धड़क के ‘झिंगाट’ और सैराट के ‘झिंगाट’ में ज़मीन-आसमान का अंतर है
सैराट' के फैन्स शायद बहुत निराश होने वाले हैं.
‘झिंगाट’ का ‘धड़क’ वर्जन कई सारी वजहों से आपको मायूस करता है. इस तथ्य के बावजूद कि ओरिजिनल धुन से, म्युज़िक से कोई छेड़छाड़ नहीं की गई है. जैसे कि अजय-अतुल के ही मशहूर मराठी गाने ‘कोंबडी पळाली’ को ‘चिकनी चमेली’ में बदलते वक़्त की गई थी. संगीत वैसा का वैसा रखा गया है. बावजूद इसके वो फील आ ही नहीं पा रहा.
इस फिल्म को देखा जाना चाहिए. वजहें इस वीडियो में हैं.