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चलते ऑपरेशन में 75 साल का मरीज गाता रहा, 'मैं 17 बरस का तू 16 बरस की... ' वीडियो वायरल

ऑपरेशन थिएटर में गंगा राम यादव के गाने को सुनकर सर्जरी कर रहे सर्जन भी मुस्कुराने लगते हैं. सफल ऑपरेशन के बाद उन्हें ICU में रखा गया है. ऑपरेशन के इस वीडियो को लोग खूब पसंद कर रहे हैं.

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गंगाराम यादव का ऑपरेशन सफल रहा है | वीडियो: सोशल मीडिया

ऑपरेशन चल रहा है और मरीज गाना गा रहा है. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल है. मरीज का नाम है गंगा राम यादव, उम्र 75 साल. बताते हैं कि डॉक्टर्स हर्निया की सर्जरी कर रहे थे, तभी गंगा राम यादव 1960 के दशक का एक मशहूर गाना गाने लगते हैं. बोल हैं- ‘मैं 17 बरस का तू 16 बरस की...एक दो बरस जरा दूर रहा ना’.

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आजतक से जुड़े दुर्गेश यादव और सुमी राजाप्पन की एक रिपोर्ट के मुताबिक ये घटना छत्तीसगढ़ के जांजगीर चांपा जिले के NKH नर्सिंग होम की है. डॉक्टर्स ने बताया कि सक्ती जिले के हसौद इलाके के रहने वाले गंगा राम यादव को हर्निया की बीमारी हुई थी. बीते हफ्ते इलाज के लिए उनके परिजन उन्हें नर्सिंग होम लेकर आए थे. जांच के बाद डॉक्टर्स ने उन्हें ऑपरेशन करवाने की सलाह दी. इसके बाद गंगाराम को भर्ती कराया गया. जब डॉक्टर उन्हें ऑपरेशन के लिए लेकर गए तो लगा कि ज्यादातर मरीजों की तरह वो भी घबराहट में होंगे. लेकिन वो डॉक्टर्स से मजाकिया लहजे में बातें करते रहे.

इसके बाद जब गंगा राम यादव का ऑपरेशन शुरू हुआ तो वो अचानक गाना गाने लगे. वीडियो में भी दिख रहा है कि ऑपरेशन थिएटर में जब वो गाना गाते हैं तो डॉक्टर और नर्स सुनकर मुस्कुराने लगते हैं. इस दौरान डॉक्टर भी गंगा राम यादव का हौसला बढ़ाने लगते हैं. डॉक्टर्स के मुताबिक गंगा राम यादव का ऑपरेशन सफल रहा है और उन्हें कुछ घंटों के लिए ICU में रखा गया है.

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हर्निया की बीमारी कैसे होती है?

हर्निया के बारे में जानने से पहले पेट को समझना ज़रूरी है. हमारे पेट में दो हिस्से होते हैं. एक मस्कुलर वॉल, जिसमें स्किन और मसल्स होते हैं. दूसरा, अंदर का भाग जिसमें पेट और आंत जैसे अंग होते हैं. इन दोनों के बीच में एक पतली परत होती है. अगर ये परत कमज़ोर हो जाए तो बाहर की ओर बढ़ने लगती है. साथ ही, आंत भी बाहर आने लगती है. इसी को हर्निया कहते हैं.

परत कहां कमज़ोर हुई है, उस हिसाब से हर्निया को नाम दिया जाता है. मसलन अगर ये नाभि पर कमज़ोर हुई है तो इसे अम्बिलिकल हर्निया (Umbilical hernia) कहते हैं. अगर नाभि के पास हुई है तो इसे पैराअम्बिलिकल हर्निया (paraumbilical hernia) कहते हैं. परत ऊपरी हिस्से में कमज़ोर है तो इसे एपिगैस्ट्रिक हर्निया (epigastric hernia) कहते हैं. अगर निचले हिस्से (पेट और जांघ के बीच) में है तो इसे इनगुइनल हर्निया (inguinal hernia) कहते हैं. वहीं अगर पेट के ऑपरेशन के बाद हर्निया हुआ है तो इसे इंसिज़नल हर्निया (Incisional hernia) कहते हैं.

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हर्निया से बचाव कैसे करें?

हर्निया से बचाव किया जा सकता है. इसके लिए पेट पर जिस वजह से प्रेशर पड़ रहा है. उस वजह को दूर करना होगा. जैसे अपनी खांसी का उपचार कराएं. कब्ज़ और प्रोस्टेट ग्रंथि का इलाज कराएं. अनरेगुलेटेड जिम एक्टिविटी न करें. हमेशा इंस्ट्रक्टर के सुपरविज़न में ही वेट उठाएं. कभी भी अचानक वेट न उठाएं. अगर आप ये सब करेंगे तो हर्निया होने के चांस कम हो जाएंगे.

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हर्निया का इलाज क्या होगा, ये व्यक्ति की स्थिति और बीमारी की स्टेज पर निर्भर करता है. अगर आप परहेज़ और सतर्कता बरतें, तो कई मामलों में ये खुद से ठीक हो जाता है. लेकिन, अगर लापरवाही हुई तो सर्जरी के अलावा कोई और रास्ता नहीं बचता. हर्निया की सर्जरी कराने में 50 हज़ार से लेकर 1 लाख रुपए तक का खर्च आता है. हालांकि कुछ मामलों में ये खर्च और ज़्यादा बढ़ सकता है.

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