उत्तर प्रदेश का औरैया ज़िला. 30 नवंबर की रात इंककला देवी अपने परिवार के साथ गोलगप्पे खा रही थीं. जैसे ही उन्होंने गोलगप्पे खाने के लिए मुंह खोला, उनका मुंह खुला का खुला रह गया. बंद ही नहीं हुआ. उनका जबड़ा अपनी जगह से खिसक गया था. यानी डिसलोकेट हो गया.
गोलगप्पा मुंह में लेते ही महिला का मुंह इसलिए खुला का खुला रह गया था
उत्तर प्रदेश के औरैया ज़िले में एक महिला का जबड़ा गोलगप्पा खाते हुए खिसक गया. डॉक्टरों ने उन्हें फर्स्ट ऐड दिया और जबड़े को वापस जगह पर लाने की कोशिश की. लेकिन कई कोशिशों के बाद भी कोई आराम नहीं मिला. इसलिए उन्हें दूसरे अस्पताल में शिफ्ट करना पड़ा.


ये देख घरवाले घबरा गए. अस्पताल लेकर पहुंचे. डॉक्टर्स ने तुरंत फर्स्ट ऐड दिया और जबड़े को सही जगह वापस लाने की कोशिश की. लेकिन कई कोशिशों के बाद भी उन्हें कोई आराम नहीं मिला. इसलिए दूसरे अस्पताल में शिफ्ट करना पड़ा.
ये घटना अनोखी तो है. पर उतनी ही सीरियस भी है. हम सभी गोलगप्पे खाते हैं. अगर गोलगप्पे खाते हुए जबड़ा डिसलोकेट हो सकता है, तो ये बहुत गंभीर बात है.
पर गोलगप्पे खाने से किसी का जबड़ा कैसे खिसक सकता है? और, ये जबड़ा खिसकने का मतलब क्या है? ये हमने पूछा सी.के. बिड़ला हॉस्पिटल में ENT डिपार्टमेंट के डायरेक्टर, डॉक्टर अनीश गुप्ता ने.

जबड़ा डिसलोकेट होने का मतलब क्या है?
डॉक्टर अनीश बताते हैं कि जबड़ा डिसलोकेट होने का मतलब है कि निचला जबड़ा अपनी सही जगह से खिसक गया है. ये वही जगह है जहां जबड़ा, कान के पास TMJ यानी Temporomandibular Joint से जुड़ा होता है. जब ये जोड़ आगे या साइड में खिसक जाता है, तो व्यक्ति मुंह बंद नहीं कर पाता. उसे तेज़ दर्द होता है. बोलने में मुश्किल होती है. उस जगह पर सूजन आ जाती है. लार टपकने जैसे लक्षण भी दिख सकते हैं.
किन वजहों से जबड़ा डिसलोकेट हो सकता है?
ऐसा कई वजहों से हो सकता है. जैसे जब मुंह बहुत ज़्यादा खोल लिया जाए. आप कब-कब ऐसा करते हैं? ज़ोर से हंसते हुए. जम्हाई लेते हुए. ज़ोर से कुछ काटते वक़्त. चोट या जॉइंट में कमज़ोरी की वजह से भी जबड़ा डिसलोकेट हो सकता है. खिसकने के बाद जबड़े की मांसपेशियां जकड़ जाती हैं. इसलिए इसे खुद से ठीक नहीं किया जा सकता. आपको डॉक्टर के पास जाना ही पड़ेगा.

गोलगप्पा खाने से जबड़ा डिसलोकेट होने का ख़तरा कैसे है?
जब भी हम गोलगप्पे खाते हैं, तो एक बार में पूरा गोलगप्पा मुंह के अंदर रखते हैं. अगर गोलगप्पे का साइज़ बड़ा है, तो मुंह ज़्यादा खोलना पड़ता है. अब अगर अचानक ज़ोर से मुंह खोला जाए, तो TMJ जॉइंट पर ज़रूरत से ज़्यादा दबाव पड़ सकता है. खासकर जिन्हें पहले ही TMJ से जुड़ी कोई दिक्कत है या जिनका जबड़ा कमज़ोर है या कोई पुरानी चोट है. जल्दबाजी में या हंसते-बोलते हुए गोलगप्पे खाने से भी जोड़ खिसक सकता है.
खाने की दूसरी चीज़ें जबड़ा कैसे डिसलोकेट कर सकती हैं?
सिर्फ गोलगप्पे ही नहीं, खाने की कई और चीज़ें भी जबड़ा डिसलोकेट कर सकती हैं. खासकर वो चीज़ें, जिनके लिए मुंह बहुत ज़्यादा खोलना पड़ता है. जिन्हें चबाने में ज़्यादा जोर लगाना पड़ता है. जैसे बड़े साइज़ के बर्गर, मोटे सैंडविच, बड़े सेब या बहुत सख्त ब्रेड रोल्स. बहुत कड़े मेवे, हार्ड कैंडी और सख्त मीट खाने से भी जबड़ा डिसलोकेट हो सकता है. इसका रिस्क उन लोगों में ज़्यादा है, जिनका जबड़ा सेंसेटिव है या जिन्हें पहले से ही कोई चोट लगी है. खाना खाते हुए अचानक जम्हाई लेने या हंसने से भी जोड़ में खिंचाव आ सकता है, और जबड़ा डिसलोकेट हो सकता है.
जबड़ा डिसलोकेट होने से कैसे बचाएं?
जबड़ा डिसलोकेट होने से बचाना है, तो मुंह ज़रूरत से ज़्यादा न खोलें. बहुत बड़े निवाले लेने से बचें. बर्गर, सैंडविच और फलो को छोटे टुकड़ों में काटकर खाएं. अगर TMJ जॉइंट से जुड़ी कोई दिक्कत है, तो खाते वक्त खास सावधानी बरतें.
अगर जबड़ा डिसलोकेट हो जाए, तो बिना देर किए डॉक्टर के पास जाएं. वो इसे सही जगह पर लाएंगे. इसके बाद सूजन कम करने के लिए ठंडा पैक लगाया जाएगा. दर्द कम करने के लिए दवाइयां दी जाएंगी. कुछ दिनों तक नरम खाना खाने की सलाह भी दी जाती है.
(यहां बताई गई बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)
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