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गौतम गंभीर: 2011 के फाइनल में मुझे या धोनी को नहीं, इस खिलाड़ी को मिलना चाहिए था प्लेयर ऑफ द मैच

धोनी के रन 91. गंभीर के 97. लेकिन अवॉर्ड मिला धोनी को. अटकलबाज़ कहते हैं कि गंभीर को धोनी खास पसंद नहीं. अब गंभीर ने चुप्पी तोड़ी है.

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गौतम गंभीर ने कहा है कि 2011 वर्ल्ड कप फाइनल में जहीर खान को उनकी परफॉर्मेंस के लिए प्लेयर ऑफ दी मैच अवॉर्ड दिया जाना चाहिए था. (फोटो- ट्विटर)

2011 वर्ल्ड कप का फाइनल मैच (2011 World Cup). भारत ने श्रीलंका को हरा टूर्नामेंट अपने नाम किया था. इस बात को 12 साल से ज्यादा बीत चुके हैं. लेकिन एक चीज को लेकर हमेशा चर्चा होती रहती है. मैच में दिया गया प्लेयर ऑफ दी मैच अवॉर्ड. जो कि महेंद्र सिंह धोनी को दिया गया था. एक धड़ा है जो कहता है कि अवॉर्ड गौतम गंभीर को मिलना चाहिए था. अटकलबाज़ दावा करते रहते हैं कि गौतम गंभीर धोनी को खास पसंद नहीं करते. बीते दिनों तो एक वीडियो वायरल हो गया था, जिसमें क्राउड धोनी-धोनी चिल्ला रहा था. जवाब में गौतम ने मिडल फिंगर दिखा दी. वैसे गंभीर ने अपनी सफाई में ये कहा कि किसी ने भारत विरोधी नारा लगा दिया था और वो अपने देश का अपमान सुनकर नाराज़ हुए थे, न कि धोनी वाले नारों के चलते. 

वर्ल्ड कप 2011 की जीत वाले मुकाबले में प्लेयर ऑफ द मैच किसे बनना चाहिए था, इसे लेकर अब खुद गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने चुप्पी तोड़ी है. उन्होंने कहा है कि अवॉर्ड के मामले में धोनी-गंभीर वाली चर्चा होती रहती है, लेकिन असल हकदार तो ज़हीर खान थे.

गंभीर का मानना है कि ज़हीर से ज्यादा वो अवॉर्ड कोई डिज़र्व नहीं करता था. बांग्लादेश और न्यूजीलैंड के खिलाफ वर्ल्ड कप 2023 में खेले गए मैच में कॉमेंट्री करते हुए गंभीर ने कहा,

“फाइनल में एम एस धोनी को अवॉर्ड मिला था, लेकिन मेरा मानना है कि जहीर खान सच में मैच ऑफ दी मैच थे. अगर जहीर ने इतनी शानदार बोलिंग नहीं की होती तो श्रीलंका साढ़े तीन सौ के आसपास रन बनाती. कोई उनकी बोलिंग की बात नहीं करता, सब मेरी और धोनी की पारी के बारे में ही चर्चा करते हैं.”

पहले तीन ओवर मेडन दिए थे ज़हीर ने

बता दें कि श्रीलंका के साथ खेले गए फाइनल मैच में जहीर खान ने शानदार बॉलिंग की थी. उन्होंने 10 ओवर में 60 रन देकर 2 विकेट झटके थे. इन 10 ओवरों में से पहले तीन तो मेडन थे. माने ज़हीर की फेंकी पहली 18 गेंदों में कोई रन नहीं बना. अगले 2 ओवर्स में भी ज़हीर ने मात्र 6 रन दिए. माने ज़हीर के पहले स्पेल में पांच ओवर फेंके गए और रन बने सिर्फ 6. जहीर ने थरंगा और चमारा कपुगेडरा को पवेलियन भेजा था. श्रीलंका ने मैच में 274 रन का स्कोर खड़ा किया था.

जवाब में भारत ने 275 रन 48 ओवर 2 गेंदों में ही बना लिए थे. कप्तान एम एस धोनी ने 91 और ओपनर गौतम गंभीर ने 97 रन की पारी खेली थी. जनता इस मैच को ऐसे याद रखती है, ‘धोनी छक्का मारकर जिताया था…’

धोनी के कुल रन थे 91. गंभीर के 97. लेकिन प्लेयर ऑफ द मैच करार दिए गए धोनी. उस दिन से प्लेयर ऑफ द मैच वाली जो चर्चा छिड़ी, आज तक शांत नहीं हुई है.

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वीडियो: 2011 के वर्ल्ड कप फाइनल में युवराज सिंह से पहले धोनी क्यों बल्लेबाज़ी करने उतरे थे?