ऋषभ पंत ने वो कर दिखाया जो सचिन-कोहली, लारा-रिचर्ड्स जैसों से ना हुआ
ऑस्ट्रेलिया में लगातार ऐसी बैटिंग कोई ना कर पाया.
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Boxing Day Test में अच्छी लय में दिख रहे Rishabh Pant ने फिर थ्रो किया विकेट, यही आदत सुधार लें तो क्या बात हो (एपी फोटो)
ऋषभ पंत. टीम इंडिया के विकेटकीपर. कुछ ही महीने पहले तक भारतीय क्रिकेट का भविष्य माने जा रहे थे. अब हालात ये हैं कि लिमिटेड ओवर्स की टीम से बाहर बैठे हैं. हालांकि टेस्ट टीम में अब भी उनके लिए जगह है. लेकिन वह जगह भी उन्हें ऋद्धिमान साहा से शेयर करनी पड़ती है. इसके पीछे की वजह साफ है- पंत का स्टाइल. चले तो चांद तक, नहीं तो रात तक. पंत टेस्ट-वनडे-T20 हर फॉर्मेट में एक जैसी लप्पेबाजी करते हैं. इसी के चलते कभी भी भरोसा नहीं हो पाता कि ये कब तक चलेंगे. हालांकि उनमें कई चीजें बेहतरीन भी हैं. अपने दिन पर वह दिखा देते हैं कि क्यों वह भारत के बेस्ट विकेटकीपर बल्लेबाज हैं. इस बात की गवाही ऑस्ट्रेलिया में उनका रिकॉर्ड भी देता है.
पंत ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड दोनों में सेंचुरी मारने वाले इकलौते भारतीय विकेटकीपर भी हैं. लेकिन उनकी विकेट थ्रो करने की आदत सारा काम बिगाड़ देती है. पंत ने टेस्ट में अब तक कुल 22 पारियां खेली हैं. इन पारियों में वह एक बार नॉटआउट रहे हैं. पंत के नाम टेस्ट में दो सेंचुरी और दो हाफ सेंचुरी है. यानी क़रीब से देखें तो वह अपनी 22 में से 18 पारियों में फेल हुए हैं. इन 18 पारियों में से पांच बार वह सिंगल डिजिट स्कोर पर आउट हुए हैं. यानी फेल हुई 18 में से 13 पारियों में उन्हे अच्छी शुरुआत मिली. उन्होंने क्रीज़ पर अच्छा वक्त भी बिताया, लेकिन इसके बाद भी लंबी पारी नहीं खेल पाए. पंत रन बना सकते हैं, सबको पता है. लेकिन वह बना नहीं रहे. विकेटकीपिंग पहले से उनकी कमजोर है, ऐसे में अगर उन्होंने अपनी बैटिंग पर गंभीरता नहीं दिखाई तो उनका टेस्ट करियर भी खतरे में पड़ सकता है. देखना होगा मेलबर्न बॉक्सिंग डे टेस्ट की दूसरी पारी में वह कैसी बैटिंग करते हैं.
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