हमारे पास कई दोस्त और रिश्तेदारों के मेसेज आते हैं. वो कमाई कराने वाले ऐप्स के बारे में पूछते हैं. मगर मार्केट में ज्यादातर जो भी ऐसे ऐप हैं वो या तो फैंटसी गेम वाले हैं या फिर बेवकूफ़ बनाकर पैसा ले उड़ने वाले. ऐसे में गूगल ने इंडिया में टास्क मेट (Google Task Mate) ऐप की टेस्टिंग चालू कर दी है. यहां पर यूजर बैठे-बैठे या फ़िर टहलते-घूमते छोटे-मोटे काम करके पैसे कमा सकते हैं.
क्या है गूगल टास्क मेट?
गूगल टास्क मेट में दुनिया भर के बिज़नेसों के डाले हुए टास्क मिलेंगे, जिन्हें यूजर उठाकर पूरा कर सकते हैं. यूजर के सामने दो तरह के टास्क होंगे. पहले वो जो घर पर बैठ कर किए जा सकें और दूसरे वो जिसके लिए थोड़ा चलना-फिरना पड़ेगा. टास्क में शामिल हैं: छोटे-मोटे सर्वे पूरे करना, इंग्लिश से दूसरी लैंग्वेज में ट्रांसलेशन में मदद करना, लिखे हुए सेन्टेन्स को अपनी आवाज़ में रिकॉर्ड करना वग़ैरह-वग़ैरह. टहल-घूमकर करने वाले टास्क में किसी रेस्तरां या होटल या दुकान की पिक्चर क्लिक करना भी शामिल होगा.

अलग-अलग कामों पर अलग रुपए मिलेंगे, जो हर टास्क पर लिखे हुए होंगे. ऐप में बस अपनी पसंद के या फ़िर अपने आस-पास के टास्क ढूंढने हैं, इनको पूरा करना है और कमाए हुए पैसों को अपने अकाउंट वग़ैरह में निकाल लेना है. अभी ये ऐप्लिकेशन बीटा मोड में है और एंड्रॉयड यूजर इसे गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं, मगर मगर मगर… इसमें एक लोचा है.
ये वो लड्डू है, जो हर किसी को नहीं मिल रहा
आप अभी गूगल टास्क मेट को डाउनलोड तो कर सकते हैं, मगर इसका इस्तेमाल नहीं कर सकते. इस्तेमाल करने के लिए आपको एक रेफरल कोड लगाना होगा. ये कोड टेस्टिंग के लिए गूगल ने सिर्फ़ कुछ चुनिंदा लोगों को भेजा है. और ये टेस्ट करने वाले लोग अगर चाहें तो इन्वाइट कोड की मदद से लिमिटेड लोगों को ऐप का ऐक्सेस दे सकते हैं.

तो या तो आप गूगल के इन्वाइट का वेट करिए या फ़िर किसी टेस्टर को ढूंढकर रेफ़रल मांगिए. ऐसा भी मुमकिन है कि आने वाले दिनों में गूगल इसे टेस्टिंग से निकाल कर और भी ज़्यादा लोगों तक पहुंचाए.
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