तो राहुल द्रविड़ अब टीम इंडिया के कोच नहीं बनेंगे? ये सवाल इसलिए क्योंकि द्रविड़ ने एक बार फिर से नेशनल क्रिकेट एकेडमी के हेड ऑफ क्रिकेट पद के लिए अप्लाई किया है. द्रविड़ एनसीए में ही बने रहना चाहते हैं. द्रविड़ के इस फैसले का मतलब ये भी है कि सीनियर टीम के कोच अब वो नहीं बन पाएंगे. यानी फैंस का सपना टूट सकता है. या यूं कहिए कि लगभग टूट गया है.
द्रविड़ ने फिर किया अप्लाई
गौरतलब है कि एनसीए के क्रिकेट हेड की पोस्ट के लिए द्रविड़ का दो साल का कॉन्ट्रेक्ट हाल ही में समाप्त हुआ है. बीसीसीआई के नए संविधान के मुताबिक, कार्यकाल को आगे बढ़ाने का कोई नियम नहीं है. फिर से चयन की प्रक्रिया शुरू करने का नियम है. यानी द्रविड़ को फ्रेश अप्लाई करना था. और अब नियुक्ति की प्रक्रिया से गुजरना होगा.
दूसरी ओर, टीम इंडिया के हेड कोच रवि शास्त्री का कार्यकाल टी20 विश्वकप के बाद खत्म हो रहा है. अक्टूबर में टी20 विश्व कप होना है. उसके बाद शास्त्री की जगह किसी और को चुना जाएगा. चूंकि, राहुल द्रविड़ हेड कोच की रेस में सबसे आगे थे. तो अटकलें लगाई जा रही थी कि वो ही शास्त्री की जगह लेंगे.
श्रीलंका दौरे पर द्रविड़ बने थे कोच
आपको बता दें, जब श्रीलंका दौरे पर राहुल द्रविड़ को टीम इंडिया का कोच बनाया गया. तो क्रिकेट फैंस बड़े खुश हुए. द्रविड़ को टीम इंडिया का कोच बनते देखना, हर किसी के लिए सुखद एहसास था. इसके पीछे की वजह है द्रविड़ का व्यक्तित्व. साथ ही उन्होंने जूनियर लेवल पर एक सिरे से युवा खिलाड़ियों को तैयार किया है. कई ऐसे खिलाड़ी हैं, जो आज टीम इंडिया के लिए खेल रहे हैं. और उनकी कामयाबी में द्रविड़ की मेहनत है. उदाहरण के तौर पर ऋषभ पंत, मोहम्मद सिराज, पृथ्वी शॉ, शुभमन गिल. और जो खिलाड़ी टीम इंडिया का हिस्सा नहीं हैं. वो आईपीएल में बढ़िया खेल रहे हैं. हो सकता है आने वाले महीने और सालों में उन्हें फैंस टीम इंडिया के लिए खेलते हुए देखे भी. ऐसे में राहुल द्रविड़ के योगदान को देखते हुए हर किसी की यही ख्वाहिश थी कि अब एनसीए छोड़कर द्रविड़ सीनियर टीम के हेड कोच बनें. लेकिन द्रविड़ के एनसीए में अप्लाई करने की वजह से उम्मीदें लगभग खत्म हो गई हैं.
बीसीसीआई के एक सूत्र ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर बताया,
हां, राहुल ने क्रिकेट प्रमुख के पद के लिए फिर से आवेदन किया है. अब आपको इस बात को समझने के लिए जीनियस बनने की जरूरत नहीं कि वो फिर इस पद पर आ सकते हैं. उन्होंने एनसीए में रहते हुए शानदार काम किया है. सच्ची मायनों में एनसीए अब सेंटर ऑफ एक्सलेंस बन गया है. राहुल के अलावा किसी ने अब तक इस पद के लिए आवेदन नहीं किया है. बावजूद इसके बीसीसीआई ने आवेदन की तारीख को आगे बढ़ाने का फैसला किया है. ताकि इच्छुक उम्मीदवारों को पर्याप्त समय मिल सके."
बीसीसीआई के इस सूत्र ने अपनी बात आगे जोड़ते हुए कहा,
बीसीसीआई पदाधिकारियों ने समयसीमा को 15 अगस्त से कुछ दिन और आगे बढ़ाने का फैसला किया है. जब राहुल हेड ऑफ क्रिकेट पद के लिए रेस में हैं तो सभी को पता है कि इस पद के लिए आवेदन करने का ज्यादा मतलब नहीं है. ये एकमात्र औपचारिकता की तरह है. लेकिन हां, अगर किसी को लगता है कि वो इस दौड़ में शामिल हो सकते हैं, तो वो आवेदन दे सकते हैं.
आपको बता दें, राहुल द्रविड़ को टीम इंडिया का कोच बनते देखना, लगभग हर हिंदुस्तानियों की ख्वाहिश है. शास्त्री की जगह द्रविड़ लेते तो हर किसी को खुशी होती. लेकिन द्रविड़ के इस फैसले से आईना लगभग साफ हो गया है. कि बीसीसीआई को द्रविड़ से आगे सोचने की जरूरत है.