जम्मू-कश्मीर में कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न के एक मामले की सुनवाई के दौरान,न्यायमूर्ति नीना बंसीवाल कृष्णा ने कहा कि घर हो या कार्यस्थल, एक महिला हमेशा डरके साये में रहती है, शिष्टाचार और माफ़ी मांगने के बीच झूलती रहती है. अदालत नेकहा कि सख्त कानून होने के बावजूद, कार्यस्थल पर महिलाओं का यौन उत्पीड़न अभी भीजारी है. पुरुषों का रवैया क्यों नहीं बदला? मामले के बारे में और जानने के लिएदेखें ये वीडियो.