ब्रिक्स देशों पर ट्रंप का वार: भारत समेत सभी को देना होगा 10% टैरिफ! कितना नुकसान होगा?
Donald Trump ने BRICS देशों पर 10 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगाने की घोषणा की है. साथ ही उन्होंने बताया कि US Copper इंपोर्ट पर 50 प्रतिशत और फार्मास्युटिकल इंपोर्ट पर 200 प्रतिशत तक का Tarrif लगाने की तैयारी में है.

अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने ब्रिक्स देशों (BRICS) पर 10 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगाने की चेतावनी दी है. वॉइट हाउस (White House) में अपने कैबिनेट अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान ट्रंप ने कहा कि जो भी देश ब्रिक्स का हिस्सा हैं, उन पर 10 प्रतिशत शुल्क लगाया जाएगा. साथ ही उन्होंने कॉपर और फार्मा इंपोर्ट पर काफी ज्यादा टैरिफ लगाने की भी बात की है.
इस घोषणा से एक दिन पहले वॉइट हाउस में राष्ट्रपति ट्रंप ने घोषणा की थी कि वो ब्रिक्स गठबंधन को अमेरिकी हितों के लिए बढ़ते खतरे के तौर पर देखते हैं. एक रूटीन प्रेस इंटरैक्शन के दौरान एक पत्रकार ने भारत के खिलाफ टैरिफ को लेकर उनकी योजना के बारे में सवाल किया. इसके जवाब में डॉनल्ड ट्रंप ने कहा,
अगर वे ब्रिक्स में हैं तो उन्हें निश्चित तौर पर 10 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ का भुगतान करना पड़ेगा. क्योंकि ब्रिक्स की स्थापना हमें नुकसान पहुंचाने, हमारे डॉलर को कमजोर करने के लिए की गई थी. डॉलर किंग है. हम इसे ऐसे ही रखेंगे. अगर लोग इसे चुनौती देना चाहते हैं, तो वे कर सकते हैं. लेकिन उन्हें बड़ी कीमत चुकानी होगी. मुझे नहीं लगता कि उनमें से कोई भी यह जोखिम उठाने जा रहा है.
डॉनल्ड ट्रंप के बयान से साफ है कि अमेरिका बिक्स समूह के देशों ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ कड़ा व्यापारिक रुख अपना सकता है. इसके अलावा ब्रिक्स के आमंत्रित सदस्य सऊदी अरब, मिस्र, ईरान, इथोपिया, संयुक्त अरब अमीरात और इंडोनेशिया पर भी ट्रंप के अतिरिक्त टैरिफ की मार पड़ने की संभावना है. आमंत्रित सदस्य मिलाकर ब्रिक्स गठबंधन में कुल 11 सदस्य हैं.
कॉपर पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने का प्लानडॉनल्ड ट्रंप ने वॉइट हाउस में बताया कि वह तांबे (Copper) पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने जा रहे हैं. कैबिनेट मीटिंग के दौरान राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा,
आज हम तांबे पर काम कर रहे हैं. मुझे लगता है कि तांबे पर टैरिफ 50 प्रतिशत करना चाहिए.
डॉनल्ड ट्रंप ने आगे बताया कि वो फार्मास्युटिकल इंपोर्ट पर 200 प्रतिशत तक का टैरिफ लगाने की योजना बना रहे हैं. साथ में उन्होंने ये भी बताया कि इस टैरिफ के लागू होने से पहले अमेरिका में अपने प्रोडक्ट बनाने के लिए फार्मा कंपनियों को डेढ़ साल का समय दिया जा सकता है.
डॉनल्ड ट्रंप का ये एलान भारत के लिहाज से बेहद अहम है. भारत ने साल 2024-25 में 2 बिलियन डॉलर (लगभग 171 अरब रुपये) मूल्य के तांबे और तांबे के उत्पादों का निर्यात किया था, जिसमें से 17 फीसदी हिस्सेदारी अमेरिका की थी.
इसके अलावा अमेरिका फार्मास्यूटिकल्स के लिए भारत का सबसे बड़ा विदेशी बाजार भी है. भारत ने साल 2025 में अमेरिका को 9.8 बिलियन डॉलर ( लगभग 840 अरब रुपये) का दवा निर्यात किया था. जोकि भारत के टोटल फार्मा निर्यात का 40 फीसदी हिस्सा है.
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1 अगस्त की डेडलाइन नहीं बदलेगीडॉनल्ड ट्रंप ने 8 जुलाई को साफ कर दिया कि अमेरिका द्वारा घोषित नए हाई टैरिफ 1 अगस्त से ही लागू होंगे. और इसकी डेडलाइन अब आगे नहीं बढ़ेगी. अमेरिकी राष्ट्रपति ने अप्रैल में लगभग सभी ट्रेडिंग पार्टनर्स पर 10 प्रतिशत बेस टैरिफ लगाया था.
लेकिन कुछ देशों पर अतिरिक्त शुल्क लगाए जाने की घोषणा 9 जुलाई तक रोक दी गई थी. इस सप्ताह ट्रंप ने इन टैरिफ को 1 अगस्त तक टाल दिया, लेकिन अब वह कह रहे हैं कि इसके बाद कोई और देरी नहीं होगी.
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