साल 1993 . 12 मार्च को मुंबई में एक के बाद एक कुल 12 बम ब्लास्ट हुए. 13 मार्च की सुबह चढ़ते-चढ़ते डीसीपी ट्रैफिक राकेश मारिया को ब्लास्ट केस के इन्वेस्टिगेशन ऑफिसर का ज़िम्मा सौंपा जा चुका था. राकेश मारिया ने देश के सबसे बड़े हमलों में से एक का केस सुलझाने का काम कैसे किया? शुरुआत कहां से की? कौन-सा बड़ा नाम इसमें शामिल रहा? कौन-सा नाम पहली बार सामने आया? और इन सबमें एक वैन का क्या रोल था? सब जानेंगे.
राकेश मारिया कैसे बने थे 12 March 1993 को हुए मुंबई सीरियल बम ब्लास्ट के जांच अधिकारी?
ब्लास्ट वाली तारीख को रात नौ बजे की मीटिंग का किस्सा.
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