पुतिन से बगावत करने वाले वैगनर चीफ के प्लेन क्रैश का वीडियो आया, सब ठीक था फिर अचानक...
रूसी राष्ट्रपति पुतिन के खिलाफ बग़ावत करने वाले येवगेनी प्रिगोझिन की मौत हो चुकी है, उनका प्लेन क्रैश कैसे हुआ? एक Video आया है

Russia के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (President Vladimir Putin) के खिलाफ बगावत का झंडा उठाने वाले येवगेनी प्रिगोझिन (Yevgeny Prigozhin) की कल यानी 23 अगस्त को एक विमान हादसे में मौत हो गई. प्रिगोझिन के अलावा छह अन्य यात्रियों और चालक दल के तीन सदस्यों के नाम भी मरने वालों की सूची में शामिल हैं. प्रिगोझिन का विमान रूस के तेवेर शहर में हादसे का शिकार हुआ. हालांकि अभी ये साफ नहीं हो पाया है कि विमान को मार गिराया गया या फिर इसमें हवा में ही विस्फोट हो गया.
Video में क्या-क्या दिखा?इस हादसे का एक वीडियो सामने आया है. जिसे तेवेर के ही लोगों ने बनाया है. इस वीडियो में विमान के आसमान से जमीन पर गिरने तक को पूरा दिखाया गया है. वीडियो में दिख रहा है कि दूर आसमान में एक प्लेन जा रहा है. अचानक से उसमें से धुआं निकलता है. कुछ देर को प्लेन बादलों के बीच में गायब हो जाता है. कुछ सेकेंड्स बाद वो दोबारा दिखता है. तेजी से जमीन की ओर आता हुआ. कुछ दूरी पर आकर वो गिर जाता है और फिर तेजी से उसमें से आग और धुएं का गुबार निकलता है. बस फिर प्लेन में सबकुछ खत्म हो जाता है. प्लेन क्रैश का ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. लल्लनटॉप इसकी पुष्टि नहीं करता.
प्रिगोझिन के साथ मारे गए 9 लोग कौन हैं?दुर्घटना के बाद मौके पर पहुंची रूसी पुलिस ने सभी शवों को बरामद कर लिया और उनकी पहचान की. रूस की सरकारी एजेंसियों ने सात यात्रियों की पहचान कर उनके नाम बताए हैं. येवगेनी प्रिगोझिन के साथ-साथ उनके करीबी सहयोगी दिमित्री उत्किन, सर्गेई प्रोपुस्टिन, येवगेनी माकारियन, अलेक्जेंडर तोतमिन, वालेरी चेकालोफ़ और निकोलाई मातुसेयेव भी इस हादसे में मारे गए हैं. इसके अलावा चालक दल के सदस्यों की पहचान कैप्टन एलेक्सी लेवशिन, को-पायलट रुस्तम करीमोफ़ और फ्लाइट अटेंडेंट क्रिस्टीना रास्पोपोवा के रूप में की गई है.
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बगावत के बाद सुलह कैसे हो गई?वैगनर एक प्राइवेट आर्मी है. वो आर्मी रूसी सेना के साथ मिलकर यूक्रेन में युद्ध लड़ रही थी. यह पिछले कई सालों से सैन्य और खुफिया ऑपरेशन्स को लेकर विवादों में भी रहा है. वैगनर आर्मी चीफ येवगेनी प्रिगोझिन कभी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सबसे खास होते थे. लेकिन, कुछ महीने पहले प्रिगोझिन ने रूसी सेना और पुतिन के खिलाफ बगावत कर दी थी.

जून 2023 में हुए 24 घंटे के विद्रोह के दौरान प्रिगोझिन के लड़ाके मॉस्को के पास पहुंच गए थे. फिर बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेन्को ने डील कराई. तब जाकर वैग्नर ग्रुप वापस लौटा. उस समय रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने विद्रोह के मास्टरमाइंड्स को सज़ा देने की बात कही थी. हालांकि, कुछ वक़्त बाद पता चला कि पुतिन ने प्रिगोझिन से क्रेमलिन में सीक्रेट मीटिंग की. बाद में प्रिगोझिन कई मौकों पर पुतिन की पब्लिक मीटिंग्स में भी दिखे थे. माना गया कि पुतिन ने उन्हें माफ़ कर दिया है. लेकिन 23 अगस्त की रात आई ख़बर ने सनसनी फैला दी है.
'खुद ही डेथ वारंट पर दस्तखत कर लिए थे'यूक्रेन ने भी इस हादसे पर प्रतिक्रिया दी है. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदीमीर ज़ेलेंस्की के सलाहकार मिखाइलो पोदोलेक ने कहा है,
"युद्ध का कोहरा छंटने का इंतजार करना होगा, लेकिन ये साफ है कि प्रिगोझिन ने उसी पल अपने लिए स्पेशल डेथ वारंट पर खुद दस्तखत कर दिए थे, जब उन्होंने लुकाशेन्को की विचित्र 'गारंटियों' और पुतिन के सम्मान से भरे शब्दों पर भरोसा कर लिया था."
मिखाइलो पोदोलेक के मुताबिक तख्तापलट की कोशिश के दो महीने बाद प्रिगोझिन का मारा जाना पुतिन की ओर से 2024 के चुनावों से पहले रूस के अभिजात वर्ग के लिए एक संकेत है. संकेत ये कि रूस में वफादारी न दिखाना मौत के बराबर है.
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