फेक दूतावास के बाद अब नोएडा से फर्जी इंटरनेशनल पुलिस के रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है. पुलिस ने इस मामले में 6 लोगों को गिरफ्तार किया है. ये आरोपी खुद को इंटरनेशनल पुलिस और कई बड़े संगठनों का सदस्य बताकर लोगों पर धौंस जमाते थे. फिर उनसे ठगी करते थे. इन्होंने अपनी एक फर्जी वेबसाइट भी बनाई हुई थी, जिसके जरिए ये लोगों से डोनेशन के नाम पर ठगी करते थे. आरोपियों का गिरोह कई राज्यों में काम करता था.
ऑफिस, वेबसाइट और ठाठ-बाठ - नोएडा में ‘इंटरनेशनल पुलिस’ का ठिकाना, निकला ठगी का अड्डा
Fake International Police Racket Noida: इन्होंने सेंट्रल Noida के सेक्टर-70 में दो महीने पहले ऑफिस किराए पर लिया था. वे इसे ‘इंटरनेशनल पुलिस’ का ब्यूरो बताया करते थे. फिर इसी ऑफिस के दम पर लोगों के बीच अपनी पैठ बिठाते और ठगी करते.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सभी आरोपी पश्चिम बंगाल के रहने वाले हैं. इन्होंने सेंट्रल नोएडा के सेक्टर-70 में दो महीने पहले ऑफिस किराए पर लिया था. वे इसे ‘इंटरनेशनल पुलिस’ का ब्यूरो बताया करते थे. फिर इसी ऑफिस के दम पर लोगों के बीच अपनी पैठ बनाते और ठगी करते. इतना ही नहीं आरोपियों ने एक फर्जी वेबसाइट भी बना रखी थी. इनका गिरोह पश्चिम बंगाल समेत कई राज्यों में एक्टिव था. इनके पास मंत्रालय के फर्जी ID भी मिले हैं.
सेंट्रल नोएडा के पुलिस कमिश्नर शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि पूछताछ में खुलासा हुआ कि यह गिरोह मंत्रालयों और पुलिस से जुड़े काम कराने के नाम पर लोगों से ठगी करता था. वे www.intlpcrib.in नाम की वेबसाइट के जरिए डोनेशन लिया करते थे. आरोपियों ने 4 जून को एक रेंट एग्रीमेंट बनाया था और पिछले 15 दिनों से दफ्तर चला रहे थे.
पुलिस के मुताबिक, आरोपियों की पहचान आर्ट्स ग्रैजुएट विभाष चंद्र अधिकारी (27), लॉ ग्रैजुएट अराग्य अधिकारी (26), पिंटू पाल (27), समापदल (25), बाबुल चंद्र मंडल (27), आशीष कुमार (57) के रूप में हुई है. पहले चार आरोपी पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के रहने वाले हैं, जबकि मंडल और कुमार 24 परगना और कोलकाता के रहने वाले हैं.
पुलिस ने 9 मोबाइल फोन, 17 स्टाम्प सील, 6 चेक बुक, 8 पहचान पत्र, 1 पैन कार्ड, 1 वोटर कार्ड, 6 ATM कार्ड, 3 तरह के विजिटिंग कार्ड, मंत्रालयों द्वारा मान्यता प्राप्त प्रमाण पत्र और एक CPU जब्त किया है. आरोपियों के कब्जे से “इंटरनेशनल पुलिस और क्राइम इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो” के 4 बोर्ड, 42,300 रुपये कैश और अन्य दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं.
सेंट्रल नोएडा के फेज-3 पुलिस स्टेशन में BNS, IT एक्ट और प्रतीक समेत कई धाराओं में मामला दर्ज किया है. आगे की जांच जारी है.
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