दावा
देश में कृषि बिल पर मचे हंगामे के बीच ट्विटर पर पश्चिम बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप घोष ने खेत की एक तस्वीर शेयर की है. तस्वीर में किसानों ने रोपाई के दौरान खेत में धान की पौध से बीजेपी और मोदी लिखा है.तस्वीर के साथ दिलीप घोष
ने अंग्रेजी में कैप्शन लिखा है, जिसका हिंदी अनुवाद हम आपको बता रहे हैं-
दक्षिण दिनाजपुर के कुमारगंज विधानसभा क्षेत्र के पंतोर गांव की तस्वीर. बंगाल के किसान प्रधानमंत्री का आभार प्रकट करते हुए.
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ट्विटर यूज़र राकेश सिंह
ने भी यही दावा ट्वीट करते हुए इसे हाल ही में पास हुए कृषि बिल से जोड़ा है.
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पड़ताल
'दी लल्लनटॉप' की पड़ताल में वायरल दावा भ्रामक निकला. दिलीप घोष जिस तस्वीर को बंगाल का बता रहे हैं, वो तस्वीर बिहार के कैमूर जिले की है.रिवर्स इमेज़ सर्च के जरिये हमें आउटलुक मैगज़ीन
पर PTI के हवाले से ये तस्वीर मिली. तस्वीर के साथ कैप्शन लिखा है-
विधानसभा चुनाव से पहले बिहार के कैमूर जिले में किसानों ने धान के पौधों से लिखा BJP और मोदी.

आउटलुक में छपी तस्वीर
(आर्काइव लिंक
)
कीवर्ड्स के जरिये सर्च करने पर हमें आजतक
की 25 सितंबर 2020 की एक रिपोर्ट में भी यही तस्वीर मिली.तस्वीर के साथ कैप्शन है-
कैमूर में खेती है अर्थव्यवस्था का आधार (फोटो- PTI).रिपोर्ट में कैमूर जिले के इतिहास के साथ-साथ वर्तमान राजनीतिक समीकरण की चर्चा भी की गई है.
PTI के रिकॉर्ड्स के मुताबिक, ये तस्वीर 12 जुलाई 2020 को खींची गई थी.

आजतक की रिपोर्ट
(आर्काइव लिंक
)
नतीजा
कुल मिलाकर हमारी पड़ताल में नतीजा निकला कि पश्चिम बंगाल बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष ने किसानों की जिस तस्वीर को बंगाल का बताकर शेयर किया है, वो असल में बिहार के कैमूर की है. ये तस्वीर न्यूज़ एजेंसी PTI की है.
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