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तेलंगाना में अब कांग्रेस सरकार, सीएम बनते ही रेवंत रेड्डी ने चलवाया बुलडोजर

रेवंत रेड्डी के शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस का पूरा आलाकमान मौजूद रहा. UPA अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी भी कार्यक्रम में मौजूद रहीं.

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Revanth Reddy
तेलंगाना के नए सीएम रेवंथ रेड्डी. (इंडिया टुडे)
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7 दिसंबर 2023 (Updated: 7 दिसंबर 2023, 20:00 IST)
Updated: 7 दिसंबर 2023 20:00 IST
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तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने शपथ लेते ही बुलडोज़र चलवा दिया. पर ये किसी आरोपी पर की गई कार्रवाई नहीं थी. उन्होंने अपने ही आधिकारिक आवास के सामने लगी लोहे की बैरिकेड को हटवा दिया. ये फैसला शपथग्रहण के तुरंत बाद लिया गया. मुख्यमंत्री निवास से बाहर कई बुलडोज़र, ट्रैक्टर और श्रमिकों ने मिलकर लोहे की छड़ों को उखाड़ा.

दरअसल, इस बात का वादा रेवंत अपने चुनाव प्रचार में कर के आए थे. उन्होंने प्रचार के दौरान कहा था कि अगर कांग्रेस सत्ता में आती है तो वो बैरिकेड को हटवा देंगे. आज, 7 दिसंबर को रेवंत रेड्डी ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली. 54 साल के रेड्डी तेलंगाना के गठन के बाद दूसरे मुख्यमंत्री हैं. इससे पहले लगातार दो बार के. चंद्रशेखर राव राज्य के सीएम रह चुके हैं.

रेड्डी का शपथ ग्रहण समारोह हैदराबाद के एलबी स्टेडियम में हुआ. उनके साथ 11 मंत्रियों ने उनके साथ शपथ ली, जिनमें उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने वाले मल्लु भट्टी विक्रमार्क भी शामिल हैं. शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस का आलाकमान मौजूद रहा. UPA अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी भी कार्यक्रम में मौजूद रहीं. 

ये भी पढ़ें: मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी को तो आप जानते हैं, तेलंगाना के मंत्रियों के नाम भी जान लीजिए

पिछले महीने हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने केसीआर की पार्टी को हराते हुए चुनाव में जीत दर्ज की. पांच राज्यों के चुनाव में कांग्रेस सिर्फ तेलंगाना में जीत दर्ज कर पाई. इस जीत का बड़ा श्रेय रेवंत रेड्डी को दिया जा रहा है. रेवंत प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भी थे. उनकी सरपरस्ती में कांग्रेस ने तेलंगाना में केसीआर को हराया. तेलंगाना विधानसभा में 119 सीटें हैं. चुनाव में कांग्रेस को 64 सीटें मिलीं. केसीआर की BRS को 39 सीटें मिलीं. जबकि बीजेपी को 8 सीटें मिली. इस चुनाव में असदुद्दीन ओवीसी की पार्टी AIMIM ने 7 सीटों पर जीत दर्ज की. 

हालांकि, रेवंत रेड्डी अपनी सीट नहीं बचा पाए. उन्होंने मुख्यमंत्री केसीआर के खिलाफ कामारेड्डी सीट से पर्चा भरा था. पर न तो रेवंत रेड्डी जीते न ही केसीआर. कामारेड्डी सीट पर बीजेपी उम्मीदवार वेंकट रमन रेड्डी ने जीत दर्ज की. 

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