NB.1.8.1 कोरोनावायरस का एक वेरिएंट है. भारत में भी इसके मामले मिले हैं. इस वेरिएंट को ‘निंबस’ के नाम से भी बुलाया जा रहा है. 'निंबस' नाम सुनकर कुछ याद आया? हैरी पॉटर फैंस को ज़रूर याद आ गया होगा. हैरी की एक जादुई झाड़ू का नाम भी निंबस था. निंबस 2000. पर उस निंबस और इस निंबस में बड़ा फर्क है. जहां वो निंबस हैरी के इतना काम आई. इस वाले निंबस ने लोगों को जीना मुश्किल कर रखा है.
दर्द ऐसा जैसे गले में ब्लेड फंसा हो, कोरोनावायरस का ये नया लक्षण जान लीजिए
कोरोनावायरस के NB.1.8.1 वेरिएंट के एक लक्षण को रेज़र ब्लेड थ्रोट नाम दिया गया है. दरअसल, इस वेरिएंट से संक्रमित होने पर कुछ लोगों को गले में भयंकर दर्द हो रहा है.
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कोविड के इस नए वेरिएंट का एक लक्षण लोगों को बहुत परेशान कर रहा है. ये लक्षण है- गले में दर्द. पर ये हल्का-फुल्का दर्द नहीं है. जैसे ख़राश या वायरल में होता है. ये बहुत भयानक दर्द है. ऐसा लगता है जैसे कोई ब्लेड से गला काट रहा है. और ये बात हम कोई बढ़ा-चढ़ाकर नहीं बता रहे. वाकई ऐसा है. इसलिए इस दर्द को एक नाम मिला है- रेज़र ब्लेड थ्रोट (Razor Blade Throat).
ये नाम क्यों पड़ा और इस वेरिएंट की वजह से गले में इतना दर्द क्यों हो रहा है, ये हमने पूछा वेलनेस होम क्लीनिक एंड स्लीप सेंटर, दिल्ली में पल्मोनोलॉजिस्ट डॉक्टर विकास मित्तल से.

डॉक्टर विकास बताते हैं कि NB.1.8.1 वेरिएंट यानी निंबस के एक लक्षण को रेज़र ब्लेड थ्रोट नाम दिया गया है. वो इसलिए क्योंकि इस वेरिएंट से इंफेक्ट होने पर कुछ लोगों को गले में बहुत भयंकर दर्द हो रहा है. ये दर्द बिल्कुल वैसा ही है, जैसे गले में ब्लेड अटक गया हो.
इतना भयंकर दर्द होने के पीछे कुछ खास वजहें हो सकती हैं. जैसे एक तो ये नया वेरिएंट है. कोरोनावायरस के दूसरे वेरिएंट्स की तुलना में तेज़ी से फैलता है. इसमें गले के सेल्स को आक्रामक तरीके से इंफेक्ट करने की क्षमता है. जिससे गले में दर्द और जलन की शिकायत बढ़ सकती है.
अब तक कोरोनावायरस के जितने भी वेरिएंट आए. उन सबमें गले में हल्का दर्द होता था. पर NB.1.8.1 वेरिएंट का मुख्य लक्षण ही ‘गले में तेज़ दर्द‘ है.
दूसरी वजह, आपके इम्यून सिस्टम का रिस्पॉन्स. ज़्यादातर लोग कोरोना की वैक्सीन लगवा चुके हैं. वायरस से इंफेक्ट हो चुके हैं. इस वजह से हो सकता है कि शरीर का इम्यून सिस्टम, निंबस को कुछ ज़्यादा ही स्ट्रॉग रिस्पॉन्स दे रहा हो. गले में बहुत सारे लिम्फ नोड्स और इम्यून सेल्स होते हैं. जब भी कोई वायरस शरीर में घुसने की कोशिश करता है. तो आपकी सुरक्षा करने का सबसे पहला यही उठाते हैं. ये इम्यून सिस्टम का हिस्सा हैं. इनका काम है इन्फेक्शन से लड़ना और उसे आगे न बढ़ने देना. जब ये सेल्स वायरस से लड़ रहे होते हैं, तब गले में दर्द और सूजन होती है.

इसलिए अगर आपके गले में भयानक दर्द है, जो काफी दिनों से बना हुआ है. तब आपके कोरोनावायरस की जांच करा लेनी चाहिए.
गले के दर्द से राहत पाने के लिए कुछ चीजे़ं आप घर पर भी कर सकते हैं. जैसे गुनगुना पानी, गर्म चाय पीना ताकि गले को आराम मिले. नमक वाले गुनगुने पानी से गरारे करना. आप थ्रोट लोज़ेंजेस का इस्तेमाल कर सकते हैं. डॉक्टर से पूछकर कुछ दवाइयां भी ले सकते हैं. जैसे पैरासिटामॉल और आइबोप्रोफेन.
(यहां बताई गई बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)
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