भारतीय सेना ने 6-7 मई की रात पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में हवाई हमला किया. इस हमले का नाम ‘ऑपरेशन सिंदूर’ रखा गया है. हमले में कुल 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया. इसी बीच सोशल मीडिया पर कई वीडियो और तस्वीर शेयर किए जा रहे हैं. ऐसा ही एक पोस्ट शेयर कर कहा जा रहा कि भारतीय सेना के ऑपरेशन के बाद पाकिस्तानी आर्मी ने भारत का एक 1 रफाल और एक सुखोई मार गिराया.
रफाल-सुखोई मार गिराने की झूठी फोटो का सच पता लगा, ध्यान से देखते ही खुल गई पोल
Operation Sindoor के बाद सोशल मीडिया पर कई वीडियो और तस्वीर शेयर किए जा रहे हैं. ऐसे ही एक पोस्ट शेयर कर कहा जा रहा है कि भारतीय सेना के ऑपरेशन के बाद पाकिस्तानी आर्मी ने भारत का एक 1 रफाल और एक सुखोई मार गिराया.

तेजस्वी प्रकाश नाम के एक यूजर ने तस्वीर और वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “हमारे सैन्य बलों द्वारा किए गए #ऑपरेशन सिंदूर के ठीक बाद. खूनी पाकिस्तानियों ने अखनूर के पास 1 रफाल और 1 Su-30 को मार गिराया. और हमारे ब्रिगेड मुख्यालय को नष्ट कर दिया.”

इस पोस्ट को 1.5 मिलियन से अधिक व्यूज मिल चुके हैं. साथ ही इसे पाकिस्तान के पत्रकार हामिद मीर ने रिट्वीट किया है. इसी तरह के कई दावे अन्य यूजर्स ने भी किए हैं जिनके पोस्ट आप यहां देख सकते हैं.
क्या पाकिस्तान सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान रफाल और सुखोई को मार गिराया? क्या है दावे की सच्चाई?
तस्वीर-1

सच्चाई जानने के लिए हमने वायरल तस्वीर को रिवर्स सर्च किया. हमें टाइम्स ऑफ इंडिया की वेबसाइट पर छपी 4 साल पुरानी एक रिपोर्ट मिली. रिपोर्ट में वायरल तस्वीर मौजूद है. तस्वीर के साथ लिखे कैप्शन के मुताबिक, यह भारतीय वायुसेना (आईएएफ) का एक मिग-21 लड़ाकू विमान है, जो पंजाब के मोगा जिले के लंगेआना खुर्द गांव के पास खेतों में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इस दुर्घटना में पायलट स्क्वाड्रन लीडर अभिनव चौधरी की मौत हो गई थी.

इसके अलावा यह तस्वीर इंडियन एक्सप्रेस की वेबसाइट में छपी 4 साल पुरानी रिपोर्ट में भी मिली.
यानी यह साफ है कि तस्वीर चार साल पुरानी है.
तस्वीर-2

इस तस्वीर को भी गूगल लेंस से सर्च करने पर हमें सितंबर, 2024 की कई मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं. इन रिपोर्ट्स में वायरल तस्वीर मौजूद है. NDTV की वेबसाइट पर 3 सितंबर, 2024 को छपी रिपोर्ट के मुताबिक, यह भारतीय सेना का फाइटर जेट मिग 29 है जो राजस्थान के बाड़मेर में क्रैश हो गया था. रिपोर्ट के अनुसार, जेट ने एयरबेस से नियमित परीक्षण के लिए उड़ान भरी थी. लेकिन बड़ी तकनीकी खामी के कारण क्रैश हो गया.

न्यूज एजेंसी द्वारा 2 सितंबर, 2024 में पोस्ट किए गए एक वीडियो में भी हमें यह तस्वीर नज़र आई. यहां भी इसे बाड़मेर का बताया गया था. यानी यह तस्वीर सात महीने पुरानी है.
तीसरी पोस्ट

इसे भारत सरकार के सूचना प्रसारण मंत्रालय के तहत आने वाली फैक्ट चेकिंग यूनिट PIB ने फेक बताया है.
नतीजाकुल मिलाकर, हमारी पड़ताल में साफ है कि सोशल मीडिया पर पहले से मौजूद तस्वीर और वीडियो को 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद का बताकर भ्रामक दावे के साथ शेयर किया गया है.
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वीडियो: Operation Sindoor: भारत के जेट्स ने आसमान से बरसाई आग, 100 से अधिक आतंकी मारे गए