चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) लंबे समय तक इंडियन टेस्ट क्रिकेट टीम (Indian Test Cricket Team) के पिलर रहे हैं. हालांकि, उनका ये सफर साल 2010 में शुरू हुआ था. जब दिग्गजों से लैस टीम में सौराष्ट्र (Saurashtra) के एक यंग लड़के को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बेंगलुरु में डेब्यू करने का मौका मिला था. कारण वी वी एस लक्ष्मण (VVS Laxman) का चोटिल होना. तारीख थी 9 अक्टूबर 2010. बेंगलुरु में दूसरा टेस्ट मैच शुरू हुआ. और चेतेश्वर को प्लेइंग XI में जगह मिली. लेकिन, अपने डेब्यू पर वह 4 रन ही बना सके. उनके लिए ये इनिंग कितनी मुश्किल थी और इस पर सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने उन्हें क्या सलाह दी. इसके बारे में पुजारा ने विस्तार से बताया.
डेब्यू मैच में आउट होने पर रो रहे थे पुजारा, फिर सचिन ने ऐसी बात कही कि...
Cheteshwar Pujara ने टेस्ट क्रिकेट में Indian Cricket Team के लिए डेब्यू 9 अक्टूबर 2010 को की थी. लेकिन, अपने डेब्यू पर वो 4 रन ही बना सके थे. इसके बाद वो बुहत दुखी थे और Sachin Tendulkar ने उन्हें मोटिवेट किया था.

'लल्लनटॉप' के स्पेशल वीकली प्रोग्राम 'गेस्ट इन द न्यूज़रूम' में जब पुजारा से इस मुद्दे पर सवाल किया गया, तो उन्होंने बताया,
डेब्यू पर मैं बहुत खास नहीं कर सका. सिर्फ 3 बॉल्स खेले. मिचेल जॉनसन की बॉल पर चौका भी लगाया. लेकिन, उनकी वो बॉल जिस पर मैं आउट हुआ काफी नीचे रह गई. बॉल आकर पैड पर लगी और मुझे बाहर जाना पड़ा. उस समय बहुत बुरा लग रहा था. सोचा कि सबके सामने तो रो नहीं सकता. रूम में जाकर रोऊंगा. क्योंकि बहुत निराश था. इंडियन टीम की प्लेइंग XI में होने का मौका जल्दी नहीं मिलता. आपको जो मौका मिलता है उसे ही भुनाना होता है. मुझे लग रहा था कि अब पता नहीं कब ये मौका मिलेगा. क्योंकि अगर आप उस मौके को नहीं भुना पाओगे तो पता नहीं होता आगे मौका मिलेगा या नहीं.
बेंगलुरु में हुए इस मैच की पहली इनिंग में दिग्गज सचिन तेंदुलकर ने डबल सेंचुरी लगाई थी. हालांकि, पहले दिन का खेल खत्म होने तक सचिन 120 रन पर नॉटआउट थे. वो तब क्रीज पर ही थे जब पुजारा आउट हुए थे. स्टंप्स के बाद सचिन के साथ बातचीत को लेकर पुजारा ने बताया,
उस दिन सचिन पाजी ने दिन के एंड तक 120 रन बना लिए थे. वो जब डगआउट में आए तब मैंने उन्हें बोला कि वेल प्लेड पाजी. इस पर उन्होंने मुझसे कहा कि तुम दुखी मत हो. जिस बॉल पर तुम आउट हुए वो बॉल सच में खतरनाक थी. तुम्हारी जगह अगर मैं भी होता तो शायद मैं भी उस बॉल पर आउट हो जाता. तुमने कुछ गलत नहीं किया है. इसलिए निराश मत हो. अब ये देखो कि अगली बार जब तुम्हें मौका मिले उसके बारे में सोचना. इसको जल्दी से भूल जाना. ये एक ऐसी एडवाइस थी जो मेरे पहले टेस्ट मैच में ही मुझे मिली.
पुजारा ने आगे कहा,
आप निराश रहते हैं, लेकिन एक बड़े प्लेयर आपको मोटिवेट करते हैं कि जो हो गया है, उसे जल्दी से भूल जाना है. आगे के बारे में आप सोचिए. शाम में रूम पर जाकर मैं रोया तो था, लेकिन उनकी इस बात से मुझे आगे के लिए मोटिवेशन मिली थी.
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अंतिम बार WTC फाइनल में खेले थे पुजाराचेतेश्वर पुजारा लंबे समय से इंडियन क्रिकेट टीम से बाहर हैं. उन्होंने अंतिम बार इंडियन टीम की वाइट्स 2023 WTC फाइनल में पहनी थी. जब इंडियन टीम को ऑस्ट्रेलिया से हार का सामना करना पड़ा था. वो इंग्लैंड सीरीज में टीम में वापसी के कॉल का वेट कर रहे थे. लेकिन, इस दौरे पर भी उन्हें टीम में नहीं चुना गया है. इससे अब भविष्य में उन्हें मौका मिलने की उम्मीद भी बहुत कम हैं.
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