैं इस बात की सराहना करता हूं. इस बात पर सहमति बनी कि हमले के लिए जवाबदेही तय करने की जरूरत है. भारत संकल्प ले चुका है कि इस इस हमले के अपराधियों, प्लान बनाने वालों और समर्थकों को न्याय के कटघरे में लाया जाए.
इसके बाद UN ने भी एक बयान जारी किया. इससे पता चला कि एंटोनियो ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को भी फोन मिलाया था. उन्होंने अपने बयान में लिखा,
महासचिव ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ टेलीफोन पर अलग-अलग बातचीत की. महासचिव ने जम्मू-कश्मीर में 22 अप्रैल के आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की. उन्होंने इस हमले के लिए कानूनी तरीकों से न्याय और जवाबदेही सुनिश्चित करने की बात की. महासचिव ने भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव पर भी गहरी चिंता व्यक्त की. उन्होंने ऐसे टकराव से बचने की आवश्यकता पर जोर दिया जिसके दुखद परिणाम हो सकते हैं. उन्होंने तनाव कम करने के प्रयासों में सहयोग देने की पेशकश की.
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इस बीच पाकिस्तान के सूचना मंत्री अताउल्लाह तरार ने एक बड़ा दावा किया है. उन्होंने 30 अप्रैल की सुबह कहा कि भारत अगले 24 से 36 घंटों के भीतर पड़ोसी देश पर सैन्य हमला कर सकता है. तरार ने दावा किया कि उनके पास विश्वसनीय खुफिया जानकारी है. उन्होंने भारत को चेतावनी देते हुए कहा कि पाकिस्तान खुद ही आतंकवाद का शिकार रहा है. और पहलगाम आतंकी हमले के मामले में स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच की पेशकश करता है.
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