SC-ST ऐक्ट पर भारत बंद, देश के कई हिस्सों में हिंसा, अब तक पांच की मौत
देश के कई हिस्सों में कर्फ्यू लगाया गया है.
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इसके अलावा एससी-एसटी एक्ट में संशोधन के खिलाफ भी बहुत ज्यादा बवाल हो चुका है.
दलित उत्पीड़न रोकने के लिए 30 जनवरी 1990 को एक कानून बना था. इसे नाम दिया गया था अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निरोधक) अधिनियम, 1989. इस ऐक्ट को और भी मजबूती मिली अप्रैल 2016 में. मोदी सरकार ने 14 अप्रैल 2016 को इस कानून को कुछ संसोधनों के साथ फिर से लागू किया गया था. सब ठीक चल रहा था, अचानक 20 मार्च 2018 को सुप्रीम कोर्ट ने एक फैसला दिया. फैसला एससी-एसटी ऐक्ट से ही जुड़ा था, जिसमें सुप्रीम कोर्ट ने कुछ बदलाव करने का आदेश दिया.इस आदेश में दो बातें खास थीं. पहली ये कि ऐक्ट के मुताबिक केस दर्ज होने के बाद तुरंत गिरफ्तारी नहीं होगी और दूसरी ये कि केस दर्ज होने के बाद भी अग्रिम जमानत मिल जाएगी. इसके अलावा केस दर्ज होने के बाद मामले की जांच होगी, जांच कम से कम डिप्टी एसपी रैंक का अधिकारी करेगा और सरकारी अधिकारी के खिलाफ मंजूरी मिलने के बाद ही केस दर्ज होगा.

2016 में ऊना में चार दलितों की पिटाई की गई थी, जिसके बाद पूरे देश में दलित आंदोलन पर उतर आए थे.
सुप्रीम कोर्ट के इन बदलावों का ये नतीजा हुआ कि देश भर के दलित संगठन इस फैसले के खिलाफ लामबंद हो गए. जब प्रतिरोध की आवाज तेज होने लगी, तो केंद्र सरकार की ओर से ये आश्वासन दिया गया कि सरकार सुप्रीम कोर्ट में रिव्यू पिटीशन दाखिल करेगी. 20 मार्च से 28 मार्च आ गया, लेकिन केंद्र सरकार की ओर से सुप्रीम कोर्ट में रिव्यू पिटीशन दाखिल नहीं किया गया. इसके बाद यूपी के बहराइच से बीजेपी की सांसद साध्वी सावित्री बाई फुले ने अपनी ही सरकार पर निशाना साधा. 1 अप्रैल को सांसद फुले ने लखनऊ में भारतीय संविधान और आरक्षण बचाओ महारैली की.

इसमें उन्होंने कहा-
'मैं सांसद रहूं या फिर ना रहूं, संविधान से छेड़छाड़ नहीं होने दूंगी. संविधान और आरक्षण खतरे में है. हम आरक्षण की मांग कर रहे हैं. यह कोई भीख नहीं है'इससे पहले बीजेपी सांसद साध्वी ने बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर के नाम को बदलने पर आपत्ति जताई थी और कहा था कि उनके नाम से छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं की जाएगी. हालांकि इससे पहले भी 23 मार्च को बीजेपी के ही सांसद उदित राज ने कहा था कि पुनरीक्षण याचिका दाखिल करने के लिए वो खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलेंगे. लेकिन पीएम मोदी और सांसद उदित राज की मुलाकात नहीं हो पाई.

एक ओर बीजेपी के अंदर ही अंदर दलित नेताओं का गुस्सा सुलगता रहा और दूसरी ओर पूरे देश के दलित संगठन लामबंद होते रहे. दलित संगठनों ने 2 अप्रैल को पूरा भारत बंद बुलाया था. वहीं बीजेपी को जब लगा कि नुकसना ज्यादा हो जाएगा तो 2 अप्रैल को ही सुप्रीम कोर्ट में रिव्यू पिटीशन फाइल कर दी गई. जब तक ये पिटीशन फाइल होती, देर हो चुकी थी. पूरे देश में हजारों की संख्या में दलित समुदाय के लोग सड़कों पर उतर गए थे और प्रदर्शन शुरू कर दिया था. इस प्रदर्शन के दौरान कई शहरों में ट्रेन रोक दी गईं, कई शहरों आगजनी और तोड़फोड़ जैसी घटनाएं हुईं और हिंसक झड़पों के बीच देश के कई शहरों में दुकानों को बंद रखा गया. इस बीच विपक्ष भी दलितों के समर्थन में उतर आया. कांग्रेस, राजद और वामपंथी पार्टियों ने भी भारतबंद का समर्थन किया. इसके बाद राहुल गांधी ने ट्वीट कर इस बंद को समर्थन दिया.
मेरठ में पुलिस चौकी को लगाई आग भारत बंद के दौरान पश्चिमी यूपी के मेरठ में शोभापुर पुलिस चौकी में आगजनी कर दी गई. कई गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई और प्रदर्शनकारियों की पुलिस से कई जगहों पर झड़प हुई.दलितों को भारतीय समाज के सबसे निचले पायदान पर रखना RSS/BJP के DNA में है। जो इस सोच को चुनौती देता है उसे वे हिंसा से दबाते हैं।
हजारों दलित भाई-बहन आज सड़कों पर उतरकर मोदी सरकार से अपने अधिकारों की रक्षा की माँग कर रहे हैं।
हम उनको सलाम करते हैं।#BharatBandh
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 2, 2018
#WATCH
#BharatBandh
over SC/ST protection act: Protesters thrashed by Police personnel in Meerut pic.twitter.com/yQfaJBDbBD
— ANI UP (@ANINewsUP) April 2, 2018
आगरा में भी तोड़फोड़ हुई, जिसके बाद फोर्स लगानी पड़ी.
पुलिस ने मेरठ में कई जगहों पर लाठीचार्ज कर दिया और लोगों को बुरी तरह से पीटा.#BharatBandh
— ANI UP (@ANINewsUP) April 2, 2018
over SC/ST protection act: Visuals of protest from Agra pic.twitter.com/zfuxytvNHs
#WATCH
#BharatBandh
over SC/ST protection act: Protesters thrashed by Police personnel in Meerut pic.twitter.com/yQfaJBDbBD
— ANI UP (@ANINewsUP) April 2, 2018
बिहार में भीम सेना ने रोके ट्रेनों के पहिए
बिहार के कई जिलों में भीम सेना के नेतृत्व में भारत बंद बुलाया गया था. इस दौरान अररिया, सुपौल, मधुबनी, दरभंगा, जहानाबाद और आरा में कई जगहों पर सड़कों पर जाम लगा दिया गया. कई जगहों पर ट्रेन रोक दी गई और सड़कों पर टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन किया गया.
पंजाब में रद कर दी गई परीक्षा पंजाब के कई शहर भारत बंद से प्रभावित हुए. इन शहरों में अमृतसर, पठानकोट और कपूरथला ज्यादा प्रभावित हुए हैं. कपूरथला में कई गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई है. एक पिज्जा आउटलेट पर पथराव भी किया गया है. पूरे प्रदेश में 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं रद कर दी गई हैं.#BharatBandh
— ANI (@ANI) April 2, 2018
over SC/ST protection act: Different groups including CPIML activists protest in Bihar's Arrah, block a train pic.twitter.com/ss4jn1C4ak
#BharatBandh
over SC/ST protection act: Protesters stop train in Punjab's Patiala pic.twitter.com/JCohWtQaXO
— ANI (@ANI) April 2, 2018
ओडिशा में भी रोकी गई ट्रेन
ओडिशा के संबलपुर में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में प्रदर्शनकारियों ने ट्रेन रोकी. जिस कारण कई ट्रेंने प्रभावित हुई हैं.
मध्यप्रदेश में चार की मौत, लगा कर्फ्यू
भारत बंद का असर मध्यप्रदेश में सबसे ज्यादा रहा. मध्यप्रदेश के भिंड, ग्वालियर और मुरैना में कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया. स्थितियां इतनी खराब हो गईं वहां पर पुलिस को फायरिंग करनी पड़ी और कर्फ्यू लगाना पड़ा. भिंड में गोली लगने के एक आदमी की मौत हो गई. इसके अलावा ग्वालियर में दो और मुरैना में एक आदमी की गोली लगने से मौत हुई है. स्थितियां और भी खराब होती देखकर प्रशासन ने इंटरनेट सेवा ठप कर दी है और धारा 144 लगा दी गई है.
Visuals of #BharatBandh
— ANI (@ANI) April 2, 2018
protest from Morena over the SC/ST Protection Act: Protesters block a railway track. #MadhyaPradesh
pic.twitter.com/8DAKAHWPSb
Visuals of #BharatBandhइसके अलावा ग्लालियर जिले के कुछ हिस्सों में भी कर्फ्यू लगाया गया है.
protest from Morena over the SC/ST Protection Act: Protesters block a railway track. #MadhyaPradesh
pic.twitter.com/8DAKAHWPSb
— ANI (@ANI) April 2, 2018
WATCH: Protesters resort to stone pelting in Bhind during #BharatBandh
over the SC/ST Protection Act. #MadhyaPradesh
pic.twitter.com/40KmhV3Ckm
— ANI (@ANI) April 2, 2018
राजस्थान में भी कई जगों पर रोकी गई ट्रेन राजस्थान के जयपुर में कई जगहों पर ट्रेन रोककर प्रदर्शन हुए. प्रदर्शन के दौरान हुई पुलिस फायरिंग में एक आदमी की मौत भी हो गई है.
#BharatBandhइसके अलावा बाड़मेर में करणी सेना और दलित संगठनों के बीच हिंसक झड़प हो गई.
over SC/ST protection act: Protesters stop a train in Jaipur #Rajasthan
pic.twitter.com/37FKjlQf3o
— ANI (@ANI) April 2, 2018
#BharatBandh
over SC/ST protection act: Protest turns violent in Barmer, cars and property damaged. #Rajasthan
pic.twitter.com/gZ0rtMSeg5
— ANI (@ANI) April 2, 2018
झारखंड में पुलिस ने किया लाठीचार्ज
#WATCHइसके अलावा देश के और भी कई हिस्सों से हिंसक झड़पों की खबरें सामने आ रही हैं. इसका सबसे ज्यादा प्रभाव उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब, राजस्थान और मध्यप्रदेश पर पड़ा है.
#BharatBandh
over SC/ST protection act: Clash between protesters and Police in Ranchi. Several people injured #Jharkhand
pic.twitter.com/nYc19J6oUu
— ANI (@ANI) April 2, 2018
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