अगर पिछले कुछ दिनों से आपके गालों पर अचानक दाने निकलने लगे हैं, तो ज़रा अपने फ़ोन की तरफ़ नज़र डालिए. इसमें कसूर आपके फ़ोन का हो सकता है.
गालों पर बार-बार दाने निकल रहे? इसकी वजह आपका फोन भी हो सकता है
अगर आपकी डाइट ठीक है. आपने कोई नया स्किन प्रोडक्ट नहीं इस्तेमाल करना शुरू किया है. इसके बावजूद आपके गालों पर दाने निकले जा रहे हैं, तो इसकी वजह आपका फ़ोन हो सकता है. कैसे? आइए जानते हैं.


जी, सही पढ़ा आपने. अगर आपकी डाइट ठीक है. आपने कोई नया स्किन प्रोडक्ट नहीं इस्तेमाल करना शुरू किया है. इसके बावजूद आपके गालों पर दाने निकले जा रहे हैं, तो इसकी वजह आपका फ़ोन हो सकता है.

डर्मालिंक्स क्लीनिक, गाज़ियाबाद में डर्मेटोलॉजिस्ट एंड मेडिकल हेड, डॉक्टर विदुषी जैन कहती हैं कि जब फोन की वजह से गालों पर मुंहासे निकलें, तो इसे फोन एक्ने कहते हैं. ये आजकल बहुत कॉमन प्रॉब्लम बन गई है. ये एक्ने मैकेनिका का ही एक रूप है. एक्ने मैकेनिका तब होता है, जब स्किन बार-बार किसी चीज़ से रगड़ती है या उस पर दबाव पड़ता है. ऐसा जितनी देर तक होगा, स्किन के पोर्स ब्लॉक होने का चांस उतना ज़्यादा बढ़ेगा.
पोर्स स्किन पर मौजूद छोटे-छोटे छेद होते हैं. हिंदी में इन्हें रोमछिद्र कहा जाता है. जब ये पोर्स पसीने या ऑयल की वजह से ब्लॉक हो जाते हैं, तो दाने निकल आते हैं.
23 अगस्त 2017 को TIME की वेबसाइट पर एक आर्टिकल छपा. इसमें एक स्टडी का ज़िक्र है. ये स्टडी अमेरिका की University of Arizona के साइंटिस्ट्स ने की है. इसके मुताबिक, आपकी टॉयलेट सीट पर जितने बैक्टीरिया होते हैं. उससे 10 गुना ज़्यादा आपके सेल फोन्स पर होते हैं. इसकी वजह ये है कि लोग जहां जाते हैं, अपना फोन साथ लेकर जाते हैं. जैसे बाथरूम में. वो गंदे हाथों से अपना फोन छूते रहते हैं. इससे आपके फोन पर बैक्टीरिया जमा होते रहते हैं.
एक रिसर्च के मुताबिक, आपके फोन के हर स्क्वायर इंच पर करीब 25 हज़ार जर्म्स होते हैं. यानी ये घर की सबसे गंदी चीज़ों में से एक है. फिर जब आप इतने गंदे फोन को अपने चेहरे पर बार-बार लगाते हैं. तब ये बैक्टीरिया आपके चेहरे तक पहुंच जाते हैं. नतीजा? मुंहासे निकल आते हैं.

अगर आपको फोन एक्ने से बचना है, तो अपने फोन को रोज़ साफ करें. इसके लिए आप एल्कोहल बेस्ड वाइप या माइक्रो-फाइबर कपड़े का इस्तेमाल कर सकते हैं. फोन को सीधे गाल पर न लगाएं. ईयरफोन या हेडफोन का इस्तेमाल कर सकते हैं.
साथ ही, दिन में दो बार फेसवॉश से मुंह धोएं. कहीं बाहर से आए हैं, तो चेहरा पानी से ज़रूर साफ करें. अगर एक्ने हैं, तो विटामिन A की क्रीम लगा सकते हैं. जैसे एडापलीन या रेटिनॉल. सैलिसिलिक एसिड और मैंडेलिक एसिड भी एक्ने पर बहुत असरदार हैं. लेकिन, बिना डॉक्टर की सलाह के एक्ने पर कुछ भी नहीं लगाना चाहिए. वरना नुकसान भी हो सकता है. इसके अलावा, एक्ने से निपटने के लिए केमिकल पील, लेज़र या कॉमेडोन एक्सट्रैक्शन किया जाता है.
केमिकल पील में स्किन पर कुछ ख़ास केमिकल लगाकर डेड स्किन हटाई जाती है. इससे एक्ने कम होते हैं. लेज़र थेरेपी में लेज़र की मदद से एक्ने का इलाज होता है. वहीं, कॉमेडोन एक्सट्रैक्शन में एक खास टूल से स्किन के पोर्स को साफ़ किया जाता है. इसके अलावा डॉक्टर आपको कुछ और लगाने के लिए क्रीम और दवाएं दे सकते हैं.
(यहां बताई गई बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)
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