'सुना है भारत रूस से तेल नहीं खरीदेगा, ये अच्छा कदम... ' दावा पढ़कर ही ट्रंप खुश हो गए!
अमेरिका के राष्ट्रपति Donald Trump ने उन रिपोर्टों का स्वागत किया, जिनमें कहा गया है कि भारत संभवतः रूस से कच्चे तेल की खरीद बंद कर सकता है. उन्होंने इस संभावना को एक अच्छा कदम बताया.

अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने उन मीडिया रिपोर्ट्स का स्वागत किया है, जिनमें दावा किया गया कि भारत रूस से तेल खरीदना बंद कर सकता है. ट्रंप ने इसे एक अच्छा कदम बताया. हालांकि यह भी माना कि उन्हें इस बात की सही जानकारी नहीं है कि यह खबर कितनी सटीक है.
शुक्रवार, 1 अगस्त को एक पत्रकार ने ट्रंप से सवाल पूछा कि क्या वे बता सकते हैं कि भारत पर कितना जुर्माना लगाने जा रहे हैं? या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बातचीत की कोई योजना है. इसके जवाब में ट्रंप ने कहा,
मैं समझता हूं कि भारत अब रूस से तेल नहीं खरीदेगा. मैंने यही सुना है. मुझे नहीं पता कि यह सही है या गलत. यह एक अच्छा कदम है. देखते हैं क्या होता है.
डॉनल्ड ट्रंप ने 14 जुलाई को धमकी दी थी कि जो देश रूस से तेल खरीदेंगे, उन पर तब तक 100% टैक्स लगाया जाएगा, जब तक कि रूस यूक्रेन के साथ शांति समझौता नहीं करता. हालांकि, भारतीय समयानुसार 31 जुलाई की सुबह ट्रंप ने भारत पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगाने का एलान किया. इसके कुछ ही घंटों बाद ट्रंप ने पाकिस्तान को लेकर भी एक घोषणा की. उन्होंने कहा कि अमेरिका और पाकिस्तान के बीच एक नया व्यापार समझौता हुआ है. ताकि दोनों देशों के तेल के भंडारों को विकसित किया जा सके.
इसके बाद कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि भारत की सरकारी तेल कंपनियों ने कथित तौर पर पिछले सप्ताह से रूस से कच्चा तेल खरीदना बंद कर दिया है. अंतरराष्ट्रीय न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स ने अपनी रिपोर्ट में ऐसा ही दावा किया है. इसके मुताबिक भारतीय तेल कंपनियों के इस रुख की दो प्रमुख वजहें बताई जा रही हैं. पहली, रूस की तरफ से मिलने वाली छूट में कमी, और दूसरी, अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप की चेतावनी.
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भारत दुनिया का तीसरा सबसे ज्यादा तेल आयात करने वाला देश है. साथ ही वो रूस से सबसे ज़्यादा कच्चा तेल खरीदता रहा है. लेकिन रिपोर्ट के मुताबिक अब इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (IOC), हिंदुस्तान पेट्रोलियम (HPCL), भारत पेट्रोलियम (BPCL) और मैंगलोर रिफाइनरी (MRPL) जैसी सरकारी कंपनियों ने हाल के दिनों में रूसी तेल के लिए कोई नया ऑर्डर नहीं दिया है. रॉयटर्स ने चार सूत्रों के हवाले से ये दावा किया है. हालांकि, भारत सरकार ने अभी तक इस कदम की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है.
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