समाजवादी पार्टी (SP) के मुखिया अखिलेश यादव ने 130वें संविधान संशोधन बिल पर तीखा तंज कसा है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पहले से इस विधेयक के बारे में पता था, इसलिए उन्होंने कुर्सी पर बैठते ही अपने सारे केस वापस ले लिए. अखिलेश ने आरोप लगाया कि सीएम योगी ने डिप्टी सीएम के भी केस वापस कराए. इसके अलावा उन्होंने SP से निष्कासित विधायक पूजा पाल के पत्र का भी जवाब दिया.
अखिलेश का CM योगी पर तंज, 'मुख्यमंत्री जी को पता था विधेयक आएगा, इसलिए अपने केस वापस लिए'
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने CM योगी आदित्यनाथ पर केस वापस लेने के आरोप लगाए. उन्होंने 130वें संविधान संशोधन बिल के साथ ही निष्काषित विधायक पूजा पाल के पत्र पर भी प्रतिक्रिया दी.
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अखिलेश यादव ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) वाले पूजा पाल को मार सकते हैं, और जेल उन्हें जाना पड़ेगा. न्यूज एजेंसी ANI की रिपोर्ट के मुताबिक रविवार, 24 अगस्त को अखिलेश यादव ने लखनऊ पार्टी कार्यालय पर प्रेस वार्ता की. इसमें उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार, केंद्र सरकार और भारतीय चुनाव आयोग (ECI) पर जमकर निशाना साधा.
इस दौरान अखिलेश यादव ने गंभीर अपराधों के आरोपों में घिरे प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और मंत्रियों को पद से हटाने संबंधी विधेयक को लेकर कहा,
"हमारे मुख्यमंत्री जी (योगी आदित्यनाथ) को पहले से पता था कि एक दिन ऐसा विधेयक आएगा. कुर्सी पर बैठते ही उन्होंने अपने सारे मुकदमे वापस ले लिए. अपने तो लिए, डिप्टी सीएम के भी केस वापस ले लिए. जो (लोग) इस विधेयक को ला रहे हैं, उन्होंने कई बार स्वीकार किया कि उनके ऊपर झूठे केस लगाए गए थे. अगर उन्हें झूठे केस में फंसाया गया, तो कल किसी और को भी झूठे केस में फंसाया जा सकता है."
उन्होंने आगे कहा,
"आप मोहम्मद आज़म खान को देखिए, प्रजापति, इरफान सोलंकी, रमाकांत यादव... सबको परेशान किया गया. अब्बास अभी बच गए हैं. ये सरकार विपक्ष को टारगेट कर रही है. रीजनल पार्टियों पर दबाव बना रही है, अंदर बगावत करवाना चाहती है. सबसे ज़रूरी बात ये है कि जो चुनाव में वोट चुराते हैं, डकैती करते हैं, उस मुद्दे से ध्यान हटाने के लिए ये विधेयक लाया गया है."
इसके अलावा सीएम अखिलेश यादव ने पूजा पाल के जान के खतरे वाले पत्र पर भी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा,
“ये बात समझ में नहीं आती कि कोई मुख्यमंत्री से मिले और उसे जान का खतरा किसी दूसरे दल के नेता से हो… मार देंगे बीजेपी वाले और हम लोग जेल चले जाएंगे. हालांकि, हमें ऐसा नहीं बोलना चाहिए. लेकिन अगर किसी को सच में खतरा है. तो इसकी जांच होनी चाहिए. लेकिन हम यूपी सरकार पर भरोसा नहीं कर सकते, इसलिए हमने गृह मंत्री को पत्र लिखा है.”
दरअसल, 23 अगस्त को सपा से निष्कासित विधायक पूजा पाल ने अखिलेश यादव को एक लेटर लिखा था. इसमें उन्होंने अपनी हत्या की आशंका जताई थी. पूजा पाल ने कहा था कि अगर उनकी हत्या होती है तो सपा और अखिलेश यादव जिम्मेदार होंगे. इसी पत्र को लेकर अखिलेश ने जांच के लिए गृह मंत्री अमित शाह को एक पत्र लिखा है.
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