रणजी ट्रॉफी का सेमी-फाइनल राउंड चल रहा है. केरल और विदर्भ के बीच हो रहे मैच में उमेश यादव ने करियर बेस्ट फ़र्स्ट-क्लास फिगर्स लिए. उन्होंने 7 विकेट लिए और सिर्फ़ 48 रन ही दिए. दूसरी इनिंग्स में जब विदर्भ की टीम बैटिंग करने के लिए आई तो एक और रिकॉर्ड बन गया. ये शानदार रिकॉर्ड है और इसे बनाने वाले का नाम है वसीम जाफ़र. अपने 41वें जन्मदिन से 23 दिन दूर वसीम जाफ़र एकमात्र क्रिकेटर बन गए हैं जिसने दूसरी बार एक सीज़न में 1000 या उससे ज़्यादा रन बनाए हैं. अभी तक एक रणजी सीज़न में 1000 या उससे ज़्यादा रन बनाने का काम और किसी भी प्लेयर ने दो बार नहीं किया था. 2018-19 सीज़न में वसीम जाफ़र के अलावा सिक्किम के मिलिंद कुमार ने भी 1000 से ज़्यादा रन बनाए हैं. वो 8 मैचों में 1331 रनों के साथ वसीम जाफ़र से आगे हैं. वसीम जाफ़र ने अपना करियर मुंबई के लिए खेलते हुए शुरू किया था. 19 साल तक खेलने के बाद 2015 की गर्मी में उन्होंने मुंबई छोड़ा और विदर्भ की ओर से रणजी ट्रॉफी में खेलने लगे. मुंबई के लिए उन्होंने कुल 9759 रणजी रन बनाए और अगले ही साल वो रणजी ट्रॉफ़ी में 10 हज़ार रन बनाने वाले पहले खिलाड़ी बने. दूसरे नंबर पर अमोल मजूमदार हैं जो कि 10 हज़ार से थोड़ा पीछे ही रह गए. वसीम जाफ़र ने 2008-09 के सीज़न में पहली बार हज़ार रन बनाए थे. उस सीज़न में उत्तर प्रदेश को हराकर मुंबई ने रणजी ट्रॉफी जीती थी. इससे पहले उत्तराखंड के ख़िलाफ़ खेलते हुए जाफ़र ने 200 रन मारे थे. रणजी ट्रॉफ़ी में ये उनका 9वां दोहरा शतक था. उनके नाम 56 सेंचुरी और 88 हाफ़ सेंचुरी हैं.
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वसीम जाफर रणजी में बैटिंग के सभी रिकॉर्ड ध्वस्त कर देंगे!
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वसीम जाफर
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