The Lallantop
Advertisement

IIT मद्रास के Ph.D स्टूडेंट ने आत्महत्या की, वॉट्सऐप स्टेटस देख दोस्तों को पता चला

छात्र सचिन जैन पश्चिम बंगाल का रहने वाला था और मैकेनिकल इंजीनियरिंग में Ph.D कर रहा था.

Advertisement
IIT Madras PhD student death
IIT मद्रास के एक शोध छात्र की मौत का मामला (सांकेतिक फोटो: आजतक)
1 अप्रैल 2023 (Updated: 1 अप्रैल 2023, 16:30 IST)
Updated: 1 अप्रैल 2023 16:30 IST
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share

IIT मद्रास से Ph.D कर रहे एक छात्र को उसके किराए के घर में मृत पाया गया. छात्र का नाम सचिन कुमार जैन है. 32 साल के सचिन कुमार जैन का शव शुक्रवार, 31 मार्च को घर के डाइनिंग हॉल में मिला. घटना चेन्नई के वेलाचरी इलाके की है. स्टूडेंट की मौत का ये मामला सुसाइड का बताया जा रहा है.

इंडिया टुडे के प्रमोद माधव की रिपोर्ट के मुताबिक कहा जा रहा है कि छात्र ने वॉट्सएप पर एक स्टेटस लगाया था. छात्र का वो स्टेटस देखकर उसके दोस्त घबरा गए और तुरंत उसके घर पहुंचे. तब तक छात्र की मौत हो चुकी थी.

मृतक छात्र सचिन जैन पश्चिम बंगाल का रहने वाला था और मैकेनिकल इंजीनियरिंग में Ph.D कर रहा था. पुलिस ने बताया कि सचिन जैन 31 मार्च की सुबह अपनी रेगुलर क्लास के लिए कैंपस गया था. लेकिन बिना किसी को बताए वहां से लौट आया था. सचिन के दोस्तों को एक घंटे बाद पता चला कि सचिन कैंपस में नहीं है. उन लोगों ने सचिन को कॉल करने की कोशिश की और उसके घर पहुंचे. 

ये भी पढ़ें- IIT बॉम्बे में SC/ST छात्रों से जातिगत भेदभाव का ये सच डरा देगा, सर्वे में मेंटल हेल्थ का डेटा सामने आया

पुलिस ने बताया कि घटनास्थल पर एंबुलेंस बुलाई गई थी, लेकिन इमरजेंसी टीम ने छात्र को मृत घोषित कर दिया था. पुलिस ने छात्र के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा. इस मामले में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है.

द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक इंस्टीट्यूट की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि छात्र का अच्छा अकादमिक और रिसर्च रिकॉर्ड था. इंस्टीट्यूट ने छात्र की मौत संवेदना जाहिर करते हुए सभी से छात्र के परिवार की प्राइवेसी का सम्मान करने की अपील की है.

(अगर आप या आपके किसी परिचित को खुद को नुकसान पहुंचाने वाले विचार आ रहे हैं तो आप 9152987821 नंबर पर फोन करें. यहां आपको उचित सहायता मिलेगी. मानसिक रूप से अस्वस्थ महसूस करने पर डॉक्टर के पास जाना उतना ही जरूरी है, जितना शारीरिक बीमारी का इलाज. खुद को नुकसान पहुंचाना किसी भी समस्या का समाधान नहीं है.)

ये भी पढ़ें- IIT बॉम्बे में फर्स्ट इयर के छात्र ने खुदकुशी की, एक दिन पहले खत्म हुए थे सेमेस्टर एग्ज़ाम

वीडियो: IIT बॉम्बे में SC/ST छात्रों से जातिगत भेदभाव, इतने छात्र जूझ रहे हैं मानसिक समस्याओं से

thumbnail

Advertisement

Advertisement