एशिया कप 2025 (Asia Cup) में भारत और पाकिस्तान (India vs Pakistan) का सामना होने वाला है. इस मैच को लेकर काफी चर्चा हो रही है. कई लोग की तरफ से इस मैच को बायकॉट की अपील की जा रही थी, हालांकि भारतीय सरकार ने इस मैच की अनुमति दे दी है. इसी कारण 14 सितंबर को भारत और पाकिस्तान की टीमें दुबई में एक-दूसरे का सामना करेगी. हालांकि भारत और पाकिस्तान का मुकाबला सिर्फ क्रिकेट के मैदान तक सीमित नहीं है. ये राइवलरी एथलेटिक्स के मैदान पर भी जारी रहेगी.
सिर्फ 14 सिंतबर ही नहीं, अगले हफ्ते तीन बार आमने-सामने होंगे भारत-पाकिस्तान!
एशिया कप 2025 में भारत और पाकिस्तान का सामना 14 सितंबर को होगा. हालांकि 5 दिन के अंदर ही भारत और पाकिस्तान के स्टार खिलाड़ी वर्ल्ड चैंपियनशिप में आमने-सामने होंगे.
.webp?width=360)

जहां क्रिकेट में एशिया कप का खिताब दांव पर है, वहीं एथलेटिक्स में भारत और पाकिस्तान के खिलाड़ी वर्ल्ड चैंपियनशिप में आमने-सामने होंगे. 13 सितंबर से टोक्यो में वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप की शुरुआत होने वाली है. भारतीय फैंस की नजरें इस इवेंट में नीरज चोपड़ा रहेगी. नीरज डिफेंडिंग चैंपियन के तौर पर इस इवेंट में उतरेंगे. इस इवेंट में उनकी सबसे बड़ी चुनौती होंगे, पाकिस्तान के अरशद नदीम.
एक साल बाद आमने-सामने अरशद और नीरजपेरिस ओलंपिक के बाद से दोनों के बीच प्रतियोगिता बहुत कड़ी हो गई है. अरशद ने पेरिस में 92.97 मीटर के थ्रो के साथ गोल्ड मेडल अपने नाम किए था.नीरज चोपड़ा को यहां सिल्वर से संतोष करना पड़ा था. बीते अगस्त में हुए इस फाइनल के बाद से नीरज चोपड़ा और अरशद का सामना नहीं हुआ है. अब दोनों 17 सितंबर को आमने सामने होंगे. 17 सितंबर वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में जैवलिन थ्रो का क्वालिफाइंग राउंड होगा.
ओलंपिक चैंपियन और डिफेंडिंग चैंपियन के आसानी से क्वालिफाई करने की उम्मीद है. अगर ऐसा होता है तो दोनों खिलाड़ी खिताब के लिए 18 सितंबर को फिर आमने-सामने होंगे. इस तरह महज 5 दिन में तीन भारत बार भारत और पाकिस्तान के खिलाड़ी आमने-सामने होंगे. यह मुकाबला टोक्यो के उसी मैदान में होगा, जहां उन्होंने 2021 में ओलंपिक स्वर्ण जीतकर इतिहास रचा था.
यह भी पढ़ें- T20 में 304 रन ठोककर इंग्लैंड ने रचा इतिहास, नेपाल-जिम्बाम्ब्वे से फिर भी पीछे रह गया
नीरज के पास इतिहास रचने का मौकाचोपड़ा अगर 18 सितंबर को फाइनल में फिर से गोल्ड मेडल जीतते हैं, तो वो वर्ल्ड चैंपियनशिप में लगातार गोल्ड जीतने वाले सिर्फ तीसरे खिलाड़ी बनेंगे. अब तक यह उपलब्धि चेक गणराज्य के महान खिलाड़ी जेन जेलेजनी (1993 और 1995) और ग्रेनेडा के एंडरसन पीटर्स (2019 और 2022) ने हासिल की है. जेलेजनी मौजूदा समय में चोपड़ा के कोच हैं. चोपड़ा के साथ सचिन यादव, यशवीर सिंह और रोहित यादव भी इस इवेंट में भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. पुरुषों के जैवलिन थ्रो इवेंट में भारत के चार खिलाड़ी हैं जो किसी भी अन्य देश से सबसे अधिक है. डिफेंडिंग चैंपियन होने के नाते चोपड़ा को वाइल्ड कार्ड मिला है जबकि बाकी तीन एथलीटों ने वर्ल्ड रैंकिंग के आधार पर क्वालिफाई किया है.
पुरुषों के जैवलिन थ्रो के महिला इवेंट में अन्नु रानी, महिला 3000 मीटर स्टीपलचेज में पारुल चौधरी, पुरुषों के हाई जंप में मुरली श्रीशंकर, पुरुषों के 5000 मीटर में गुलवीर सिंह और ट्रिपल जंप में प्रवीण चित्रावेल भी फाइनल चरण तक पहुंचने की कोशिश करेंगे. 200 मीटर के नेशनल रिकॉर्ड होल्डर अनिमेश कुजूर किसी विश्व चैंपियनशिप में हिस्सा लेने वाले पहले भारतीय होंगे. वहीं 110 मीटर हर्डल्स के नेशनल रिकॉर्ड होल्डर तेजस शिरसे के लिए भी ये बड़ा मौका है.
वीडियो: गेस्ट इन द न्यूजरूम: 'पीरियड्स के दर्द में जीता ओलंपिक मेडल' मीराबाई चानू ने PM मोदी के बारे में क्या कहा?