लोकसभा में चुनाव सुधार पर चर्चा के दौरान नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर जमकर हमला बोला. मंगलवार, 9 दिसंबर को उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार से सवाल किया कि मुख्य चुनाव आयुक्त और चुनाव आयुक्त को चुनने वाले पैनल से भारत के चीफ जस्टिस (CJI) को क्यों हटाया गया.
लोकसभा में राहुल गांधी का भाषण खत्म होने वाला था, स्पीकर ओम बिड़ला किस बात पर भड़क गए?
RSS का जिक्र छिड़ते ही केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरण रिजिजू ने आपत्ति जताई. उन्होंने Rahul Gandhi को टोका और चुनाव सुधार पर ही बात करने के लिए कहा. फिर राहुल ने आरोप लगाया कि RSS ने भारत के संस्थानों पर कब्जा किया.


कांग्रेस सांसद यहीं नहां रुके. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, BJP भारत के लोकतंत्र को नुकसान पहुंचाने के लिए चुनाव आयोग को निर्देशित और इस्तेमाल कर रही है. इसी बीच उन्होंने चुनाव आयुक्तों को चुनने की प्रक्रिया पर सवाल खड़े किए. राहुल गांधी ने सरकार पर चुनाव आयुक्तों को छूट देने के लिए कानून में बदलाव करने का आरोप लगाया. उन्होंने इसे चुनावी प्रणाली को काबू करने का कदम बताया.
लोकसभा में RSS भी राहुल गांधी के निशाने पर रही. लंबे समय से 'वोट चोरी' का मुद्दा उठा रहे राहुल ने इसे एंटी-नेशनल तक करार दिया. चुनाव सुधार पर बोलते हुए राहुल गांधी ने कहा,
“भारत में हर धागा, हर इंसान बराबर है. यह बात RSS में मेरे दोस्तों को परेशान करती है. वे ताना-बाना देखकर खुश होते हैं, लेकिन वे यह सोच बर्दाश्त नहीं कर सकते कि हमारे देश के ताने-बाने में हर एक इंसान, चाहे वे किसी भी धर्म से हों, चाहे वे किसी भी कम्युनिटी से हों, चाहे वे कोई भी भाषा बोलते हों, बराबर होना चाहिए. क्योंकि वे असल में बराबरी में यकीन नहीं करते. वे ऊंच-नीच में यकीन करते हैं, और उनका मानना है कि उन्हें उस ऊंच-नीच में सबसे ऊपर होना चाहिए.”
उन्होंने आगे कहा,
"30 जनवरी 1948 को महात्मा गांधी के सीने में तीन गोलियां लगीं. नाथूराम गोडसे ने राष्ट्रपिता की हत्या कर दी… लेकिन प्रोजेक्ट यहीं खत्म नहीं हुआ... सब कुछ वोट से निकला है. सभी इंस्टीट्यूशन वोट से निकले हैं. तो यह साफ है कि RSS को उन सभी इंस्टीट्यूशन पर कब्जा करना होगा, जो इससे निकले हैं."
RSS का जिक्र छिड़ते ही केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरण रिजिजू ने आपत्ति जताई. उन्होंने राहुल गांधी को टोका और चुनाव सुधार पर ही बात करने के लिए कहा. फिर राहुल ने आरोप लगाया कि RSS ने भारत के संस्थानों पर कब्जा किया.
एजुकेशन सिस्टम
"गांधी जी की हत्या के बाद, प्रोजेक्ट का अगला कदम भारत के इंस्टीट्यूशनल फ्रेमवर्क पर पूरी तरह कब्जा करना था... RSS का प्रोजेक्ट देश के इंस्टीट्यूशनल फ्रेमवर्क पर कब्जा करना था... एजुकेशन सिस्टम पर कैसे कब्जा किया गया है? वाइस-चांसलर के बाद वाइस-चांसलर को मेरिट पर नहीं, काबिलियत पर नहीं, साइंटिफिक टेंपरमेंट पर नहीं, बल्कि इस बात पर रखा जाता है कि वह किसी खास ऑर्गनाइजेशन से जुड़ा है."
इंटेलिजेंस एजेंसियां
"दूसरा कब्जा, जो डेमोक्रेसी को खत्म करने में मदद करता है- इंटेलिजेंस एजेंसियों पर कब्जा. हमारे यहां होम मिनिस्टर बैठे हैं, CBI, ED, इनकम टैक्स डिपार्टमेंट पर कब्जा, और ऐसे ब्यूरोक्रेट्स को सिस्टमैटिक तरीके से रखना जो उनकी आइडियोलॉजी को सपोर्ट करते हैं और अपोजिशन और RSS का विरोध करने वाले किसी भी व्यक्ति पर हमला करते हैं. यह दूसरा इंस्टीट्यूशनल कब्जा है."
इलेक्शन
"हमारे देश के इलेक्शन सिस्टम को सीधे कंट्रोल करने वाली संस्था, इलेक्शन कमीशन पर तीसरा कब्जा. अब, मैं यह बिना सबूत के नहीं कह रहा हूं. मैंने इस बात के काफी सबूत दिए हैं कि इलेक्शन कमीशन कैसे सत्ता में बैठे लोगों के साथ मिलकर चुनाव को दिशा दे रहा है. लेकिन मैं पहले तीन सवाल पूछना चाहता हूं, जिससे यह बिल्कुल साफ हो जाएगा कि BJP भारत के डेमोक्रेसी को नुकसान पहुंचाने के लिए इलेक्शन कमीशन को डायरेक्ट और इस्तेमाल कर रही है."
राहुल गांधी के तीन सवाल
- CJI को चुनाव आयुक्तों को चुनने के पैनल से क्यों हटाया गया?
- कानून बदलकर चुनाव आयुक्तों को छूट क्यों दी गई?
- चुनाव आयोग को चुनाव के 45 दिन बाद CCTV फुटेज नष्ट करने की इजाजत देने वाला कानून क्यों बनाया?
वोट चोरी पर अपना दावा दोहराते हुए राहुला गांधी ने कहा,
"सबसे बड़ा एंटी-नेशनल काम जो आप कर सकते हैं, वो है वोट चोरी. वोट चोरी से बड़ा कोई एंटी-नेशनल काम नहीं है. क्योंकि जब आप वोट को खत्म करते हैं, तो आप इस देश के ताने-बाने को खत्म कर देते हैं, आप मॉडर्न इंडिया को खत्म कर देते हैं, आप ऑइडिया ऑफ इंडिया को खत्म कर देते हैं."
उन्होंने फिर वोटर लिस्ट में ब्राजीली मॉडल के होने का सवाल उठाया. ब्राजीली मॉडल की बात छिड़ी, तो राहुल गांधी के पीछे से विपक्षी सांसदों ने उस मॉडल का फोटो दिखाना शुरू कर दिया. इतने में लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला भड़क गए. उन्होंने कहा,
"आप नेता प्रतिपक्ष हैं, मैं इस तरीके से सदन की कार्यवाही नहीं करने दूंगा. सदन की गरिमा बनाए रखें. आप सदन की गरिमा के साथ बोलेंगे तो ठीक, नहीं तो ऐसे सदन नहीं चलेगा... ये गलत तरीका है आपका. माननीय नेता आप पहले अपने सदस्यों को समझाइए..."
राहुल गांधी ने माना कि वे भी फोटो दिखाने के पक्ष में नहीं है. हालांकि, उन्होंने दोहराया कि हरियाणा की वोटर लिस्ट में ब्राजील की मॉडल 22 बार कैसे आ गई? राहुल गांधी ने आगे कहा कि मैंने सबूतों के साथ कहा कि हरियाणा का चुनाव चोरी किया गया है. उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग ने वोट चोरी से जुड़े हमारे सवालों का जवाब नहीं दिया है.
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