इंग्लैंड के टेस्ट कप्तान बेन स्टोक्स (Ben Stokes) रिहैब के बाद भारत (IND vs ENG) के साथ टेस्ट सीरीज के लिए पूरी तरह तैयार हैं. उन्होंने इस टेस्ट सीजन में खुद को इंजरी से बचाने के लिए बड़ा फैसला किया है. बीते पांच महीनों से स्टोक्स ने शराब नहीं पी है. स्टोक्स के मुताबिक टेस्ट सीजन में अपना 100 प्रतिशत देने के लिए यह काफी अहम है. उन्होंने माना की शराब का उनके करियर पर गलत असर रहा है.
भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज से वापसी कर रहे बेन स्टोक्स ने क्रिकेट और शराब पर काम की बात कही है
इंग्लैंड और भारत के बीच 20 जून से टेस्ट सीरीज की शुरुआत होगी. इस टेस्ट सीरीज में इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स (Ben Stokes) अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहते हैं. इसके लिए उन्होंने अपनी लाइफस्टाइल में अहम बदलाव किए हैं.

स्टोक्स को पिछले साल दिसंबर में हैमस्ट्रिंग इंजरी हुई थी. इस कारण वह श्रीलंका और पाकिस्तान के खिलाफ नहीं खेल पाए थे. न्यूजीलैंड के हैमिल्टन में मैच खेलते हुए उन्हें फिर से परेशानी होने लगी. स्टोक्स ने Untapped Podcast पर अपनी इंजरी को लेकर कहा,
जब मुझे पहली बार बड़ी चोट लगी तो मैं काफी हैरान था. पहले सोचा कि यह कैसे हो सकता है, फिर सोचा कि इस चोट से चार-पांच दिन पहले मैं शराब पी रहा था. क्या शराब पीने का इसमें कुछ रोल था. इसके बाद मैंने तय किया जो कुछ मैं करता हूं मुझे उसे बदलना होगा.
यह भी पढ़ें- टीम इंडिया के एशिया कप 'नहीं' खेलने के दावे पर BCCI का बयान आ गया
वापसी तक छोड़ दी शराबअपनी बात जारी रखते हुए उन्होंने कहा,
मुझे नहीं लगता कि मैं हमेशा के लिए शराब छोड़ सकता हूं. लेकिन दो जनवरी के बाद से मैंने शराब नहीं पी है. मैंने खुद से वादा किया था कि जब तक मैं रिहैब खत्म करके मैदान पर नहीं जाऊंगा. मैं शराब नहीं पीयूंगा. मैं सोचता हूं कि मुझे मैदान से बाहर बहुत मेहनत करनी है. जिम में जमकर पसीना बहाना है, ताकि मैं मैदान पर अपना बेस्ट दे सकूं.
बेन स्टोक्स ने बताया कि 90 के दशक और इस सदी की शुरुआत में खिलाड़ियों के शराब से जुड़े कई किस्से सामने आते थे. लेकिन अब चीजें बदल गई हैं. ये गेम अब शरीर से बहुत कुछ डिमांड करता है. अब क्रिकेट का शेड्यूल इतना ज्यादा व्यस्त है कि शरीर शराब पीने के साइड इफेक्ट को नहीं झेल सकता.
वीडियो: विराट कोहली के लिए भारत आएंगे एबी डी विलियर्स, बस एक शर्त है!