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गेम ऑफ़ थ्रोन्स S8E6- नौ साल लंबे सफर की मंज़िल कितना सेटिस्फाई करती है?
गेम ऑफ़ थ्रोन्स के चाहने वालों के लिए आगे ताउम्र की तन्हाई है!

अंग्रेजी का एक शब्द. इसका मतलब होता है एक लंबी कविता. जो बहुत पुराने किसी वक़्त की, भले ही काल्पनिक, कहानी बताए. नायकों-खलनायकों की वो कहानी, जो पीढ़ियों ने मुंहजुबानी याद रखी-रखवाई हो. जैसे- वेदव्यास का महाभारत. जैसे- आर आर मार्टिन का गेम ऑफ थ्रोन्स. महाभारत, जिसमें ब्रह्मास्त्र होते हैं. गाइडेड मिसाइल टाइप. जिसमें मंत्र से बच्चे पैदा हो जाते हैं. जिसमें युधिष्ठिर और उनका कुत्ता पांव-पांव चलकर धरती से स्वर्ग पहुंच जाते हैं. पढ़ने वाले कई मानते हैं, ये सब हुआ था. वैसे ही, जैसे 'गेम ऑफ थ्रोन्स' देखने वाले. मुंह से आग उगलने वाले ड्रैगन. ज़िंदा को मुर्दा और फिर मुर्दा को अलग सा ज़िंदा बना देने वाला नाइट किंग. जैसे, मरकर जी उठा जॉन स्नो. आठ सीज़न लंबी ये कहानी 19 मई, 2019 को ख़त्म हो गई. उसी मोड़ पर, जहां से कभी शुरू हुई थी. इसे देखने वाले कह सकते हैं. ये उनके वक़्त का महाकाव्य है. जो किसी एक मुल्क, एक कल्चर का नहीं. हर देखने वाले का है. जिन्हें इस एपिक ने यूनाइट किया है.
आर आर मार्टिन का शाहकार - गेम ऑफ़ थ्रोन्स. पहले से लेकर पांचवे एपिसोड का रिव्यू कर चुकने के बाद आज बारी है छठे यानी सीज़न और पूरी सीरीज़ के अंतिम एपिसोड की.
पढ़िए- गेम ऑफ़ थ्रोन्स सीज़न 8 एपिसोड 1 - रिव्यू
पढ़िए- गेम ऑफ़ थ्रोन्स सीज़न 8 एपिसोड 2 - रिव्यू
पढ़िए- गेम ऑफ़ थ्रोन्स सीज़न 8 एपिसोड 3 - रिव्यू
पढ़िए- गेम ऑफ़ थ्रोन्स सीज़न 8 एपिसोड 4 - रिव्यू
पढ़िए- गेम ऑफ़ थ्रोन्स सीज़न 8 एपिसोड 5 - रिव्यू
20 मई, 2019 को भारतीय समयानुसार सुबह 6:30 बजे भारत में इसके आठवें सीज़न के अंतिम एपिसोड (S8E6), का प्रीमियर किया गया. हॉटस्टार पे.
Game of Thrones के इस आख़िरी सीज़न ने अब तक बहुतों का दिल तोड़ा. कहानी जैसे घूम रही थी, लोग उससे राब्ता नहीं रख पा रहे थे. गुलामों को आज़ाद कराने वाली डनेरियस विलन हो गई थी. मैड क्वीन. पांचवें एपिसोड में डनेरियस ने अपने ड्रैगन से पूरा वेस्टोरस, पूरा रेड कीड जला दिया. ज़मीन पर उसकी अनसलिड आर्मी ने कहर बरपाया. सबकुछ एक गद्दी के लिए. हज़ार तलवारों से बना आयरन थ्रोन, जिसपर सात साम्राज्य (सेवन किंगडम) का शासक बैठता है. डनेरियस ने वो गद्दी पा ली. मगर क्या गद्दी उसकी हुई? मैं जवाब लिख दूं, तो स्पॉइलर का पाप लग जाएगा. इस एपिसोड का सबसे पीक सीन वही है, जहां इस सवाल का जवाब मिलता है. और इस सीन का हीरो है ड्रैगन. ड्रैगन, जिसकी पीठ पर सवार होकर डनेरियस आयरन थ्रोन पाने निकली थी. जिसके लिए इतना खून-खराबा हुआ. साज़िशें रची गईं. पीठ में खंजर घोंपे गए. दोस्त दुश्मन बन गए और दुश्मन प्रेम में पड़ गए. इस आयरन थ्रोन के साथ सबसे सही न्याय किया ड्रैगन ने.
और जॉन? आयरन थ्रोन का दावेदार. पिछले एपिसोड में किंग्स लैंडिंग के अंदर हुए कत्लोआम को देखकर जॉन के चेहरे पर जो भाव थे, उससे लग रहा था वो डनेरियस की निष्ठुरता से हिल गया है. जॉन के करेक्टर ने हमेशा कमज़ोरों के लिए स्टैंड लिया. तो क्या वो डनेरियस के खिलाफ हो जाएगा? स्पॉइलर तो नहीं, लेकिन इतना बता देते हैं कि जॉन के करेक्टर ने ऐसा पहले कभी नहीं किया था. झूठ नहीं बोलना. धोखा नहीं देना. इनमें यकीन करने वाला जॉन कुछ बेहद अनपेक्षित करता है. जॉन का भविष्य ऐसा है, जिसकी शायद किसी ने कल्पना नहीं की होगी. आपको याद है, जॉन जब वाइल्डिंग्स की कैद में था तब उसे लाल बालों वाली एक लड़की से इश़्क हुआ था. एक बार उस लड़की ने जॉन से कहा था, तुम्हारे अंदर एक वाइल्डिंग नज़र आता है. क्या वो भविष्यवाणी कर रही थी?
एक घंटा 15 मिनट के इस एपिसोड को आधे-आधे में बांट दो. शुरुआती आधे हिस्से में कुछ ट्विस्ट हैं, कुछ टर्न्स हैं. आखिरी एपिसोड के हिसाब से सीन बहुत तेज़ नहीं भागते. बस समय आगे भाग जाता है. जहां राज्य चलाने का एक नया हिसाब-किताब तय होता है. अभी तक ब्रैन पर कई मीम्स बने थे. कि वो सबसे वेस्ट किया हुआ करेक्टर है. ये आख़िरी एपिसोड उन मीम्स का जवाब है. ब्रैन के हिस्से एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी आती है.
सान्सा भी है. इस एपिसोड में आपको नॉर्थ के लिए उसके समर्पण का चरम दिखेगा. सान्सा का नॉर्थ किसी कलिंग की मानिंद है. किसी झांसी के जैसा. जिसने वेस्टोरस के सामने घुटने टेकने से इनकार कर दिया है. सान्सा के करेक्टर की ग्लोरी है इस एपिसोड में.
आर्या, सबकी दुलारी. वो सफ़र पर निकल पड़ी है. उसे फिर से किसी चीज की तलाश है. चीज की या जगह की? या पुरानी सारी यादों से दूर वो नई यादें बनाने जा रही है? आर्या के पास अब कोई लिस्ट नहीं. उसने क़त्ल करने में पारंगत होने के लिए चेहरे बदलना सीखा था. अब वो अपने ही चेहरे के साथ नई आइडेंटिटी की खोज पर निकली है. किसी सिंदबाद, किसी कोलंबस की तरह.
इस एपिसोड में टिरियन के हिस्से लुका-छिपी आई है. वो मौत से खेल रहा है. जेमी को आज़ाद करके उसने वैसे भी जोखिम मोल लिया था. डनेरियस उसे माफ़ करने के मूड में नहीं है. मगर मौत की उस घड़ी में टिरियन की ख़ासियत ये रही कि उसने घुटने नहीं टेके. उस नाटे कद के इंसान जिसे उसके अपने पिता ने दुत्कार, जिसकी अपनी बहन ने उसे 'मॉन्सटर' कहकर थूका, उसके हिस्से बहादुरी आई है. वो क्वीन की आंख में आंख डालकर मन का बोल लेता है. बस इतना नहीं, आप 'गेम ऑफ थ्रोन्स' के पिछले सारे एपिसोड देख लीजिए. टिरियन के हिस्से न केवल कुछ बेहद शानदार डायलॉग्स आए हैं, बल्कि 'वर्ड्स ऑफ विज़डम' में भी उसका काउंट काफी ज़्यादा है. इस एपिसोड में भी टिरियन के हिस्से अक्लमंदी बांटने की जिम्मेदारी आई है. वो भी तब, जब किसी का किसी नतीज़े पर पहुंचना मुमकिन नहीं लग रहा था.

बाकी कुछ इमोशनल सीन भी हैं. जैसे- ब्रीन ऑफ टार्थ. जेमी की मौत हो चुकी है. मर चुका जेमी एक रजिस्टर में दर्ज़ ब्रीन की आंखों के आगे है. ब्रीन उस रजिस्टर में कुछ लिखती है जेमी के लिए. उसका लिखे को पढ़कर लगता है, बस 'आई लव यू' कहने में प्रेम नहीं होता. आप किसी की यादों के साथ जस्टिस करके भी इज़हार-ए-इश्क़ कर सकते हैं. स्टार्क भाई-बहनों के हिस्से वैसे भी ज्यादा इमोशन रहा. इस एपिसोड में भी उनके हिस्से कुछ इमोशनल सीन आए हैं. मगर अब तक उन्हें सिखाया गया था- when the snows fall and the white winds blow, the lone wolf dies but the pack survives. उनका आपसी प्यार, उनका बंद मुट्ठी की तरह एक होना उनकी ताकत था. अब जब नाइट किंग निपट गया, जंग खत्म हो गई, तब तो समूचा स्टार्क परिवार साथ रह सकता है. मगर क्या ऐसा हो पाएगा?
विंटरफेल से किंग्स लैंडिंग को रवाना होते हुए जॉन ने घोस्ट को छूकर प्यार नहीं किया था. बस एक नज़र देखा था. उनका मिलन बाकी था. इस एपिसोड में वो मिलते हैं. ऐसी जगह, जहां पहले भी दोनों साथ रह चुके हैं. घोस्ट सच्चे दोस्त का फर्ज़ निभाते हुए उस जगह पर जॉन का इंतज़ार कर रहा है, जो जगह जॉन के लिए तय की गई है.
इस एपिसोड का अंत उसी जगह होता है, जहां से पहला एपिसोड शुरू हुआ था. तब, लोगों की आंखों में कौतुहल था. अब, उनकी आंखों में जानने की इत्मीनान है. बाकी अंत तो निर्मम होता ही है. हो सकता है आपको वो पसंद न आए. हो सकता है आप निराश हों.मगर जैसा कि टिरियन इस एपिसोड में कहता है-
कोई भी खुश नहीं है, इसका मतलब ये अच्छा समझौता रहा.
वीडियो देखें-
धोनी और दूसरे क्रिकेटर्स के फेवरेट मेरठ वाले क्रिकेट बैट बनते देखिए -