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'हर ख‍िलाड़ी अलग, पर मानक एक', ब्रॉन्को टेस्ट पर गावस्कर ने बड़ी लकीर खींच दी

BCCI ने Asia Cup 2025 के साथ ब्रॉन्को टेस्ट की शुरुआत की है. दिग्गज बल्लेबाज Sunil Gavaskar ने इस टेस्ट पर अपना रिएक्शन दिया है. उन्होंने बोर्ड को इसे लेकर अहम सलाह भी दी है.

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सुनील गावस्कर को नहीं लगता कि सिर्फ फिटनेस टेस्ट सलेक्शन का पैमाना होना चाहिए. (Photo-PTI)

भारतीय क्र‍िकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने पिछले कुछ सालों में प्लेयर्स की फिटनेस पर जमकर काम किया है. इसके पीछे यो-यो टेस्ट एक बड़ी वजह है. अब BCCI ने खिलाड़ियों की फिटनेस को और बेहतर करने की उम्मीद में ब्रॉन्को टेस्ट शुरू किया है. इस टेस्ट को लेकर अलग-अलग रिएक्शन सामने आए हैं. कुछ लोगों ने यहां तक कहा कि ये टेस्ट रोहित शर्मा (Rohit Sharma) जैसे खिलाड़ियों की मुश्किल बढ़ा सकता है. दिग्गज सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने भी इस टेस्ट को लेकर अपनी राय सामने रखी है. उनको लगता है कि टीम इंडिया में खेलने की काबिलियत इस तरह के टेस्ट से नापी नहीं जा सकती.

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ब्रॉन्को टेस्ट ही सबकुछ नहीं

गावस्कर ने स्पोर्ट्स स्टार के लिए अपने कॉलम में लिखा,

यह ठीक बात है कि इन टेस्ट से यह पता चलता है कि खिलाड़ी को अपने शरीर को कहां मजबूत करने की जरूरत है, लेकिन नेशनल टीम में सेलेक्शन के लिए इन टेस्ट के आधार पर फैसला लेना थोड़ा ज्यादा है. हर खिलाड़ी का शरीर अलग होता है, इसलिए टीम में हर किसी के लिए एक ही मानक रखना लगभग असंभव है. खिलाड़ी की विशेषता और उसके अनुसार रियायत देने का ध्यान रखना होगा.

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हर खिलाड़ी को चाहिए अलग फिटनेस

गावस्कर ने समझाया कि क्रिकेट में हर खिलाड़ी के लिए फिटनेस की अलग डिमांड होती है. इसी कारण टेस्ट सेलेक्शन के लिए सबसे जरूरी चीज फिटनेस नहीं हो सकती. गावस्कर ने कहा,

उदाहरण के लिए, एक विकेटकीपर, जो पूरे दिन लगातार घूमता रहता है, उसे दूसरों की तुलना में एक अलग फिटनेस स्तर की जरूरत होती है. तेज गेंदबाज स्पिनर्स से अलग होंगे, हालांकि स्पिनर दिन में उनसे ज्यादा नहीं तो उतने ही ओवर जरूर फेंकेंगे. बल्लेबाजों को एक अलग तरह की फिटनेस की ज़रूरत होगी. जैसा कि आप देख सकते हैं, हर किसी पर एक ही चीज लागू नहीं होती है. जब तक इस बात का ध्यान रखा जाए और नए टेस्ट को सख्ती से लागू न किया जाए. तब तक सब ठीक है.

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गावस्कर को लगता है कि टीम इंडिया के लिए खेलने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि दिल में भारतीय क्रिकेट हो. उन्होंने कहा,

अपने देश के लिए सबसे ऊंचे स्तर पर खेलने का टेस्ट मापा नहीं जा सकता. मेरे लिए सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आपके दिल में दो शब्द होने चाहिए, 'भारतीय क्रिकेट', और कुछ नहीं.

सूर्यकुमार यादव की भी तारीफ की

सुनील गावस्कर ने एशिया कप से पहले भारतीय टी-20 कप्तान सूर्यकुमार यादव की भी तारीफ की. उन्होंने कहा,

भारतीय टीम एशिया कप में शानदार लीडर सूर्यकुमार यादव की कप्तानी में उतरेगी. उनमें अनुभव भी है और दृढृता भी है. ये टीम भारतीय क्रिकेट का भविष्य दिखाती है.

आपको बता दें कि भारत के दिग्गज खिलाड़ी सुनील गावस्कर, रवि शास्त्री और वीरेंद्र सहवाग के साथ-साथ पूर्व गेंदबाजी कोच भरत अरुण यूएई में हो रहे एशिया कप टी20 टूर्नामेंट के कॉमेंट्री पैनल का हिस्सा हैं.  इस टूर्नामेंट के 17वें सत्र में भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश, अफगानिस्तान, यूएई, ओमान और हांगकांग की टीमें हिस्सा ले रही हैं. भारत अपना पहला मैच 10 सितंबर को मेजबान यूएई के खिलाफ खेलेगा. 

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