उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) की नोएडा यूनिट ने एक अवैध दूतावास (Fake Embassy) का पता लगाया है. 22 जुलाई की रात को STF ने गाजियाबाद के कवि नगर थाना क्षेत्र में किराए के एक मकान में छापा मारा. पता चला कि यहां से कई ‘देशों’ के अवैध दूतावास चलाए जा रहे थे. मामले में हर्षवर्धन जैन नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है.
फर्जी दूतावास, फर्जी राजदूत... जो देश हैं ही नहीं, उनके दूतावास गाजियाबाद में, इस कोठी का खुला राज
Fake Embassy in Ghaziabad: 22 जुलाई की रात को STF ने गाजियाबाद के कवि नगर थाना क्षेत्र में किराए के एक मकान में छापा मारा. पता चला कि यहां से कई ‘देशों’ के अवैध दूतावास चलाए जा रहे थे. मामले में हर्षवर्धन जैन नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है.

मौके से कई डिप्लोमेटिक नंबर प्लेट और ऐसी नंबर प्लेट लगी कई गाड़ियां बरामद हुई हैं. इसके अलावा वहां कई देशों के पासपोर्ट, विदेश मंत्रालय के दस्तावेज, पैनकार्ड, कई देशों की कंपनियों की मोहरें और दस्तावेज और प्रेस कार्ड भी मिले हैं. पुलिस को मौके से 44,70,000 रुपयों के साथ-साथ कई देशों की विदेशी मुद्राएं भी मिली हैं.
अवैध दूतावास के नाम पर हो क्या रहा था?पुलिस का कहना है कि आरोपी हर्षवर्धन खुद को वेस्ट आर्कटिका, सेबोर्गा, पौल्विया और लोडोनिया जैसी जगहों का अधिकारी बताता था. बताया जा रहा है कि कई ऐसे देश भी हैं जिसे उसने खुद से ही बना रखा था और खुद को उन देशों का डिप्लोमैट कहता था.
आरोपी डिप्लोमेटिक नंबर प्लेट वाली गाड़ियों से चलता था. लोगों पर रौब दिखाने के लिए वो प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और दूसरे प्रभावशाली लोगों के साथ अपनी एडिट की हुई तस्वीरें दिखाता था. इनके जरिए उसने अपने सोशल मीडिया प्रोफाइल पर भी माहौल बना रखा था.
आरोपी का मुख्य काम प्राइवेट कंपनियों में नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों को विदेश भेजना था. इसके बदले वो पैसे लेता था. इसके अलावा उस पर शेल कंपनियों के जरिए हवाला रैकेट चलाने के आरोप भी लगे हैं.
मामले को लेकर कवि नगर थाने में FIR दर्ज कराई गई है. पुलिस ने कहा है कि आगे की कार्रवाई की जा रही है.
पुलिस के मुताबिक, ये भी पता चला है कि आरोपी हर्षवर्धन पूर्व में चंद्रास्वामी और अदनान खगोशी जैसे इंटरनेशनल आर्म्स डीलर के संपर्क में रहा है. 2011 में हर्षवर्धन के पास से अवैध सैटेलाइट फोन बरामद हुआ था. ये मामला भी थाना कविनगर में पंजीकृत है.
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सरकार की अनुमति के बिना दूतावास चल सकते हैं?अवैध दूतावास पर छापा मारने से पहले STF ने केंद्रीय एजेंसियों से मामले पर जानकारी मांगी थी. पता चला कि देश में इस तरह से कोई दूतावास नहीं चलाया जा सकता, ये भारत की संप्रभुता के खिलाफ है.
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