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मैग्नस कार्लसन दिल्ली के इस 9 साल के चेस प्लेयर से हारते-हारते बचे, 'Oh My God!'

Aarit Kapil ऑनलाइन चेस टूर्नामेंट में Magnus Carlsen को हरा नहीं पाए. लेकिन भारत के ही प्रणव ने इस Online Chess Tournament को जीता है. वर्ल्ड चैंपियन मैग्नस कार्लसन इस टूर्नामेंट में तीसरे स्थान पर रहे.

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आरित कपिल (बाएं) और मैग्नस कार्लसन (दाएं) के बीच चली बाजी ड्रॉ रही. (X/PTI)

दुनिया के सबसे धाकड़ चेस प्लेयर ग्रैंडमास्टर मैग्नस कार्लसन को दिल्ली के 9 साल के छोरे ने ऐसा चकमा दिया कि बस हारते-हारते बचे. कार्लसन के सामने 9 साल के आरित कपिल की चुनौती थी. जगह थी ऑनलाइन 'अर्ली टाइटल्ड ट्यूसडे' टूर्नामेंट और दिन था मंगलवार, 24 जून 2025. मंजर ऐसा कि कार्लसन शायद ही इस पल को भूल पाएं.

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इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, आरित जॉर्जिया में एक होटल से एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर अंडर-10 वर्ल्ड चैंपियनशिप में हिस्सा ले रहे थे. वहीं होटल रूम से बैठकर उन्होंने दुनिया के नंबर वन खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन से टक्कर ली. उन्होंने सिर्फ टक्कर नहीं दी, बल्कि ऐसे दबाव में डाला कि मैग्नस 'कम्प्लीटली लॉस्ट पोजीशन' में पहुंच गए थे. मतलब सीधा था, मैग्नस की हार तय मानी जा रही थी.

लेकिन किस्मत का खेल देखिए. फाइनल एंडगेम में आरित के पास एक हाथी था और मैग्नस के पास दो छोटे मोहरे. पोजीशन आरित के फेवर में थी, पर समय नहीं था. घड़ी ने दगा दी और जीत उनके हाथ से फिसल गई. मुकाबला ड्रॉ पर खत्म हुआ, मगर असर ऐसा हुआ कि पूरी चेस की दुनिया हिल गई. एक 9 साल के बच्चे ने पांच बार के वर्ल्ड चैंपियन ग्रैंडमास्टर मैग्नस कार्लसन को हराने की कगार तक पहुंचा दिया था.

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आरित के ड्रॉ खेलने के बावजूद भारत के लिए अच्छी खबर है. भारत के ही प्रणव ने 'अर्ली टाइटल्ड ट्यूसडे' टूर्नामेंट जीता है. उन्हें 11 में से 10 प्वाइंट मिले. नार्वे के ग्रैंडमास्टर मैग्नस कार्लसन और अमेरिकी ग्रैंडमास्टर हंस मोके निमन दोनों ने 9.5 प्वाइंट हासिल किए, लेकिन निमन ने टाईब्रेक में दूसरा स्थान हासिल किया.

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कौन है ये आरित कपिल?

दिल्ली के नन्हे ग्रैंडमास्टर आरित कपिल चेक की दुनिया के उभरते सितारे हैं. दिसंबर 2024 में उन्होंने ओडिशा के भुवनेश्वर में खेले जा रहे KIIT इंटरनेशनल ओपन में ग्रैंडमास्टर रासेत जियात्दिनोव को हरा दिया था. उस वक्त उनकी उम्र थी सिर्फ 9 साल, 2 महीने और 18 दिन थी. इस जीत के साथ वो क्लासिकल चेस में किसी ग्रैंडमास्टर को हराने वाले सबसे कम उम्र के भारतीय बने थे.

आरित के पास इस वक्त कैंडिडेट मास्टर (CM) का खिताब है. यह FIDE का टाइटल है, जिसके लिए आमतौर पर खिलाड़ी को अपने करियर में किसी समय 2200 की रेटिंग तक पहुंचना होता है.

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