Operation Sindoor के बाद China ने Rafale fighter jets के खिलाफ दुष्प्रचार अभियान चलाया. अंतरराष्ट्रीय न्यूज़ एजेंसी असोसिएटेड प्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक चीन ने फ्रांस के इस हाई टेक जेट की बिक्री पर असर डालने के लिए अपने दूतावासों का भी इस्तेमाल किया. रफाल की छवि को नुकसान पहुंचाने के लिए, चीन ने विदेशी मिशनों के जरिये उन देशों को समझाने की कोशिश की जिन्होंने इस फाइटर जेट्स का ऑर्डर दिया है. चीन ने कोशिश की रफाल कि जगह उसके फाइटर जेट्स को प्राथमिकता दी जाएं. एक मिलिट्री प्रोडक्ट के रूप में रफाल को बदनाम करने के लिए चीन ने सबसे सटीक टाइमिंग चुनी. क्या है पूरा मामला जानने के लिए देखें वीडियो.