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घर के गैस सिलिंडर के पाइप की एक्सपायरी डेट जरूर पता कर लें, हादसे का डर होता है

हम आज बात करेंगे सिलिंडर के उस हिस्से की जिसकी वाकई में एक्सपायरी डेट होती है. पाइप, इसको समय रहते बदला नहीं गया तो हादसा हो सकता है. एक्सपायरी डेट कैसे पता करनी है वो भी बताएंगे.

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सिलिंडर के इस हिस्से का ध्यान रखना जरूरी (तस्वीर-इंडिया टुडे)

गैस सिलिंडर की एक्सपायरी डेट होती है क्या? अजी नहीं होती है. सोशल मीडिया पर ऐसे कई वीडियो मिल जाएंगे जिनमें गैस सिलिंडर की एक्सपायरी डेट का जिक्र होगा. सावधान रहने को कहा जाता है. सब भ्रामक बातें हैं. दरअसल सिलिंडर पर जो तारीख लिखी होती है वो ‘Test Due Date’ होती है. इंडियन ऑइल (IOCL) की वेबसाइट के मुताबिक साल 2000 के बाद बने हर सिलिंडर की हर दस साल के बाद टेस्टिंग और पेंटिंग की जाती है. इसके अलावा हर पांच साल में इनको चेक भी किया ही जाता है. 

जानकारी समाप्त. इससे जुड़ी पूरी खबर आप यहां क्लिक करके पढ़ सकते हैं.

हम आज बात करेंगे सिलिंडर के उस हिस्से की जिसकी वाकई में एक्सपायरी डेट होती है. इसको समय रहते बदला नहीं गया तो हादसा हो सकता है. इसे हिस्से के बारे में भी बताएंगे, एक्सपायरी डेट कैसे पता करना वो भी पता चलेगा.

गैस सिलिंडर में लगे ऑरेंज कलर के पाइप की एक्सपायरी डेट होती है. हाल ही मैं पंजाब में हुए एक हादसे की वजह इसी पाइप का खराब होना बताया गया. अब दिक्कत ये है कि इस पाइप पर कोई तारीख नहीं लिखी होती है, बल्कि CML के साथ कुछ डिजिट लिखे होते हैं. इनसे पाइप की एक्सपायरी डेट पता करना थोड़ा मुश्किल है. मतलब अंदाजे से समझ सकते हैं कि फलां पाइप काफी पुराना हो गया. कहीं से टूट रहा या चटक रहा है तो ही समझ आता है. मगर ये तो जुगाड़ हुआ. इसी जुगाड़ को तरीके में बदलने के लिए है BIS ऐप.

सांकेतिक तस्वीर

BIS मतलब "भारतीय मानक ब्यूरो" (Bureau of Indian Standards). एक सरकारी संस्था जहां देश में बनने वाले और बिकने वाले प्रोडक्ट का पंजीकरण होना अनिवार्य है. उपभोक्ता मामलों, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के अधीन काम करने वाला ये ब्यूरो कई तरह के उत्पादों के लैब टेस्ट से लेकर हॉलमार्किंग का काम करता है. आसान भाषा में कहें तो अगर प्रोडक्ट पर BIS का ठप्पा लगा है तो चिंता नक्को.

 BIS ऐप

इसी ऐप पर आप सिलिंडर में लगे ऑरेंज कलर के पाइप का कच्चा-चिट्ठा जान सकते हैं. स्टेप बाई स्टेप प्रोसेस समझते हैं.

# मोबाइल में BIS ऐप डाउनलोड कीजिए.

# पाइप पर CML/ के साथ कुछ नंबर लिखे होंगे.

# इनको ऐप में Verify Licence Details के अंदर एंटर करते ही पूरा डिटेल सामने आ आएगा.

# अगर पाइप खराब होने वाला है या उसकी एक्सपायरी डेट नजदीक है तो पहली फुरसत में बदल डालिए.

वैसे BIS ऐप असली और नकली प्रोडक्ट की पहचान करने में भी मदद कर सकता है. आप पूरा प्रोसेस यहां क्लिक करके जान सकते हैं.

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