IPL, वर्ल्ड क्रिकेट की सबसे बड़ी क्रिकेटिंग लीग. इसे देखकर बचपन में क्रिकेट खेले लगभग हर नाकाम बंदे को लगता है- भाई, कर क्या रहा हूं मैं! आप में से कई सारे लोग ऐसा जरूर सोचते होंगे. और ऐसे लोगों में मेरे संपादक भी शामिल हैं, या यूं कह लीजिए थे. क्योंकि दुनिया के कई लोगों की तरह उन्हें भी लगता था कि ये 9-5 की नौकरी के लिए नहीं बने.
IPL, वर्ल्ड क्रिकेट की वो लीग जो आपके 'ऑफिस' जैसी है।
IPL में खेलना आपकी जॉब जैसा ही है.

थोड़ा सा सपोर्ट और मिलता तो कम से कम IPL तो खेल ही लेते. और अब ये तो आप जानते ही हैं कि इस मेगा लीग में जो एक बार खेल लिया, उसका फ्यूचर सेट है. और ऐसी ख़बरों से लगता है कि यहां सब चंगा ही होगा. लेकिन ऐसा नहीं है. लोग जिन झमेलों से बचकर यहां आना चाहते हैं, वो झमेले यहां भी हैं. आज हम आपको ऐसी ही बातें बताएंगे, जिनसे आपको भी लगेगा कि यहां तो बिल्कुल 9-5 वाली नौकरी का ही हाल है.
बस दफ्तर की टाइमिंग थोड़ी अलग है, लेकिन बाकी कितनी ही बातें हैं, जो आपको अपने ऑफिस की याद दिला देंगी. तो चलिए शुरू करते है.
न्यूज़ीलैंड के लेजेंड रॉस टेलर. इन्होंने हाल ही में एक खुलासा किया. उन्होंने बताया कि जब वो IPL में राजस्थान रॉयल्स के लिए खेल रहे थे. उस समय राजस्थान के सह-मालिक ने उन्हें थप्पड़ मारते हुए कहा था कि हम आपको ज़ीरो पर आउट होने के लिए मिलियन डॉलर नहीं दे रहे हैं.
रॉस ने बताया,
‘195 चेज़ करने थे. मैं शून्य पर LBW आउट हो गया. और हम स्कोर के क्लोज़ भी नहीं पहुंच पाएं. मैच के बाद, टीम, सपोर्ट स्टाफ, मैनेजमेंट होटल के टॉप फ्लोर पर बार में थे. वहां शेन वॉर्न के साथ लिज़ हर्ली भी थीं. इसके बाद रॉयल्स के मालिक ने मुझसे कहा, रॉस हम आपको मिलियन डॉलर शून्य पर आउट होने के लिए नहीं दे रहे. और उन्होंने मुझे चेहरे पर तीन चार बार थप्पड़ मारे. वो हंस रहे थे और वो ऐसे तेज थप्पड़ नहीं थे. लेकिन मैं पूरी तरह से पक्का नहीं कह सकता कि वो मज़ाक में थे.’
रॉस टेलर के साथ जो हुआ, वो जाहिर तौर पर सुनने में मज़ाक नहीं है. और जब हम खेलों की बात करते हैं, तो वहां हर बुरे मैच के बाद सब भूलकर आगे बढ़ने की बात की जाती है. लेकिन रॉस टेलर का ये क़िस्सा बताता है, कि भई जब आपको पैसे मिलते हैं तो परफॉर्म करना ही पड़ता है.
यही हाल ऑफिस का भी है, सैलरी मिल रही है तो काम तो करना ही पड़ेगा. बड़ी कम्पनियों में ऐसे मारपीट के क़िस्से कम सुनने में आते हैं. लेकिन छोटी कम्पनियों में ये चीज़ें काफी होती हैं. यूट्यूब पर अगर आप सर्च करने बैठें तो आपको बॉस और कर्मचारी की लड़ाई के हज़ारों वीडियो मिल जाएंगे.
# युज़वेंद्र चहल को जब उल्टा लटका दिया था!साल 2022 में युज़वेंद्र चहल रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को छोड़कर राजस्थान रॉयल्स के खेमे में आए. और इसी खेमे में रहते हुए उन्होंने एक क़िस्सा सुनाया. ये क़िस्सा उनके मुंबई इंडियंस के दिनों का था, जब वो मरने से बाल-बाल बचे थे.

युज़ी ने बताया था,
‘मेरी स्टोरी, कुछ लोग इस बारे में जानते है. मैंने कभी इस पर बात नहीं की. मैंने ये किसी से साझा ही नहीं की. साल 2013 में मैं मुंबई इंडियंस के साथ था. हमारा बेंगलुरू में एक मैच था. और मैच के बाद पार्टी थी. वहां एक खिलाड़ी था जो बहुत ज्यादा पी चुका था.
मैं उसका नाम नहीं लूंगा. वो बहुत ज्यादा ड्रंक था और मेरी तरफ देख रहा था. उसने मुझे बुलाया, मुझे बाहर लेकर गया और बालकनी से लटका दिया. मेरे हाथ उसके चारों और थे. अगर मैंने अपनी ग्रिप खो दी होती, मैं 15वें फ्लोर पर था. अचानक जो लोग वहां पर थे, वो आए और हालात को संभाला.
मैं बेहोश सा हो गया था. उन्होंने मुझे पानी दिया और फिर मैं समझ गया कि जब आप कहीं भी बाहर जाओ तो आपको कितना जिम्मेदार होना चाहिए. अगर वहां थोड़ी सी भी गलती होती तो मैं नीचे गिर जाता.’
युज़वेंद्र चहल के इस क़िस्से ने IPL में होने वाली पार्टीज के बारे में सोचने पर मजबूर कर दिया था. इनकी पूरी स्टोरी में एक बहुत बड़ा ‘अगर’ था. और इस अगर के साथ देखिए या इससे अलग, दफ्तरों की पार्टी में भी ऐसे सीन हो ही जाते हैं.
# डैरेन सैमी पर रंगभेदी टिप्पणीसाल 2020 में ब्लैक लाइव्स मैटर पर खूब बात हुई थी. इसी बातचीत में वेस्टइंडीज़ के प्लेयर डैरन सैमी ने भी अपनी बात रखी थी. और IPL में सनराइजर्स हैदराबाद के साथ के दिनों में अपने ऊपर हुई रंगभेदी टिप्पणी के मसलों को भी उठाया था. सैमी ने ईशांत शर्मा पर उनको का** बुलाने का आरोप लगाया था.

बाद में ये बात सुलट गई थी. सैमी ने बताया था,
‘मुझे कोई नाराजगी नहीं है. मैंने ईशांत शर्मा से बात की. मैं उन्हें अब भी उसी तरह भाई मानता हूं जैसा कि मैं 2014-2015 में सनराइजर्स हैदराबाद की ओर से खेलते हुए मानता था.’
ऐसे तमाम क़िस्से आप अपने वर्कप्लेस से भी निकाल सकते हैं. जहां किसी को उसके कलर, हाइट इत्यादि के लिए चिढ़ाया जाता है.
# चीयरलीडर ने शिकायत की तो घर भेज दिया!लड़कियों का मामला आता है तो माहौल ही अलग हो जाता है. और ऐसा ही कुछ IPL में भी हुआ था. ये साल 2011 की बात थी. गैब्रिएला पैस्कालोत्तो नाम की एक जब साउथ अफ्रीकन चियरलीडर थी. और उन्होंने एक ब्लॉग के जरिए कुछ खुलासे किए. जिसके बाद उनका पक्ष सुने बिना ही पैस्कालोत्तो को फ्लाइट में बैठाकर वापस उनके देश लौटा दिया था.
दरअसल उन्होंने अपने ब्लॉग (द सीक्रेट डायरी ऑफ एन IPL चीयरलीडर) के जरिए चीयरलीडर्स के साथ होते व्यवहार को साझा किया था. अपने ब्लॉग में वो बताती थीं कि चीयरलीडर्स का अनुभव कैसा है, मैच के बाद पार्टी में क्रिकेटर्स कैसा बर्ताव करते थे. साउथ अफ्रीकन न्यूज़पेपर द विटनेस के अनुसार ये बात एक ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर को पसंद नहीं आई.
और उन्होंने इस बात की शिकायत IPL चैयरमैन से की. जिसके बाद गैब्रिएला पैस्कालोत्तो को वापस घर भेज दिया गया था.
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