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इंडियन एयरफोर्स को नहीं रहा HAL पर भरोसा? Tejas फाइटर जेट में देरी से IAF चीफ खफा

फाइटर जेट Tejas MK1-A विमानों की डिलीवरी में लगातार देरी पर Indian Air force चीफ ने हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) पर नाराजगी जताई है. एयर चीफ मार्शल के बयान के बाद HAL के शेयर्स गिर रहे है. 12 फरवरी को शेयर बाजार खुलने के साथ ही HAL के शेयर्स में 5 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गई.

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तेजस में उड़ान भरने के बाद आर्मी चीफ के साथ एयर चीफ मार्शल (PHOTO-India Today/PTI)

भारत की वायुसेना तेजस Mk1A  (Tejas Mk1A)  विमानों की डिलीवरी में लगातार हो रही देरी से चिंतित है. बेंगलुरु में चल रहे एयर शो एयरो इंडिया (Aero India) में तेजस Mk1A को डिस्प्ले पर लगाया गया था. एयर चीफ मार्शल के साथ आर्मी चीफ ने इसमें उड़ान भी भरी. वहीं दूसरी तरफ एयरफोर्स अपने स्क्वाड्रंस की घटती संख्या को पूरा करने के लिए 83 (Tejas Mk1A)  जेट्स की डिलीवरी का इंतजार कर रही है. अब खुद एयरफोर्स चीफ अमर प्रीत सिंह ने एयरो इंडिया शो के दौरान तेजस बनाने वाली कंपनी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL), जो कि सरकार के अधीन है, उसके अधिकारियों से सामने अपनी नाराजगी जाहिर की है. एयर चीफ मार्शल ने HAL से कहा कि “विमान के ऑर्डर में हो रही देरी के कारण हमें आप पर 'भरोसा' नहीं रहा.”

इंडिया टुडे ने रक्षा मामलों पर नजर रखने वाले चैनल नेशनल डिफेंस के हवाले से एयरो इंडिया के दौरान एयर चीफ मार्शल के एक वीडियो का जिक्र किया है. वीडियो में एयर चीफ मार्शल कह रहे हैं 

मैं आपको केवल यह बता सकता हूं कि हमारी आवश्यकताएं और चिंताएं क्या हैं. फिलहाल, मैं HAL पर भरोसा नहीं कर रहा हूं, जो कि बहुत गलत बात है. एचएएल हमारी अपनी कंपनी है, हम सबने वहां काम किया है. मैंने खुद वहां सेवाएं दी हैं. पर मुझे लगता है कि हम मिशन मोड में नहीं हैं. HAL बस ‘सब कुछ हो जाएगा' वाले ढर्रे पर चल रही है.

एयर चीफ मार्शल इस वीडियो में आगे कहते हैं 

मुझसे वादा किया गया था कि जब मैं फरवरी में यहां आऊंगा तो हमारे पास इंजन के अलावा 11 Mk1A तैयार होंगे. पर अभी तक एक भी विमान तैयार नहीं है. मज़ा नहीं आ रहा यार

एयरफोर्स चीफ ने जो मज़ा न आने वाले बात कही, दरअसल उनका मतलब था कि विमानों में देरी उन्हें बिल्कुल पसंद नहीं आ रही. एयर चीफ मार्शल की टिप्पणी के बाद HAL के एक अधिकारी का भी बयान सामने आया. अधिकारी ने कहा कि अफसर (एयर चीफ मार्शल) की टिप्पणी को उचित रूप से नोट कर लिया गया है. इसे संज्ञान में लिया जाएगा. HAL अधिकारियों से बातचीत के अंत में एयरफोर्स चीफ ने ये भी कहा कि उनकी मंशा बस इस बड़े से सिस्टम को बदलाव लाने की है. वो किसी व्यक्ति या अधिकारी को टारगेट नहीं कर रहे. एयर चीफ मार्शल ने कहा कि जब वो किसी की तरफ एक उंगली दिखाते हैं तो बाकी तीन उंगलियां उनकी तरफ होती हैं. उन्होंने कहा कि हमने कई जगहों पर गलतियां की हैं. क्योंकि  डिलीवरी में देरी होती है तो उस बीच हमारी जरूरतें भी बदल जाती हैं.

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आर्मी चीफ जनरल उपेंद्र द्विवेदी के साथ तेजस में उड़ान भरते एयर चीफ मार्शल एपी सिंह (PHOTO-India Today/PTI)
देरी का कारण

ये पहली बार नहीं है जब एयरफोर्स चीफ ने तेजस जेट्स की डिलीवरी में हो रही देरी पर चिंता जाहिर की हो. एयरफोर्स बीते कुछ समय से विमानों की घटती संख्या से जूझ रही है. लिहाजा उसे अपने 83 तेजस जेट्स के ऑर्डर का का काफी समय से इंतजार है. जनवरी 2025 में एक लेक्चर के दौरान एयरफोर्स चीफ ने कहा था कि 2010 में 40 तेजस जेट्स का ऑर्डर दिया गया था, वो भी अबतक पूरा नहीं हो पाया है. एयरफोर्स फिलहाल सिर्फ 36 तेजस के साथ ऑपरेट कर रही है.

4 नवंबर 2024 को फाईनेंशियल टाइम्स में एक रिपोर्ट छपी. इस रिपोर्ट में बताया गया कि भारत ने अमेरिकी कंपनी GE Aerospace पर तेजस के इंजन की डिलीवरी में हो रही देरी के लिए जुर्माना लगाया है. हालांकि जुर्माने की रकम कितनी है, ये अभी पता नहीं है. GE Aerospace को ये इंजन 2 साल पहले ही भारत की Hindustan Aeronautics Limited को भेजने थे. ये FN404-IN20 इंजन हैं जो भारत के Light Combat Aircraft के Mk1A वर्जन में लगने हैं.

(यह भी पढ़ें: भारत की फौजों को इन हथियारों की सख्त दरकार, फिर क्यों देरी कर रही है मोदी सरकार?)

भारत के रक्षा मंत्रालय ने इंजन डिलीवरी में हो रही देरी को कान्ट्रैक्ट की शर्तों का उल्लंघन मानते हुए GE Aerospace पर जुर्माना लगाया था. GE Aerospace ने इंजन डिलीवरी में हुई देरी का कोई स्पष्ट कारण नहीं दिया है पर विशेषज्ञ कहते हैं कि कोविड महामारी के बाद से सप्लाई चेन में जो बाढ़ आई है, ये उसी का नतीजा है. हालांकि अब GE Aerospace ने एक नई डेट दी है. कंपनी का कहना है कि अब अप्रैल 2025 तक ये इंजन भारत के HAL को डिलीवर कर दिए जाएंगे.

इस वाकये पर सेक्रेटरी ऑफ डिफेंस प्रोडक्शन संजीव कुमार का बयान सामने आया. उन्होंने कहा 

हम अपने अमेरिकन पार्टनर्स के साथ काम कर रहे हैं जिससे 2025-26 तक इंजनों की सप्लाई पटरी पर आ जाए.

इसके बाद इस मुद्दे पर HAL के चेयरमैन और एमडी डी के सुनील का भी बयान सामने आया है. उन्होंने कहा 

इस देरी को सिर्फ उद्योग की लेटलतीफी कहना सही नहीं होगा. एयर चीफ की चिंता को हमने समझा है. कुछ तकनीकी कारण हैं जिन्हें सॉल्व किया जा रहा है. हमने वादा किया है कि हम सारे ढांचे तैयार कर लेंगे. अलग-अलग स्तर की कई बैठकें हुई हैं. इंजन उपलब्ध होते ही हम इसे शुरु कर देंगे. एक टीम के रूप में हम सभी इस काम के लिए केंद्रित हैं. जल्द ही हम विमानों की डिलीवरी शुरु करेंगे.

पर जैसा कि एयर चीफ ने एयरो इंडिया में कहा, जब तक तेजस विमान ऑपरेशनल नहीं होते, तब तक एयरफोर्स पुराने हो चुके मिग-21 विमानों को रिटायर नहीं कर सकती. एयर चीफ मार्शल के बयान के बाद HAL के शेयर्स गिर रहे है. 12 फरवरी को शेयर बाजार खुलने के साथ ही HAL के शेयर्स में 5 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गई है.

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