अगले हफ्ते की प्लानिंग तो आपने कर ही ली होगी. ना करने का कोई सवाल ही नहीं क्योंकि लंबा वाला सप्ताहांत जो आने वाला है. 15 अगस्त से 19 अगस्त तक का जुगाड़ लगा लिया होगा आपने क्योंकि झऊआ भरकर छुट्टियां जो मिलने वाली हैं. होटल से लेकर रेस्टोरेंट का नाम भी देख लिया होगा. सब चंगा सी लग रहा मगर ऐसे में अगर कोई रेस्टोरेंट आपको बेकार खाना (bad food complain fssai) खिला दे तो. खाने में कीड़े या फंगस निकल जाए तो. डिलीवर हुए खाने की पॅकिंग फटी हुई हो तो. सारे तो का जवाब हैं- अरे यार अब क्या करें.
रेस्टोरेंट से आया बेकार खाना तो रिफंड तो मिलेगा ही, एक्स्ट्रा पैसे भी मिलेंगे, बस इतना करना होगा!
किसी होटल या रेस्टोरेंट ने आपको बेकार खाना (bad food complain fssai) परोस दिया तो आपने गुस्सा नहीं होना है. अगर होटल या रेस्टोरेंट ने खाने में गड़बड़ी की है तो आपके पैसे वापस मिलने का पूरा प्रबंध है. पैसा तो रिफ़ंड होगा ही सही, साथ में मुआवजा भी मिल सकता है. इसके लिए देशी और कानूनी, दोनों तरीके हैं.

सबसे पहले तो आपने गुस्सा नहीं होना है. जो कि इस किस्म की स्थति में आम बात है. अगर होटल या रेस्टोरेंट ने खाने में गड़बड़ी की है तो आपके पैसे वापस मिलने का पूरा प्रबंध है. पैसा तो रिफ़ंड होगा ही सही, साथ में मुआवजा भी मिल सकता है. इसके लिए देसी और कानूनी, दोनों तरीके हैं.
देसी तरीकाइस तरीके से बात बन जाने के पूरे-पूरे चांस हैं. अगर होटल या रेस्टोरेंट के खाने में कोई गड़बड़ी है तो उस जगह के मैनेजर से बात करें. आमतौर पर मैनेजर आपको हुई दिक्कत के लिए माफी तो मांगेंगे ही सही, नया खाना भी ऑफर करेंगे. हो सकता है कि आपको खाने का पैसा ही नहीं देना पड़े. इसके पीछे कोई रॉकेट साइंस नहीं है. ये बिजनेस पूरी तरह प्रतिष्ठा और फ़ीडबैक पर चलता है. कोई भी होटल खराब सर्विस के खाने के लिए अपनी छीछालेदर नहीं करवाएगा. आजकल तो सोशल मीडिया का जमाना है तो एक खराब फोटो पूरी मेहनत पर ‘दाल’ फेर सकता है. इसलिए सबसे पहले ये तरीका अपनाकर देखिए.

अगर खाना ऑनलाइन आया है तो भी यही प्रोसेस अपना सकते हैं. लेकिन कुछ भी करने से पहले पार्सल का वीडियो जरूर बना लीजिए. फूड डिलीवरी ऐप से ऑर्डर किया है तो उनके कस्टमर केयर पर बात करें. उनके सोशल मीडिया हैन्डल को टैग करके पोस्ट भी कर सकते हैं. खाना अगर सीधे किसी रेस्टोरेंट से मंगाया था तो उसको भी बोल सकते हैं. आमतौर पर ऐसे केस में फूड डिलेवरी ऐप्स तो पैसा भी वापस करते हैं और साथ में कूपन भी देते हैं.
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कुछ भी करें बस डिलीवरी वाले पर धौंस नहीं जमानी है. याद रखें कि वो महज खाना लेकर आया है. ना उसने पकाया है और ना पैक किया है. जब इतने से बात नहीं बने तो फिर उंगली टेढ़ी करके घी निकालने का टाइम आ गया है.
बोले तो फूड सेफ्टी अथॉरिटी ऑफ इंडिया. देश में खाने पीने पर निगरानी रखने वाली संस्था. यहां शिकायत कर सकते हैं. तीन तरीके हैं. पहला इनकी वेबसाइट, दूसरा इनका कस्टमर केयर वाला टोल फ्री नंबर और तीसरा इनका ऐप.
# वेबसाइट इनकी सबसे मुफ़ीद जगह है. इस पर अपनी शिकायत से जुड़े सारे डिटेल भरें और कंप्लेन नंबर जरूर नोट करें.

# टोल फ्री नंबर है 1800113921. इस पर फोन घुमा दीजिए.
# ऐप का नाम है Food Safety Connect. हालांकि ये थोड़ा स्लो काम करता है तो वेबसाइट ही ठीक रहेगी.

यहां शिकायत करते समय आपको खाने की लैब रिपोर्ट भी देना पड़ेगी. इस टेस्ट का खर्चा पहले-पहल आपको ही देना होगा. लेकिन जो आपकी शिकायत असली हुई तो टेस्ट का पैसा, खाने का पैसा और मुआवजा होटल भरेगा.
पढ़ने में ये थोड़ा बोरिंग लग सकता है मगर ऐसा कुछ आपके साथ होता है तो मन नहीं मारें. शिकायत करें. शिकायतों पर कार्रवाई होती है. हाल ही मैं ऐसे ही एक मामले में 60 हजार का जुर्माना ठोका गया.
हैप्पी ईटिंग.
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