'इंजरी एथलीट्स के जीवन का हिस्सा हैं. मैंने हिमा दास से बात की और उनको कहा कि Tokyo Olympics मिस करने पर वो अपना दिल ना दुखाएं और वह अब 2022 एशियाई खेलों, 2022 राष्ट्रमंडल खेलों और 2024 पेरिस ओलंपिक्स की तैयारी करें.”
हिमा दास को अभी से अगले ओलंपिक की तैयारी के लिए क्यों बोल रहे हैं खेल मंत्री?
Tokyo 2020 Olympics में नहीं जाएंगी हिमा.

हिमा दास को आई हेमस्ट्रिंग में चोट
Tokyo Olympics 2020 की शुरुआत 23 जुलाई से होनी है. भारतीय फ़ैन्स और गेम्स के लिए क्वॉलिफाई कर चुके एथलीट्स इन गेम्स का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. और इसी इंतजार के दौरान उन्हें एक बुरी ख़बर मिली. ख़बर ये कि भारत के लिए कई इंटरनेशनल मेडल जीत चुकीं स्प्रिंटर हिमा दास टोक्यो ओलंपिक्स के लिए क्वॉलिफाई नहीं कर पाई हैं. 27 जून, शनिवार के दिन 21 वर्षीय हिमा दास नेशनल इंटर-स्टेट एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भाग ले रही थीं, वहां उनको हैमस्ट्रिंग में चोट आ गई. चोट की वजह से वह 100 मीटर और 4*100 मीटर रिले फाइनल से हट गई. इसके बाद पूरी तरह से ठीक हुए बिना ही हिमा मंगलवार, 29 जून को 200 मीटर फाइनल में उतर गईं, यहां उन्होंने पांचवें नंबर पर फिनिश किया. जिसके चलते वह टोक्यो ओलंपिक्स के लिए क्वॉलिफाई नहीं कर पाईं. हिमा दास को टोक्यो की रेस से तो बाहर होने के बाद खेल मंत्री किरण रिजिजू ने उनका मनोबल बढ़ाते हुए ट्वीट किया,
बता दें कि हिमा दास ना तो व्यक्तिगत तौर पर टोक्यो के लिए क्वॉलिफाई कर पाईं और ना ही उनकी 4*400 मीटर रिले टीम. दुती चंद, हिमा दास, एस धनलक्ष्मी और अर्चना सुसींद्रन वाली इस टीम ने 43.37 सेकेंड में रेस पूरी कर नेशनल रिकॉर्ड बनाया, लेकिन बहामास की टीम ने 0.02 सेकंड पहले रेस फिनिश कर अपना टोक्यो जाने का रास्ता साफ कर लिया. जानने लायक है कि हिमा दास 2018 में फिनलैंड में हुई World Junior Championship में 400 मीटर रेस का गोल्ड मेडल जीतने के बाद लाइमलाइट में आई थीं. साल 2018 के एशियन गेम्स में 400 मीटर व्यक्तिगत इवेंट का सिल्वर मेडल जीतने के अलावा वह गोल्ड मेडल जीतने वाली महिलाओं की 4*400 मीटर रिले और मिक्स्ड 4*400 मीटर रिले टीमों का भी हिस्सा थीं.