मोहसिन नकवी (Mohsin Naqvi) ने एशिया कप ट्रॉफी भारत को अब तक नहीं लौटाई है. हाल ही में इसे लेकर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) के अध्यक्ष को एक फॉर्मल लेटर लिखकर ट्रॉफी वापस करने को भी कहा था. अब इसे लेकर एसीसी का जवाब आ गया है. एसीसी ने बीसीसीआई से कहा है कि वो नवंबर के पहले सप्ताह में दुबई में एक ट्रॉफी प्रेजेंटेशन सेरेमनी करा सकता है.
Asia Cup ट्रॉफी का मामला अब ICC में ही सुलझेगा, नकवी अब भी अपनी पुरानी जिद पर अड़े
टीम इंडिया को Asia Cup Trophy जीते, अब लगभग दो महीने होने वाले हैं. लेकिन, ACC चेयरमैन की जिद के कारण अब तक ट्रॉफी भारत नहीं आई है. एसीसी चेयरमैन ने फिर अपने जवाब में लिखा है कि वो ट्रॉफी तभी देंगे, जब इंडियन टीम प्रेजेंटेशन सेरेमनी में आकर ट्रॉफी ले.


दरअसल, जियो न्यूज की एक रिपोर्ट के अनुसार, एसीसी एशिया कप ट्रॉफी अगले सप्ताह एक सेरेमनी कराकर सौंपना चाहता है. उन्होंने एसीसी के जवाब वाले उस लेटर को कोट करते हुए लिखा,
अगर आप ट्रॉफी चाहते हो, हम इसे सौंपने के लिए एक सेरेमनी करा सकते हैं.
एशिया कप ट्रॉफी अभी दुबई में ही एसीसी हेडक्वार्टर्स में रखी हुई है. 28 अगस्त को एशिया कप फाइनल में पाकिस्तान को हराने के बाद भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने एसीसी चेयरमैन मोहसिन नकवी के हाथों ट्रॉफी लेने से मना कर दिया था. उनका कहना था कि हम पाकिस्तानी मंत्री के हाथों ट्रॉफी नहीं लेंगे. दरअसल, मोहसिन नकवी पाकिस्तान के इंटरनल मिनिस्टर (गृह मंत्री) भी हैं. एशिया कप के दौरान भी वो भारत विरोधी पोस्ट कर रहे थे, जिससे इंडियन क्रिकेटर्स खफा थे. अपने हाथों ट्रॉफी नहीं दिए जाने की बात सुन एसीसी चेयरमैन तैश में आ गए. उन्होंने गुस्से में ट्रॉफी ही भारतीय टीम को सौंपने से इन्कार कर दिया. कार्यक्रम के बीच वो ट्रॉफी अपने साथ ले गए. बाद में पाकिस्तान लौटने से पहले उन्होंने एसीसी हेडक्वार्टर में ट्रॉफी रखवाकर ये कह दिया कि उनकी इजाजत के बिना कोई भी ये ट्रॉफी न छूए.
दरअसल, एशिया कप की शुरुआत से ही इंडियन टीम ने अपना रुख स्पष्ट रखा था. वो पाकिस्तानी प्लेयर्स के साथ भी कोई भी मित्रवत व्यवहार नहीं रखना चाहते थे. इसी कारण कप्तान से लेकर पूरी टीम तक किसी ने भी पाकिस्तानी प्लेयर्स से एक बार भी हाथ तक नहीं मिलाया. यहां तक कि पहले मैच के बाद पाकिस्तानी टीम हाथ मिलाने आगे बढ़ी तो उन्हें इग्नोर कर दिया. भारतीय कप्तान ने कहा था कि वो इस जीत को पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों और देश के जवानों का समर्पित करना चाहते हैं. एशिया कप में भारत-पाकिस्तान के बीच तीन मुकाबले हुए. तीनों मुकाबले में टीम इंडिया ने पाकिस्तान को धोया. मोहसिन नकवी के निराशा की एक बड़ी वजह ये भी है क्योंकि वर्तमान में वह पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के भी चेयरमैन हैं.
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इधर, एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार BCCI को इस पूरे प्रकरण में श्रीलंका और अफगानिस्तान का भी पूरा समर्थन मिला है. इसी कारण बोर्ड ने पहले ही ये तय कर लिया है कि वो दुबई जाकर ट्रॉफी नहीं लेगा. उन्होंने एसीसी की इस मांग को पहले ही खारिज कर दिया था. BCCI अब इस पूरे मामले को अगले महीने ICC की मीटिंग में उठाने की तैयारी में है.
एसीसी के सोर्स के अनुसार,
बीसीसीआई सेक्रेटरी, बीसीसीआई के एसीसी रिप्रजेंटेटिव राजीव शुक्ला और काउंसिल के अन्य बोर्ड मेंबर्स, जिनमें श्रीलंका और अफगानिस्तान शामिल हैं. सभी ने पिछले सप्ताह एसीसी चेयरमैन मोहसिन नकवी को लेटर लिखकर ट्रॉफी को भारत को सौंपने के लिए कहा है.
उन्होंने आगे बताया,
लेकिन, इसके जवाब में नकवी ने कहा है कि ट्रॉफी के लिए बीसीसीआई के किसी रिप्रजेंटेटिव को दुबई आना होगा और उनके हाथों ही ट्रॉफी लेनी होगी. इसी कारण अब तक इस मामले में कोई एक्शन नहीं हुआ है. बीसीसीआई का स्टांस इसे लेकर बहुत क्लीयर है कि वो किसी भी हाल में नकवी के हाथों ट्रॉफी नहीं लेंगे. इसी कारण अब यही लग रहा है कि मामले पर फैसला ICC मीटिंग में ही लिया जाएगा.
वर्तमान में ICC के चेयरपर्सन पूर्व बीसीसीआई सेक्रेटरी जय शाह हैं. ICC भी इस मामले को गंभीरता से ही लेगा क्योंकि ये पहली बार है कि चैंपियन बनने के बाद किसी टीम को ट्रॉफी नहीं सौंपी जा रही. वो भी सिर्फ इस जिद के कारण कि ट्रॉफी दूंगा तो मैं ही दूंगा.
वीडियो: एशियन क्रिकेट काउंसिल की बैठक में अलग-थलग पड़े मोहसिन नकवी