बीजेपी नेता और भारतीय रेसलिंग फेडरेशन के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण सिंह (Brij Bhushan Singh) 6 जुलाई को चरखी दादरी पहुंचे. उन्हें यहां जूनियर पहलवान रचना परमार (Rachna Parmar) के सम्मान समारोह के लिए निमंत्रण दिया गया था. रचना ने हाल ही में अंडर-17 एशियन रेसलिंग चैंपियनशिप (U-17 Asian Wrestling Championship) में देश के लिए गोल्ड मेडल जीता था. हालांकि बृजभूषण के चरखी दादरी पहुंचने का विरोध भी हुआ. चरखी दादरी ओलंपियन रेसलर विनेश फोगाट का गृह जिला है. विनेश ने बृजभूषण सिंह के खिलाफ यौन शोषण आरोप को लेकर हुए धरने की अगुवाई की थी.
महिला पहलवान का सम्मान करने विनेश के 'घर' पहुंचे थे बृजभूषण, खाप पंचायतों ने मोर्चा खोल दिया
बृजभूषण सिंह पर महिला पहलवानों ने यौन शोषण के आरोप लगाए थे. उन्हें नाबालिग मामले में तो क्लीन चिट मिल गई लेकिन बाकी केस अब भी कोर्ट में हैं.

बृजभूषण पर सात महिला पहलवानों ने यौन शोषण का आरोप लगाया था जिसमें एक नाबालिग पहलवान भी शामिल थीं. बृजभूषण को नाबालिग मामले में तो क्लीन चिट मिल गई लेकिन बचे हुए मामले अब भी कोर्ट में हैं. इसी कारण जिले की कुछ खाप पंचायतों ने बृजभूषण सिंह के चरखी दादरी आने का विरोध किया. उनका कहना था कि बृजभूषण पर महिला पहलवानों के साथ यौन उत्पीड़न के आरोप लगे हैं, ऐसे में उन्हें किसी युवा पहलवान के सम्मान के लिए कैसे बुलाया जा सकता है.
विरोध पर क्या बोले बृजभूषण?बृजभूषण को इससे कोई फर्क नहीं पड़ा. जब उनकी यात्रा को लेकर हो रहे विरोध पर सवाल किया गया तो उन्होंने न्यूज एजेंसी से कहा,
इस गांव की बच्ची रचना परमार ने एशियन चैंपियनशिप में गोल्ड जीता. मुझे यहां मुख्य अतिथि के तौर पर बुलाया गया, इसलिए मैं आया. मुझे विरोध करने वालों से क्या लेना-देना है. जिसका जो काम है वो करे.
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योगेश्वर दत्त को दी अहम जिम्मेदारीबृजभूषण के साथ इस कार्यक्रम में ओलंपिक मेडलिस्ट योगेश्वर दत्त भी शामिल हुए थे. बृजभूषण ने कार्यक्रम में उन्हें बड़ी जिम्मेदारी देनी की बात कही. बृजभूषण ने कार्यक्रम में भाषण देते हुए कहा,
भारत में कई खेल हैं, हम पदक भी जीतते हैं. लेकिन देश के लोगों को हमेशा उम्मीद रहती है कि कुश्ती में भारत को मेडल मिलेगा. ये जो सूखा पड़ा हुआ है गोल्ड का? गोल्ड मेडल भी आएगा. योगेश्वर दत्त की देख-रेख में आएगा और हरियाणा से ही आएगा. मैं वादा करता हूं कि कोई पक्षपात नहीं होगा.
बृजभूषण जिस जगह ये बात कह रहे थे वहीं की विनेश फोगाट पेरिस ओलंपिक में फाइनल तक पहुंची थीं. हालांकि अतिरिक्त वजन होने की वजह से विनेश को डिस्क्वालिफाई कर दिया गया. बृजभूषण ने तब विनेश की काबिलियत पर सवाल उठाए थे. उन्होंने कहा था कि विनेश बेईमानी से पेरिस गईं और उन्हें इसका परिणाम भुगतना पड़ा. विनेश अब जुलाना से विधायक हैं और रेसलिंग से संन्यास ले चुकी हैं.
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