स्मार्टफोन मार्केट में वैसे तो साल भर ही हलचल बनी रहती है. जनवरी में सैमसंग से जो कारवां स्टार्ट होता है वो दिसंबर में वीवो के फ्लैग्शिप पर आकर खत्म होता है. हर साल किसी कंपनी के लिए अच्छा होता है तो किसी के लिए बुरा. मगर साल 2025 इस मामले में थोड़ा अलग है. एक कंपनी के लिए ये साल बुरा नहीं बल्कि ‘बुरा प्रो मैक्स’ रहा है. जिस कंपनी को फ्यूचर माना जा रहा था, उसने अपने पैरों में कुल्हाड़ी मार ली. स्मार्टफोन मार्केट में 'बिग थिंग' बनने चली इस कंपनी का कार्यक्रम एकदम ही बिगड़ गया. अंदाजा आपने गलत लगाया है. प्रो मैक्स से मतलब ऐप्पल नहीं है. वो तो हमने स्टोरी का मीटर बिठाने का लिए लिखा.
साल 2025 का 'Nothing अवॉर्ड' इस मोबाइल कंपनी को, कोसने वालों में फैन्स सबसे आगे
साल 2025 कुछ स्मार्टफोन कंपनियों के लिए अच्छा नहीं रहा. लेकिन सबसे खराब हालत रही लंदन बेस्ड कंपनी Nothing की. जिस कंपनी को स्मार्टफोन का फ्यूचर माना जा रहा था, उसने अपने पैरों में कुल्हाड़ी मार ली. साल 2025 में इस कंपनी ने सिर्फ अपनी साख ही खोई है जबकि इसने अपना पहला फ्लैग्शिप फोन भी मार्केट में उतारा था.


हम बात कर रहे हैं लंदन बेस्ड कंपनी Nothing की. साल 2025 में इस कंपनी ने सिर्फ खोया ही खोया है. वो भी तब जब उसने अपना पहला फ्लैग्शिप Nothing Phone 3 भी मार्केट में उतारा था. आज इसी की बात करेंगे.
Nothing पास अब खोने को 'Nothing'लंदन बेस्ड टेक कंपनी ने बोरिंग हो चुकी स्मार्टफोन इंडस्ट्री में नई जान फूंकी थी. बैक लाइटिंग वाला पारदर्शी डिजाइन, एकदम क्लीन सॉफ्टवेयर और वाजिब कीमत इस कंपनी के फोन की पहचान थे. कंपनी मार्च 2025 तक एकदम ट्रैक पर थी. दो बजट फोन मार्केट में आ गए थे. इंडिया में कंपनी ने आगे बढ़ने में ऐप्पल और सैमसंग को भी पीछे छोड़ दिया था मगर फिर कंपनी ट्रैक से उतर गई.
2022 में अपना पहला स्मार्टफोन लॉन्च करने के बाद कंपनी ने जुलाई के महीने में अपना पहला फ्लैग्शिप फोन Nothing Phone 3 बाजार में उतारा. लंदन में पूरे गाजे-बाजे के साथ इस फोन को लॉन्च किया गया. फोन में सब अच्छा था सिवाय इसके प्रोसेसर और कीमत के. 79,999 रुपये कीमत वाले फोन में स्नैपड्रैगन 8s Gen 4 प्रोसेसर लगा देखकर टेक एक्सपर्ट के साथ फैन भी हैरान रह गए.
सीधे-सीधे कहें तो कोई भी एक्सपर्ट इस फोन को खरीदने के लिए नहीं कह पाया. इसके बाद आया फोटो स्कैम. पता चला कि कंपनी ने Nothing Phone 3 के डिस्प्ले यूनिट में लगी तस्वीरों को बाजार से खरीदा था. यहां तक तो ठीक था, मगर कंपनी ने अगले कुछ महीनों में फोन के दाम आधे तक कम कर दिए. सोचकर देखिए जिसने 80 हजार में डिवाइस खरीदा होगा, उसे कैसा लगा होगा.
रही सही कसर तब पूरी हो गई जब कंपनी ने सॉफ्टवेयर में मिलावट कर दी. अपने क्लीन यूजर इंटरफेस के दम पर दूसरी कंपनियों को कोसने वाली कंपनी भी उसी राह चल दी. कंपनी ने बजट फोन में थर्ड पार्टी ऐप्स इंस्टॉल करना स्टार्ट किया है.
हालांकि अभी भी कंपनी के मिडरेंज डिवाइस अच्छे हैं. मगर इन सब कारनामों की वजह से उसकी इमेज पर बट्टा लगा है. Nothing के अपने जबरा फैन भी उसका सपोर्ट नहीं कर रहे. साल 2025 कंपनी के लिए अच्छा नहीं कहा जाएगा.
वैसे तो साल Honor जैसी कंपनी के लिए भी अच्छा नहीं रहा है. कंपनी इंडियन मार्केट में है भी या नहीं, इसको लेकर अटकलें हैं. कंपनी के पूर्व सीईओ माधव सेठ की कंपनी Ai+ Pulse भी मार्केट की पल्स नहीं पकड़ पाई है. स्मार्टफोन मार्केट में वापसी कर रही अल्काटेल और असूस को भी कोई खास भाव मिला नहीं.
इसके उलट OnePlus और शाओमी वापसी करती नजर आ रही हैं. बोरिंग हो चुकी ऐप्पल को आईफोन 17 ने रफ्तार पकड़ा दी है. हां, सैमसंग का मामला ना ऊपर है ना नीचे. लेकिन Nothing पर बड़ा डेन्ट लगा है.
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