साइबर ठग फिर सक्रिय हो गए हैं. वैसे वो निष्क्रिय ही कब रहते हैं, मगर पिछले कुछ महीनों से थोड़ी शांति तो जरूर थी. शायद इसकी वजह सरकार का जबरदस्त कैंपेन हो सकता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मन की बात प्रोग्राम में डिजिटल स्कैम का जिक्र कर चुके थे. फोन पर भी कॉलर को इससे सावधान रहने का संदेश सुनाई दे रहा था. मगर ठग फिर डिब्बे (Delivery Box scam) में से बाहर आ गए हैं. एक पुराने असफल तरीके को थोड़ा सा बदलकर ठगी को अंजाम दिया जा रहा है. सीधे-सीधे कहें तो कबाड़ में पड़े बॉक्स को ओपन करके कांड कर रहे हैं.
Amazon और Flipkart से आया बॉक्स अगर कचरे में फेंका तो बैंक अकाउंट खाली हो सकता है
स्कैम के इस तरीके का नाम है (Delivery Box scam) डिब्बा स्कैम. डिब्बे या बॉक्स जो आजकल ई-कॉमर्स वेबसाइट के ऑर्डर के साथ आते ही हैं. वही बॉक्स जो हम अपना सामान निकालकर कचरे में फेंक देते हैं. ना ये वो स्कैम नहीं है जो आप सोच रहे. हम बताते हैं.

स्कैम के इस तरीके का नाम है डिब्बा स्कैम. डिब्बे या बॉक्स जो आजकल ई-कॉमर्स वेबसाइट के ऑर्डर के साथ आते ही हैं. वही बॉक्स जो हम अपना सामान निकालकर कचरे में फेंक देते हैं. ना ये वो स्कैम नहीं है जो आप सोच रहे. हम बताते हैं.
डिब्बा सिर्फ कचरा नहीं रहाजो आपको लगे कि हमने तो इसके बारे में आपको बताया था. एकदम सही बात लेकिन वो स्कैम नहीं था. माने जैसे कई वीडियो में दावा किया जा रहा था कि ई-कॉमर्स के डिब्बे पर जो क्यूआर कोड होता है, उसमें आपके बैंक डिटेल्स होते हैं. इनका इस्तेमाल साइबर ठग कर सकते हैं. तो ऐसा नहीं है. बॉक्स में जो क्यूआर कोड होता है उसमें सिर्फ डिलेवरी होने या नहीं होने की जानकारी होती है. तो वो स्कैम नहीं था.
Amazon-Flipkart से आया डिब्बा यूं ही फेंक देते हैं तो ये चेतावनी आप ही के लिए है
मगर अब यही डिब्बा स्कैम का जरिया जरूर बन रहा है. अब ये कोई छिपी हुई बात तो है नहीं कि पार्सल बॉक्स पर बहुत सारी जानकारी होती है. मसलन घर का पता, नाम, मोबाइल नंबर और बॉक्स के अंदर के सामान की मोटा-माटी डिटेल. इसी डिटेल का इस्तेमाल ठगी के लिए हो रहा है. ठग इस बॉक्स से आपकी जानकारी निकालते हैं और फिर आपको एक कॉल आता है.
क्योंकि ठग के पास आपसे जुड़ी पूरी जानकारी होती है तो सब कुछ असली लगता है. कहा जाता है कि फलां तारीख को जो अपने फलां वाला ऑर्डर किया था, उसमें आपको कूपन मिला है. डिस्काउंट का लालच भी दिया जाता है. इसके लिए कई बार ई-कॉमर्स कंपनी के कर्मचारी बनकर तो कई बार उस प्रोडक्ट को बनाने वाली कंपनी के आदमी का नाम लेकर बात की जाती है.
जो आप इनकी बातों में आ गए तो फिर आगे क्या होता है, वो अब सभी को पता है. डिस्काउंट की लिंक भेजी जाती है और क्लिक करते ही कांड हो जाता है. ये डिब्बा स्कैम आजकल खूब चल रहा है. इससे बचने का सबसे अच्छा तरीका तो यही है कि पार्सल बॉक्स से आप अपने डिटेल्स हटा दो. इसके लिए बहुत कम कीमत में स्याही जैसा डिवाइस मिलता है, उसका इस्तेमाल कर सकते हैं. अगर इतना सब नहीं करना तो बॉक्स के उतने हिस्से को कुछ इस तरह से फाड़ सकते हैं कि डिटेल न दिखे.
जो ये सब नहीं किया और फिर कॉल आया तो फोन का लाल बटन तो दबा ही सकते हैं.
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