आर अश्विन की जब टीम इंडिया में एंट्री हुई तो ये कहा जाता था कि ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह उनसे जलते हैं. क्योंकि अश्विन के आने से ही टीम इंडिया में हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) की जगह खतरे में पड़ गई थी. इस कारण हरभजन अश्विन (Ashwin) से जलते थे. अब सालों बाद हरभजन ने अश्विन के ही शो में जाकर इन दावों का पूरा सच बताया है. साथ ही साथ हरभजन ने ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर हुए मंकीगेट स्कैंडल का खुलासा भी किया.
अश्विन ने हरभजन से पूछा- 'आप मुझसे जलते थे?' जवाब मिला- 'नहीं, लेकिन...'
अश्विन ने साल 2010 में टीम इंडिया के लिए डेब्यू किया था. धीरे-धीरे तीनों फॉर्मेट में उन्हें हरभजन सिंह का रिप्लेसमेंट माना जाने लगा. ऐसी खबरें भी आती थीं कि हरभजन सिंह अश्विन से जलते हैं.

अश्विन ने अपने शो पर हरभजन सिंह से सीधा सवाल किया. उन्होंने पूछा,
क्या आपको मुझसे जलन होती थी?
हरभजन सिंह ने हंसते हुए जवाब दिया,
क्या आपको लगता है कि मैं आपसे जलता हूं. आज आप मेरे साथ बैठे हो और हमने काफी देर तक बातें की हैं. क्या आपको लगता है कि मैं उस तरह का इंसान हूं?
अश्विन ने इसपर अपनी राय रखी और कहा,
हरभजन सिंह ने दिया जवाबअगर आपको किसी समय जलन हुई भी हो तो भी यह जायज है. ये मेरी राय है और मैं इसे कभी गलत नहीं मानूंगा, क्योंकि हम सब इंसान हैं और स्वाभाविक रूप से हम ऐसे ही होते हैं. कुछ लोग सोचते हैं कि मैंने इसलिए संन्यास लिया, क्योंकि वॉशिंगटन सुंदर अब टीम में हैं. यह सब दूसरों का नजरिया है.
हरभजन ने इसके बाद कहा कि वो अश्विन को अपना कॉम्पिटिशन तो मानते थे, लेकिन जलते नहीं थे. पूर्व स्पिनर ने कहा,
मैं बस एक बात साफ कर देना चाहता था. जब आप टीम में आए और हम दो स्पिनर्स के साथ खेल रहे थे, तो मुझे पता था कि आप ही लंबे समय तक खेलेंगे. एक सीनियर खिलाड़ी होने के नाते क्या मैंने आपको एक प्रतियोगी के रूप में देखा था? शायद हां. मुझे लगा कि मुझे अपने खेल में सुधार करना होगा. आज हम यहां बैठे हैं और मुझे लगता है कि हर चीज किसी ना किसी वजह से होती है. मैंने यह खेल खेला, मुझसे पहले कोई और इसे खेल रहा था, मैंने भी किसी को रिप्लेस किया.
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मंकीगेट विवाद पर भी बोले हरभजनहरभजन सिंह ने यहां मंकीगेट विवाद पर भी बात की और कहा,
वो विवाद कोर्ट केस जैसा था. मुझे ऐसा लगा कि मैंने बहुत बड़ा गुनाह कर दिया है. मेरे हिसाब से लैंग्वेज बैरियर था. मेरे लिए अंग्रेजी और उनके लिए पंजाबी समझना मुश्किल था. अब अगर पंजाबी आदमी की किसी से लड़ाई होगी तो वो मंकी नहीं बोलेगा. ऐसे में जो इंसान जैसा सुनना चाहता है वो उसे वैसे ही लेगा.
आपको बता दें कि हरभजन सिंह और ऑस्ट्रेलिया के ऑलराउंडर एंड्रयू साइमंड्स के बीच 2007-08 बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के दौरान झगड़ा हुआ था. साइमंड्स ने आरोप लगाया था कि स्लेजिंग करते हुए हरभजन ने उन्हें मंकी कहा था जो कि एक नस्लवादी शब्द है.
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