भारत में कोरोना रोज़ एक नया चरम प्राप्त कर रहा है. 11 अप्रैल के ही दिन देश में कोरोना के 1 लाख 68 हज़ार से अधिक मामले दर्ज किए गए. वैक्सीन, रेमडेसिविर अस्पतालों में बेड और क़ब्रिस्तानों-श्मशानों में जगह की क़िल्लत की ख़बरें हर जगह भरी हुई हैं. क्या किसी नेता-पुजारी-मौलाना की टिप्पणी इतनी ज़्यादा ज़रूरी है कि उसके लिए हज़ारों की संख्या में भीड़ लगाकर लोगों की जान के साथ खिलवाड़ किया जाए? और क्या एक धार्मिक आयोजन या शाही स्नान कई लोगों के निरोग और जीवित होने की सम्भावना से ज़्यादा ज़रूरी है? देखिए वीडियो.