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फॉर्मूला 2 रेस में पहली बार बजा भारत का राष्ट्रगान, कुश मैनी ने रेस जीतकर रचा इतिहास

Kush Maini wins Formula 2 Race: कुश मैनी बेंगलुरु के रहने वाले हैं. वो ‘डैम्स लुकास ऑयल’ टीम की ओर से रेस करते हैं. मोटर रेसिंग इवेंट - मोनाको ग्रां प्री - में 'फॉर्मूला 2 स्प्रिंट' रेस जीतने वाले वो पहले भारतीय बन गए हैं.

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कुश मैनी ‘डैम्स लुकास ऑयल’ टीम की ओर से रेस करते हैं. (फोटो: सोशल मीडिया)

भारतीय रेसिंग ड्राइवर कुश मैनी ने 24 मई को इतिहास रच दिया. मोटर रेसिंग इवेंट ‘मोनाको ग्रां प्री’ में ‘फॉर्मूला 2 स्प्रिंट' रेस जीतने वाले वो पहले भारतीय (Kush Maini Wins Formula 2) बन गए हैं. ये रेस दुनिया की सबसे मशहूर रेस में से एक मानी जाती है. ये जीत इंडियन मोटरस्पोर्ट के लिए ऐतिहासिक है.

24 साल के कुश बेंगलुरु के रहने वाले हैं. वो ‘डैम्स लुकास ऑयल’ टीम की ओर से रेस करते हैं. उन्होंने पोल पोजिशन से रेस शुरू की. मोनाको का रेसिंग ट्रैक बहुत संकरा और कठिन होता है. यहां गलती की कोई गुंजाइश नहीं होती. लेकिन ‘स्प्रिंट रेस’ में कुश ने शुरू से अंत तक बहुत शांत और सटीक तरीके से गाड़ी चलाई. और पहला स्थान प्राप्त किया. उन्होंने अल्पाइन एकेडमी के ड्राइवर गैब्रिएल मिनी को पीछे छोड़ दिया.

‘रिवर्स-ग्रिड’ नियम का फायदा मिला

‘स्प्रिंट रेस’ के लिए कुश मैनी ने 10वें नंबर पर क्वालिफाई किया था. ‘फॉर्मूला 2’ में ‘रिवर्स-ग्रिड’ नाम का एक नियम होता है, इसके कारण ‘स्प्रिंट रेस’ में खिलाड़ियों का क्रम उल्टा कर दिया जाता है. इसलिए कुश को पहले नंबर (पोल पोजिशन) से शुरुआत करने का मौका मिला. उन्होंने इस मौके का पूरा फायदा उठाया और पूरे 30 चक्कर तक अपनी बढ़त बनाए रखी.

कुश की जीत के बाद, यूरोपीय देश मोनाको में भारतीय राष्ट्रगान गूंजने लगा. रेस जीतने के बाद कुश मैनी ने कहा,

ये सपना सच होने जैसा है. डैम्स टीम और उन सभी लोगों का धन्यवाद, जिन्होंने मेरा साथ दिया. हमने भरोसा बनाए रखा और उसका फल मिल गया.

रेस के बाद भारतीय उद्योगपति गौतम सिंघानिया ने कुश को बधाई दी. बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक, सिंघानिया की कंपनी ‘जेके रेसिंग’ और ‘टीवीएस रेसिंग’ पहले से कुश को सपोर्ट करती है. 

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कैसे होती है ‘फॉर्मूला 2 स्प्रिंट' रेस?

इस रेसिंग स्पोर्ट में तीन स्टेज होते हैं. पहले 'क्वालिफाइंग रेस' होती है. ये शुक्रवार के दिन होता है. इससे तय होता है कि कौन ड्राइवर किस पोजिशन पर रेस शुरू करेगा. इसके बाद 'स्प्रिंट रेस' होती है. इसमें ड्राइवर को छोटी दूरी तय करनी होती है. इसमें ‘रिवर्स-ग्रिड नियम’ काम करता है. 'क्वालिफाइंग रेस' में जो 10वें नंबर पर रेस खत्म करता है, 'स्प्रिंट रेस' में वो पहले पोजिशन से रेस शुरू करता है. इसके बाद आती है ‘फीचर रेस’. ये सबसे जरूरी रेस होती है. इसमें सबसे ज्यादा प्वॉइंट्स मिलते हैं. 'क्वालिफाइंग रेस' में खिलाड़ी जिस पोजिशन पर रेस खत्म करते हैं, ‘फीचर रेस’ में वो उसी पोजिशन से रेस शुरू करते हैं.

आज यानी 25 मई को कुश मैनी ‘फीचर रेस’ में हिस्सा लेंगे. इसमें वो 10वीं पोजिशन से शुरुआत करेंगे.

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