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ट्रांसफर का इंतज़ार किया, फिर अपने ही बैंक से 53 करोड़ चुरा ले गया मैनेजर

Karnataka Bank 53-crore robbery: SP लक्ष्मण निंबर्गी ने कहा कि पुलिस ने अब तक 10.75 करोड़ रुपये की क़ीमत का 11 किलो सोना बरामद किया है. अपराध में इस्तेमाल की गई दो कारें जब्त की गई हैं. पुलिस ने ये भी बताया कि आरोपियों ने कैसे घटना को अंजाम दिया.

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कर्नाटक के एक बैंक में 53 करोड़ रुपये के गहनों की चोरी हो गई थी. (प्रतीकात्मक तस्वीर- PTI)

कर्नाटक पुलिस (Karnataka Police) ने विजयपुरा ज़िले के एक बैंक में हुई 53.26 करोड़ रुपये की चोरी का केस सुलझा लिया है. इस केस में बैंक के पूर्व मैनेजर समेत तीन लोगों को गिरफ़्तार किया गया है. आरोप है कि वो मैनेजर ही इस चोरी का मास्टरमाइंड था. आरोपियों ने घटना को अंजाम देने के लिए डुप्लिकेट चाबियों का इस्तेमाल किया था और CCTV कैमरे के साथ छेड़छाड़ भी की थी.

आरोपी बैंक मैनेजर की पहचान 41 साल के विजयकुमार मिरियाला के रूप में हुई है. एक आरोपी उसी बैंक का पूर्व कर्मचारी 38 साल का चंद्रशेखर नरेल्ला है. जो अब ठेकेदारी और कैसीनो चलाने का काम करता है. जबकि तीसरा आरोपी 40 साल का सुनील नरसिम्हालु मोका है.

पुलिस ने बताया कि आरोपी विजयकुमार मिरियाला 9 मई तक बैंक का मैनेजर था. अपने कार्यकाल के दौरान ही उसने अपने साथियों के साथ मिलकर चोरी की प्लानिंग की थी. 9 मई को उसका ट्रांसफ़र हुआ. जिसके क़रीब दो हफ़्ते बाद ही उन्होंने घटना को अंजाम दिया. ताकि शक नए कर्मचारियों पर जाए.

पुलिस के मुताबिक़, 25 मई को विजयपुरा ज़िले के मनागुली शहर में केनरा बैंक में चोरी की सूचना मिली थी. जहां क़रीब 59 किलो सोने के गहने चोरी हो गए थे. विजयपुरा ज़िले के SP लक्ष्मण निंबर्गी ने कहा कि आरोपियों ने गुमराह करने की कोशिश की थी. उन्होंने घटना से एक दिन पहले गांव के सीसीटीवी कैमरे बंद कर दिए गए और हाई-मास्ट लाइटिंग तार काट दिए गए, जिससे अंधेरा छा जाए.

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पुलिस जांच में पता चला है कि चोरी को अंजाम देने के लिए महीनों तक सावधानी से प्लानिंग की गई थी. इसे लेकर उनके बीच फ़रवरी से ही चर्चा हो रही थी. फ़रवरी के बाद से ही उन्होंने कई बार चाबियों से लॉकर खोलने की कोशिश की थी. आरोपी अपने दोपहिया वाहनों को ट्रक में भरकर ले गए थे. ताकि बाद में जांच के दौरान पुलिस उनका पता ना लगा पाए.

SP लक्ष्मण निंबर्गी ने बताया कि इन सब से उन्हें शक हुआ कि घटना को किसी अंदर के ही व्यक्ति ने अंजाम दिया है. इंडियन एक्सप्रेस की ख़बर के मुताबिक़, एक पुलिस अधिकारी ने बताया,

आरोपी को पकड़ने के लिए आठ टीमें बनाई गई थीं. हमें जो मुख्य सुराग मिले, उनमें से एक डकैती से कुछ घंटे पहले और बाद में एक कार की हरकत थी. पता चला कि कार मिरियाला के नाम पर रजिस्टर्ड थी. पूछताछ के बाद उसने अपराध क़ुबूल कर लिया है.

SP लक्ष्मण निंबर्गी ने कहा कि पुलिस ने अब तक 10.75 करोड़ रुपये की क़ीमत का 11 किलो सोना बरामद किया है. अपराध में इस्तेमाल की गई दो कारें जब्त की गई हैं. कई अन्य संदिग्ध अब भी फरार हैं. उनके गिरफ़्तारी और दूसरे सामान को बरामद करने के लिए तलाशी अभियान जारी है.

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