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बीवी के चलते रात भर कार में सोया और सुबह उठा तो पूरे ऑस्ट्रेलिया को रुला लिया

क़िस्सा फ्रेड ट्रूमैन के खौफ़नाक स्पेल का.

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फ्रेड ट्रूमैन

फेसबुक, यूट्यूब और इंस्टाग्राम की दुनिया बहुत मायावी है. और इस माया में आजकल एक नई चीज जुड़ी है. इसे कभी रील्स तो कभी शॉर्ट्स के नाम से जाने जाते हैं. और ये संख्या में बहुत ज्यादा और प्रकांड तरीके से वायरल कंटेंट है. जिसे देखो वही, अपना फोन चलाते हुए ये देखता रहता है. और इस कंटेंट में एक तरह की चीज मुझे अक्सर दिख जाती है. मैनर्स वाले लड़के. जो रेस्टोरेंट में कभी अपनी पार्टनर के लिए कुर्सी खींचते हैं. तो कभी गाड़ी का दरवाजा खोलते हैं.

अरे हां, गाड़ी का दरवाजा खोलने से एक मशहूर लाइन याद आ गई. वो लाइन जो प्रिंस फिलिप ने सालों पहले बोली थी. उन्होंने कहा था,

‘जब कोई आदमी कार का दरवाज़ा अपनी बीवी के लिए खोलता है, तो या तो वो गाड़ी नई होती है. या फिर बीवी.’

अब ये बात कितनी सही है और कितनी ग़लत, इसमें ना पड़ते हुए अपना फोकस बीवी और गाड़ी पर रखते हैं. क्योंकि आज के हमारे क्रिकेट के क़िस्से में ये दो पात्र काफी अहम हैं. और इस क़िस्से का तीसरा पात्र एक भयानक स्पीड वाला बोलर है. वो बोलर, जिसका रनअप देखकर ही दिग्गज कांप उठते थे. फ्रेडरिक सीवर्ड्स ट्रूमैन उर्फ़ फ्रेड ट्रूमैन नाम के ये महाशय टेस्ट क्रिकेट में 300 विकेट लेने वाले पहले प्लेयर भी हैं.

और इनके क़िस्से से पहले हम आपको थोड़ा इनके खौफ़ के बारे में बता देते है. ट्रूमैन ने अपने डेब्यू से ही कमाल करना शुरू कर दिया था. इंडिया के खिलाफ़ लीड्स में अपने डेब्यू की दूसरी पारी में ट्रूमैन ने पंकज रॉय, दत्ता गायकवाड़, एमके मंत्री और विजय मांजरेकर को क्रीज़ पर खड़े होने का भी मौका नहीं दिया. इन बल्लेबाजों के कुछ समझ पाने से पहले ही ट्रूमैन इन्हें वापस भेज चुके थे. और इस डेब्यू के बाद ये रुके ही नहीं.

और चलते-चलते आ गया साल 1961. ऑस्ट्रेलिया की टीम इंग्लैंड के दौरे पर थी. 6 जुलाई को लीड्स में दोनों टीम्स के बीच तीसरा टेस्ट मुकाबला शुरू हुआ. इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी की. और उनकी पारी खत्म हुई 237 रन पर. ऑस्ट्रेलिया की इस पारी में ट्रूमैन ने पांच विकेट निकाले. उन्होंने चाय के बाद सबसे पहले नॉर्म ओ'नील (Norm O’Neill) को गली पर खड़े फील्डर के हाथों आउट करवाया. इनके बाद जल्द ही नील हार्वी (Neil Harvey) भी गुड लेंथ गेंद पर लौट गए. इनके बाद ट्रूमैन ने बॉब सिम्पसन (Bob Simpson), रिची बेनो (Richie Benaud), वैली ग्राउट (Wally Grout) को आउट किया.

237 पर रुकी ऑस्ट्रेलिया को जवाब देते हुए इंग्लैंड ने 299 रन बनाए. यानी इंग्लैंड के पास 62 रन की लीड आ गई. अब फिर ऑस्ट्रेलिया बल्लेबाजी के लिए उतरा. अब फिर फ्रेड ट्रूमैन ने अपना कमाल दिखाया. लेकिन इस बार के कमाल के पीछे गुस्सा था. और ट्रूमैन के बारे में ये बड़ा फेमस था गुस्से में उनका खुद पर कंट्रोल नहीं रहता.

और उस रोज ऑस्ट्रेलिया को यह बात अच्छे से समझ आ गई. दरअसल, ट्रूमैन को इस पारी से पहले की रात अपनी गाड़ी में गुज़ारनी पड़ी थी. अपना घर स्टेडियम के पास होने के बावजूद वो वहां नहीं जा पाए थे. क्योंकि उनकी बीवी ने दरवाज़ा ही नहीं खोला था. इसलिए जब मैच शुरू हुआ तो ट्रूमैन काफी खराब मूड में थे.

और इस गुस्से का दर्द ऑस्ट्रेलिया को अच्छे से महसूस हुआ. ट्रूमैन ने उनकी टीम के पांच विकेट 27 गेंदों में बिना रन दिए ले डाले. सबसे पहले उन्होंने नील हार्वी (Neil Harvey) को कवर्स के पास आउट किया. इस बीच कप्तान पीटर मे (Peter May) और ट्रूमैन ने मैदान पर आई धूल को नोटिस कर लिया था. अब प्लान यही था कि ऑस्ट्रेलिया को और फंसाया जाए.

फील्डिंग सेट की गई. ट्रूमैन ने अपना रनअप छोटा किया. और अपनी ऑफ कटर को लगातार उस धूल वाले एरिया में फेंका. और ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों को लगातार पविलियन भेजा. इसमें नॉर्म ओ'नील (Norm O’Neill), एलन डेविडसन (Alan Davidson), बॉब सिम्पसन (Bob Simpson), रिची बेनो (Richie Benaud) और केन मैके (Ken Mackay) का विकेट शामिल था. ट्रूमैन ने इस टेस्ट में कुल 11 विकेट निकाले.

उन्होंने अपने करियर में इंग्लैंड के लिए 67 टेस्ट मैच खेले. इसमें उन्होंने 21.57 की एवरेज से 307 विकेट हासिल किए. ट्रूमैन के बारे में ये भी कहा जाता है कि अगर उनका बर्ताव थोड़ा अच्छा होता, तो वो इंग्लैंड के लिए और भी ज्यादा टेस्ट मैच खेल सकते थे.

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