साल 2016 की हार के बाद मिली यह जीत कई मायनों में खास थी. यह भारत का चौथा अंडर-19 वर्ल्ड कप खिताब था. इंडिया इसे सबसे ज्यादा बार जीतने वाली टीम है. इस टीम ने कई नए सितारों को पहचान दी. पृथ्वी शॉ, शुभमन गिल जैसे धाकड़ बल्लेबाज और अनुकूल रॉय जैसा ऑलराउंडर हमें इसी वर्ल्ड कप ने दिए.
इस आर्टिकल में हम उस वर्ल्ड कप से निकले पांच सुपरस्टार्स की बात करेंगे. ऐसे सुपरस्टार्स जो अब अपनी सीनियर टीमों के साथ भी कमाल कर रहे हैं. शुरुआत पृथ्वी शॉ से, जिन्हें अगला सचिन तेंडुलकर बताया जा रहा है.
पृथ्वी शॉ
शॉ उन चुनिंदा प्लेयर्स में शामिल हैं जो इस बड़े इवेंट से पहले ही स्टार बन चुके थे. स्कूल क्रिकेट में उनके रिकॉर्ड्स से परिचित लोगों ने जब 2016-17 सीजन में उन्हें मुंबई के लिए खेलते हुए देखा तो उन्हें जरा भी सरप्राइज़ नहीं हुआ.इस वर्ल्ड कप में शॉ ने 6 मैचों की 5 पारियों में 65.25 की ऐवरेज से 261 रन बनाए थे. इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 95 और बेस्ट स्कोर 94 रन था. उन्होंने अपनी सबसे बड़ी पारी टीम के पहले मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली थी. इस मैच को भारत ने 100 रन से जीता था. इस वर्ल्ड कप के एक महीने बाद ही उन्होंने अपना IPL डेब्यू कर लिया था. दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए पहली बार IPL खेले. शॉ इसी फ्रेंचाइज़ी के साथ हैं. डोमेस्टिक क्रिकेट में वह मुंबई की टीम के अहम सदस्य बन चुके हैं.

U-19 World Cup Trophy के साथ Prithwi Shaw
इसके साथ ही वह इंडिया के लिए टेस्ट डेब्यू भी कर चुके हैं. अक्टूबर 2018 में वेस्ट इंडीज़ के खिलाफ शॉ ने अपने डेब्यू टेस्ट में ही सेंचुरी जड़ी थी. शॉ ने इस सीरीज के दूसरे मैच में भी भारत के लिए ओपनिंग की थी. इसके बाद चोट और फिर डोपिंग के चलते वह टीम इंडिया के लिए अभी तक दोबारा नहीं खेल पाए हैं लेकिन उन्हें निश्चित तौर पर भारतीय क्रिकेट टीम का भविष्य माना जा रहा है.
शुभमन गिल
पंजाब के फाज़िल्का के रहने वाले गिल ने इस वर्ल्ड कप में भारत के लिए सबसे ज्यादा रन बनाए थे. गिल ने 2018 अंडर-19 वर्ल्ड कप में 6 मैचों की पांच पारियों में 372 रन बनाए थे. इस दौरान उन्होंने एक सेंचुरी और तीन हाफ-सेंचुरी मारी थी. इस वर्ल्ड कप में गिल का ऐवरेज 124 और स्ट्राइक रेट 112.38 था.उनकी इस विस्फोटक और भरोसेमंद बैटिंग के चलते उन्हें इस टूर्नामेंट की खोज बताया गया था. गिल इस टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाने वालों की लिस्ट में दूसरे नंबर पर थे. गिल को इस टूर्नामेंट का प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया था. गिल ने अप्रैल 2018 में कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के साथ अपना IPL डेब्यू किया था. इसके बाद से वह इस टीम के अहम सदस्य बने हुए हैं.

U-19 World Cup के Player Of The Tournament Shubhman Gill
डोमेस्टिक क्रिकेट में गिल पंजाब के लिए खेलते हैं. पंजाब फर्स्ट क्लास टीम के खास मेंबर गिल का फर्स्ट क्लास ऐवरेज 63 से ज्यादा है. उन्होंने न्यूज़ीलैंड टूर पर टीम इंडिया के लिए वनडे डेब्यू किया था. वह आने वाले वक्त में भारतीय टीम के अहम सदस्य माने जा रहे हैं.
मनजोत कालरा
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हुए फाइनल में कालरा ने बेहतरीन सेंचुरी जड़ी थी. उनकी 101 रन की बेहतरीन पारी की बदौलत भारत ने ऑस्ट्रेलिया को हराया था. बैटिंग स्टाइल के चलते कालरा को अक्सर शिखर धवन से कंपेयर किया जाता है.कालरा अंडर-19 वर्ल्ड कप फाइनल में सेंचुरी मारने वाले सिर्फ पांचवें बल्लेबाज हैं. उन्होंने छह मैचों की पांच पारियों में 252 रन मारे थे. कालरा भारत के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वालों में तीसरे नंबर पर थे. 84 की ऐवरेज और 89 के स्ट्राइक रेट से खेले कालरा ने टूर्नामेंट में टॉप ऑर्डर में बैटिंग की थी.

Manjot Kalra फोटो- Getty
हालांकि बाद में उनके लिए चीजें उतनी अच्छी नहीं रही. वह अब तक दिल्ली की टीम में जगह नहीं बना पाए हैं. IPL में दिल्ली फ्रेंचाइजी के लिए खेलने वाले कालरा ने अभी तक दिल्ली के लिए बस दो T20 मैच ही खेले हैं. हाल ही में वह उम्र की धोखाधड़ी के मामले में भी फंस गए हैं. DDCA के लोकपाल ने उन्हें क्रिकेट खेलने से दो साल के लिए सस्पेंड कर दिया है.
अनुकूल राय
झारखंड का यह क्रिकेटर साल 2018 के अंडर-19 वर्ल्ड कप में कमाल की फॉर्म में था. बाएं हाथ के स्पिनर अनुकूल ने टूर्नामेंट में भारत के लिए सबसे ज्यादा 14 विकेट्स लिए थे. अनुकूल ने यह विकेट्स 9.07 के ऐवरेज और 3.83 की इकॉनमी से लिए थे. वह इस वर्ल्ड कप के सबसे सफल बॉलर थे.
Anukul Roy
अनुकूल ने वर्ल्ड कप में जाने से पहले एक भी घरेलू मैच नहीं खेला था. इस जबरदस्त प्रदर्शन के तुरंत बाद झारखंड ने उन्हें अपनी फर्स्ट क्लास साइड में ड्राफ्ट कर लिया. 'समस्तीपुर के रविंद्र जडेजा' के नाम से फेमस अनुकूल अब झारखंड की टीम में रेगुलर खेलते हैं. उन्होंने पिछले सीजन मुंबई इंडियंस के साथ अपना IPL डेब्यू भी किया था.
हार्विक देसाई
सौराष्ट्र के विकेटकीपर हार्विक भारत की स्क्वॉड के दो विकेटकीपर्स में से एक थे. हार्विक ने वर्ल्ड कप में चार मैच खेले जबकि उत्तर प्रदेश के आर्यन जुयाल ने दो. देसाई इस पूरे टूर्नामेंट में भारत के फर्स्ट चॉइस विकेटकीपर थे. देसाई ने एक मैच में टीम के लिए ओपनिंग भी की थी. जिम्बाब्वे के खिलाफ हुए इस ग्रुप मैच में उन्होंने 56 रन की नॉटआउट पारी खेली थी.
Harvik Desai क्रेडिट Ekana
ओपनिंग बल्लेबाज़ देसाई अपनी डिफेंसिव बैटिंग के लिए जाने जाते हैं. देसाई के क्रीज़ पर रहने से शॉ और शुभमन जैसे आक्रामक बल्लेबाज़ों को खुलकर खेलने की छूट मिलती थी. देसाई ने 2018-19 सीजन में अपना रणजी डेब्यू किया था. स्नेल पटेल और शेल्डन जैक्सन जैसे विकेटकीपर्स की मौजूदगी के चलते वह घरेलू क्रिकेट में सौराष्ट्र के लिए ज्यादातर बार स्पेशलिस्ट ओपनर के रूप में खेलते हैं.
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