अफगानिस्तान में तालिबान की वापसी से जुड़ी वे तस्वीरें, जो इतिहास का हिस्सा बनने वाली हैं
दुनियाभर में चिंता, पाकिस्तान में खुशी में बंटी मिठाई.
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राष्ट्रपति भवन में तालिबान (लेफ्ट), बीच में पाकिस्तान में बंटती मिठाई और दाएं काबुल एयरपोर्ट की तस्वीर. फोटो- AP, AFP
अफगानिस्तान में तालिबान की वापसी हो चुकी है. वहां के राष्ट्रपति अशरफ गनी कथित रूप से बहुत सारे कैश के साथ देश छोड़ कर जा चुके हैं. कहा जा रहा है कि अमेरिकी फौज को अफगानिस्तान से हटाने के फैसले के कारण अफगानिस्तान में ये हालात पैदा हो गए हैं. अब बाकी दुनिया के देश अपने-अपने राजनयिकों और नागरिकों को अफगानिस्तान से निकाल रहे हैं. सवाल अफगानिस्तान की सेना पर भी उठ रहे हैं जो सरेंडर कर चुकी है. इस सबके बीच ऐसी तस्वीरें सामने आ रही हैं, जो इतिहास का हिस्सा बनने वाली हैं.
अफगानिस्तान पर अब पूरी तरह तालिबान का कब्जा हो चुका है. राजधानी काबुल के भीतर तालिबान लड़ाके घुसे, राष्ट्रपति भवन में सत्ता का हस्तांतरण हुआ. इसके बाद शहर में भगदड़ मच गई, जो काबुल हवाई अड्डे पर दिखाई दी.

इधर, काबुल में तालिबानी लड़ाके घुसे और उधर लोग काबुल एयरपोर्ट की ओर भागने लगे. वहां लोग विमानों पर चढ़ गए. टायरों के लिए बनी जगह में घुस गए. विमानों के उड़ान भरने के कुछ ही पलों बाद दो-तीन लोग तो आसमान से गिर गए और मारे गए.

इस बीच अफगानिस्तान में फंसे भारतीयों को एयरलिफ्ट करने में भारत को बड़ी कामयाबी मिली. काबुल से लोगों को लेकर एयरफोर्स का ग्लोबमास्टर विमान दिल्ली पहुंच गया. हालांकि अभी भी कुछ लोग काबुल में फंसे हैं. भारत सरकार ने कहा है कि वो उन्हें वापस लाने की पूरी कोशिश में लगी है.

तालिबान के अफगानिस्तान पर कब्जे को दुनियाभर में अमेरिका की नाकामी के रूप में भी देखा जा रहा है. अमेरिकी फौज के अफगानिस्तान से जाने के बाद से अमेरिकी राष्ट्रपति से पहले ही जवाब मांगा जा रहा था. अब जब तालिबान अफगानिस्तान पर कब्जा कर चुका है, तो जो बाइडेन के लिए तमाम सवालों का जवाब देना और मुश्किल हो सकता है.

काबुल एयरपोर्ट पर जुड़ी भीड़ की तस्वीर. (साभार- पीटीआई)
तालिबान को लेकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की इमरजेंसी बैठक में महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने कहा कि अफगानिस्तान को दोबारा आतंकियों की पनाहगाह नहीं बनना चाहिए और दुनिया को एकजुट होना चाहिए.

लेकिन जहां दुनिया तालिबानी कब्जे से चिंतित है, वहीं पाकिस्तान में खुशी मनाई जा रही हैं. पाकिस्तानी राष्ट्रपति इमरान खान ने कहा कि अफगान लोग अब आजाद हो गए हैं और गुलामी की जंजीरें टूट गई हैं. तालिबान की जीत के बाद पाकिस्तान में मिठाई बांटी गई.

अशरफ गनी सरकार को सत्ता से बेदखल करने के बाद तालिबान राष्ट्रपति के महल में घुस गया. ऐसा माना जा रहा है कि अब अफगानिस्तान का नया मुखिया मुल्ला अब्दुल गनी बरादर होगा.

आपको बता दें कि तालिबान ने 12 अगस्त को गजनी पर कब्जा किया था, 13 अगस्त को कंधार, 14 को मजार-ए-शरीफ और 15 को काबुल भी अपने कब्जे में ले लिया था.

रूस के सूत्रों के हवाले से आई मीडिया रिपोर्टें कह रही हैं कि अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी अपने साथ काफी सारा सामान और ढेरों पैसे भर कर ले गए हैं. खबर के मुताबिक, उन्हें कुछ कैश छोड़ना पड़ा क्योंकि पैसे रखने की जगह नहीं बची थी.

इधर भारत में पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने विदेश मंत्री एस जयशंकर से अफगानिस्तान में फंसे सिखों को निकालने के लिए मदद मांगी है. अमरिंदर सिंह ने दावा किया है कि अफगानिस्तान के एक गुरुद्वारे में 200 सिख फंसे हैं.