Saina Nehwal के ट्वीट को कोट करते हुए Siddharth ने जो लिखा उस पर बवाल हो गया है.
साइना नेहवाल और सिद्धार्थ. ट्विटर पर 10 जनवरी को ये दोनों नाम ट्रेंड में रहे. वजह बना साइना का एक ट्वीट और उस पर सिद्धार्थ का कोट ट्वीट. सिद्धार्थ पर आरोप लग रहे हैं कि उन्होंने साइना के लिए भद्दी भाषा का इस्तेमाल किया. उन पर सेक्शुअल ऑब्जेक्टिफिकेशन के आरोप लग रहे हैं. हालांकि अब सिद्धार्थ ने अपने ट्वीट को लेकर सफाई दी है. उन्होंने कहा है कि उनका मकसद साइना को अपमानित करना नहीं था और न ही उनके ट्वीट का कोई सेक्शुअल संदर्भ था.
कैसे शुरू हुआ बवाल?
5 जनवरी को पंजाब के फिरोजपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काफिला प्रदर्शनकारियों ने रोक लिया था. रिपोर्ट्स के मुताबिक, वो लगभग 20 मिनट तक फ्लाईओवर पर फंसे रहे. इस घटना को प्रधानमंत्री की सुरक्षा में एक बड़ी चूक के तौर पर देखा जा रहा है. इसी को लेकर बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल ने 5 जनवरी को ट्वीट किया था. उन्होंने लिखा था,
'कोई देश सुरक्षित होने का दावा नहीं कर सकता, अगर उसके प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक होती है. मैं अराजक तत्वों द्वारा पीएम मोदी के काफिले पर किए गए कायराना हमले की कड़े शब्दों में निंदा करती हूं. '
इस ट्वीट को कोट करते हुए सिद्धार्थ ने 6 जनवरी को लिखा,
दुनिया की सटल कॉक चैम्पियन. शुक्र है हमारे पास भारत के रक्षक हैं.
अपने ट्वीट में सिद्धार्थ ने 'शटलकॉक' पर साथ वर्ड प्ले करने की कोशिश की थी. हालांकि, कॉक शब्द का इस्तेमाल पीनस के लिए भी किया जाता है. और इसी के चलते ट्विटर की जनता ने समझा कि साइना पर सिद्धार्थ सेक्शुअल कमेंट कर रहे हैं. उन पर महिला विरोधी होने के आरोप लगे.
'असहमति का मतलब ये नहीं कि आप अपमान करें'
सिंगर चिन्मयी श्रीपदा ने लिखा,
"ये वाकई मूर्खतापूर्ण है सिद्धार्थ. आपने वही कर दिया जिसके खिलाफ हम औरतें लड़ रही हैं."
शिवसेना से राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने लिखा,
"कितना भी मतभेद क्यों न हो, किसी के लिए इस तरह की भाषा का इस्तेमाल बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं है. अपनी बात रखने में सिविलिटी होनी ज़रूरी है. साइना नेहवाल खेल के क्षेत्र में देश का गर्व हैं, उनके पास अपनी पॉलिटिकल ओपिनियन रखने का उतना ही अधिकार है जितना किसी और व्यक्ति के पास. आप सहमत नहीं हैं तो आप डिबेट कीजिए, आप किसी के विचारों से सहमत नहीं हैं तो आप उनका अपमान नहीं कर सकते."
महिला आयोग ने महाराष्ट्र DGP से की कार्रवाई की मांग
राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने इस मामले पर लिखा कि सिद्धार्थ को सबक सिखाने की ज़रूरत है. उन्होंने ट्विटर इंडिया को टैग करते हुए पूछा कि सिद्धार्थ का अकाउंट अभी तक एक्टिव क्यों है. इसके साथ ही राष्ट्रीय महिला आयोग ने महाराष्ट्र के DGP को इस मामले में नोटिस भेजा है और सिद्धार्थ के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग की है. महिला आयोग ने इसे लेकर बयान भी जारी किया है. आयोग ने लिखा,
"आयोग अभिनेता की तरफ से की गई अशिष्ट और आपत्तिजनक टिप्पणी की निंदा करता है. महाराष्ट्र के DGP को आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने पत्र लिखा है और इस मामले में जांच और संबंधित धाराओं में FIR दर्ज करने को कहा है."
मामला बढ़ने के बाद सिद्धार्थ और साइना ने क्या कहा
इस मामले को लेकर साइना नेहवाल ने इंडिया टुडे से बात की. उन्होंने कहा,
"मैं श्योर नहीं हूं कि उनका मतलब क्या था. मैं उन्हें एक एक्टर के तौर पर पसंद करती थी लेकिन उन्होंने सही नहीं किया. वो अपने विचार बेहतर शब्दों की मदद से रख सकते थे. लेकिन हम ट्विटर की बात कर रहे हैं, वहां पर आप इसी तरह के शब्दों और कमेंट्स से नोटिस किए जाते हैं. और भारत में अगर प्रधानमंत्री की सुरक्षा कोई मुद्दा नहीं है, तो पता नहीं इस देश में क्या सुरक्षित है."
वहीं, सिद्धार्थ ने भी अपने कमेंट को लेकर सफाई दी है. उन्होंने लिखा,
"कॉक एंड बुल. ये रिफरेंस है. इसे किसी और तरह से लेना अनफेयर होगा. अपमान करने की मंशा से कुछ भी नहीं कहा गया था."
अंग्रेज़ी में 'कॉक एंड बुल' फ्रेज़ का इस्तेमाल ऐसी कहानियों के लिए किया जाता है जिन पर भरोसा नहीं किया जा सकता है. लंदन में वॉटलिंग स्ट्रीट नाम की एक जगह है. यहां पर कॉक इन और बुल इन नाम के दो होटल हैं. कहानी ये है कि एक वक्त ऐसा था जब इन दोनों होटलों में आने वाले सैलानी ही यहां के स्थानीय लोगों के लिए खबरों का माध्यम होते थे. ऐसे में दोनों होटलों के बीच कॉम्पिटीशन चलता था कि कहां के सैलानी कितनी विचित्र और अलग कहानी सुना सकते हैं. ये कहानियां सच नहीं होती थीं और वहीं भरोसेमंद न लगने वाली बातों के लिए फ्रेज आया 'कॉक एंड बुल स्टोरी' का. सुल्ली डील: दिल्ली पुलिस ने कथित मास्टरमाइंड को इंदौर से गिरफ्तार किया