BCCI ने एशिया कप (Asia Cup 2025) की ट्रॉफी को वापस लाने के लिए कमर कस ली है. टूर्नामेंट जीतने के दो महीने बाद भी भारत को ट्रॉफी नहीं मिली है. बोर्ड के सचिव देवजीत सैकिया (Devajit Saikia) ने इस मामले पर अपडेट दिया है. इसे पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड और उसके अध्यक्ष मोहसिन नकवी के लिए बड़ी चेतावनी माना जा रहा है.
Asia Cup ट्रॉफी लाने के लिए BCCI क्या कर रहा? देवजीत सैकिया ने बताया
मोहसिन नकवी ने ट्रॉफी देने के लिए शर्त रखी थी कि भारतीय कप्तान को इसे लेने के लिए दुबई स्थित एसीसी हेडक्वार्टर जाना होगा. BCCI ने तुरंत इस शर्त को खारिज कर कहा था कि भारतीय कप्तान ट्रॉफी लेने दुबई क्यों जाएगा जबकि यह ट्रॉफी फाइनल के तुरंत बाद दे दी जानी चाहिए थी.


देवजीत सैकिया ने बताया कि BCCI ने एशियन क्रिकेट काउंसिल को ऑफिशियल मेल लिखा है. उन्होंने इंडिया टुडे से कहा,
हमने एशियन क्रिकेट काउंसिल को मेल लिखा है कि चैंपियन टीम को ट्रॉफी दे दी जाए. हम उनके जवाब का इंतजार कर रहे हैं. अगर हमें जवाब नहीं मिलता है या फिर वह इनकार करते हैं तो हम ICC को मेल करेंगे. हम स्टेप बाय स्टेप जा रहे हैं.
कुछ समय पहले BCCI सचिव देवजीत सैकिया ने एसीसी अध्यक्ष मोहसिन नकवी के ट्रॉफी देने की आलोचना भी की थी. सैकिया ने कहा था,
हमने एसीसी अध्यक्ष, जो पाकिस्तान के वरिष्ठ नेताओं में से एक हैं, से एशिया कप 2025 की ट्रॉफी स्वीकार न करने का फैसला किया था. यह एक सोची-समझी रणनीति थी. इससे उन्हें ट्रॉफी और पदक अपने साथ ले जाने का अधिकार नहीं मिलता. यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और खेल भावना के खिलाफ है. हमें उम्मीद है कि ट्रॉफी और पदक जल्द से जल्द भारत को लौटा दिए जाएंगे.
ACC के अध्यक्ष मोहसिन नकवी ने ट्रॉफी देने के लिए शर्त रखी थी. उनका कहना था कि अगर भारत को ट्रॉफी चाहिए, तो उनके कप्तान को इसे लेने के लिए दुबई में मौजूद एसीसी हेडक्वार्टर जाना होगा. BCCI ने तुरंत इस शर्त को खारिज कर दिया और कहा कि भारतीय कप्तान ट्रॉफी लेने दुबई क्यों जाएगा जबकि यह ट्रॉफी फाइनल के तुरंत बाद दे दी जानी चाहिए थी. दोनों बोर्ड अपने अपने स्टैंड पर कायम हैं. इसीलिए भारत ने आधिकारिक तौर पर कार्रवाई शुरू कर दी है.
सूर्यकुमार यादव की कप्तानी में भारत ने 28 सितंबर को पाकिस्तान के खिलाफ रोमांचक एशिया कप फाइनल में पांच विकेट से जीत हासिल की थी. भारत ने नौवीं बार ये खिताब जीता. इसके बाद भारत ने एसीसी के अध्यक्ष मोहसिन नकवी से ट्रॉफी लेने से इनकार कर दिया. नकवी स्टेज पर खड़े रहे, लेकिन भारत अपने फैसले से पीछे नहीं हटा. इसके बाद नकवी ट्रॉफी अपने साथ लेकर स्टेडियम से चले गए. भारतीय टीम को चैंपियन मेडल भी नहीं मिले.
यह भी पढ़ें- कप्तान बनकर वापसी करेंगे ऋषभ पंत, जानिए कब खेलेंगे पहला मैच?
नकवी पीसीबी और एसीसी के अध्यक्ष होने के साथ-साथ पाकिस्तान के गृह मंत्री भी हैं. वो कई भारत विरोधी टिप्पणियां कर चुके हैं. पहलगाम अटैक के बाद भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के साथ जवाबी कार्रवाई की थी. तब नकवी ने इस कार्रवाई का मजाक उड़ाया था.
भारतीय टीम ने इसके बाद पूरे टूर्नामेंट के दौरान पाकिस्तान टीम से हाथ नहीं मिलाया था. ऐसा पहली बार हुआ जब भारत ने किसी देश के खिलाफ खेल के मैदान पर इस तरह का स्टैंड लिया हो.
वीडियो: पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विन चौबे के बेटे ने नहीं भरा पर्चा, पिता ने फोन पर ऐसा क्या कह दिया?